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मप्र में शुरू हुई विधानसभा चुनाव की तैयारी, वर्कशॉप में कलेक्टर्स को मिला EVM,VVPAT का प्रशिक्षण
भोपाल। निर्वाचन आयोग ने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी क्रम में शनिवार को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में एकदिवसीय ईवीएम-व्हीव्हीपीएटी एफएलसी (फर्स्ट लेबल चेकिंग) कार्यशाला हुई, जिसमें निर्वाचन अधिकारियों (कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारियों) को प्रशिक्षण दिया गया।
मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) अनुपम राजन ने 31 जिलों के कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी और उप जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा कि जिन नागरिकों का नाम मतदाता सूची में नहीं जुड़ा है, उनके नाम जोड़े जाएँ। जेंडर रेशियो बढ़ाने, फॉर्म 6, 7 और 8 के लंबित आवेदनों का जल्द निराकरण, मतदान केंद्र की व्यवस्थाओं में सुधार, बीएलओ एप से मतदान केंद्र की लेटेस्ट फोटो अपलोड करने, दोहरी प्रवृष्टि वाले मतदाताओं के नाम हटाने के साथ मतदाताओं को जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार कार्य किया जाए।
एक अक्टूबर 2023 को 18 साल की उम्र पूरी करने वाले नागरिक कर सकेंगे मतदान
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए एक साल में चार तिथियाँ निर्धारित की हैं। एक जनवरी, एक अप्रैल, एक जुलाई और एक अक्टूबर 2023 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले सभी युवा, मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि एक अक्टूबर 2023 को जो युवा 18 साल की उम्र पूरी कर रहा है, वह मतदान कर सकेगा।
दो किमी से अधिक दूरी पर न हो मतदान केंद्र
उन्होंने कहा कि मतदाता के लिए 2 किमी से अधिक दूरी पर मतदान केंद्र न हो। साथ ही एक मतदान केंद्र पर 1500 से अधिक मतदाताओं की संख्या भी ना रहे, इस पर विशेष ध्यान दें।
अधिक से अधिक संख्या में महिला मतदाताओं का नाम जोड़ें
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि जिन जिलों में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं की अपेक्षा कम है, वहाँ महिला मतदाताओं का नाम अधिक से अधिक जोड़ें। इसके लिए आँगनवाड़ी, आशा, ऊषा कार्यकर्ताओं की मदद लें।वर्कशॉप में भारत निर्वाचन आयोग से आए प्रशिक्षकों द्वारा ईवीएम, व्हीव्हीपीएटी मशीनों के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। भारत निर्वाचन आयोग के सचिव मधुसूदन गुप्ता ने ईवीएम, व्हीव्हीपीएटी मशीनों की टेक्निकल और एडमिनिस्ट्रेटिव सिक्योरिटी पर पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन दिया। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी और उप जिला निर्वाचन अधिकारियों को हैंड्स ऑन ट्रेनिंग दी गई।
वर्कशॉप में भारत निर्वाचन आयोग के अनुभाग अधिकारी शिवम अरोरा, ईवीएम नोडल असम ईमली बरूआ, ईवीएम नोडल पश्चिम बंगाल सुमंता रॉय, प्रदेश के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजेश कुमार कौल, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी प्रमोद कुमार शुक्ला उपस्थित थे।
कार्यशाला में 31 जिलों के कलेक्टर हुए शामिल
कार्यशाला में भोपाल, राजगढ़, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, दतिया, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, देवास, शाजापुर, आगर मालवा, इंदौर, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, धार, बड़वानी, झाबुआ एवं अलीराजपुर जिले के कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी और उप जिला निर्वाचन अधिकारी शामिल हुए।