ओरछा में बनेगा भव्य श्री रामराजा लोक, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया भूमिपूजन

ओरछा में बनेगा भव्य श्री रामराजा लोक, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया भूमिपूजन
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ओरछा का केन्द्र बिन्दु श्रीराम राजा मंदिर है। जहां बड़ी संख्या में श्रृद्धालुओं तथा पर्यटकों का आगमन होता है

टीकमगढ। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को श्री रामराजा मंदिर परिसर में श्री रामराजा लोक का भूमिपूजन किया और निर्माण कार्य की आधारशिला रखी। भगवान श्रीराम की नगरी ओरछा में 81 करोड़ की लागत से श्री रामराजा मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र मिलाकर श्री राम राजा लोक का भव्य निर्माण होगा। उल्लेखनीय है कि निवाड़ी जिले में ओरछा का प्रमुख केन्द्र श्री रामराजा मंदिर है। इसका निर्माण तत्कालीन बुन्देला शासकों ने किया था। ओरछा को विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया है।

ओरछा का केन्द्र बिन्दु श्रीराम राजा मंदिर है। जहां बड़ी संख्या में श्रृद्धालुओं तथा पर्यटकों का आगमन होता है। श्रृद्धालुओं एवं पर्यटकों की भावनाओं तथा सुविधाओं को दृष्टिगत रखते हुये ओरछा में श्री रामराजा मंदिर में श्री रामराजा लोक का विकास किया जाएगा। श्री रामराजा मंदिर परिसर लगभग 2.86 एकड़ में स्थित है। मंदिर के आसपास लगभग 12 एकड़ क्षेत्र में श्री रामराजा लोक विकसित किया जायेगा। श्री रामराजा लोक का प्रारंभ प्रवेश द्वार पर भव्य दरबार गलियारे से होगा।


मंदिर परिसर में 41 करोड़ की लागत से श्री रामराजा लोक प्रवेश द्वार के साथ प्लाजा का विकास, प्रसादालय, कतार परिसर, श्री जानकी मंदिर परिसर का विकास, फूड प्लाजा, आसपास की दुकानों की पुर्नस्थापना जनसमूह प्रबंधन, दुकानों का सौन्दर्यीकरण और श्रीराम के बाल स्वरूप श्री रामराजा के दरबार के वर्णन सहित गलियारे एवं प्रागंण का विकास होगा जिसमें बाल काण्ड का वर्णन होगा।

प्रांगण में रामायण से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाएगा। सुन्दर कमल नयन से प्रेरित कमल स्तम्भ और पुष्पक विमान देखने को मिलेंगे। इस लोक में स्थानीय वास्तुकला मंदिर प्रांगण और ऐतिहासिक इमारतों का अनूठा स्वरूप बखूबी देखने को मिलेगा। श्री रामराजा लोक की वास्तुकला बुंदेलखंड की प्रमाणिकता और अखडण्ता का उदाहरण होगी।

सूखे जैसे संकट से मिलकर करेंगे सामना


मुख्यमंत्री ने सभा में उपस्थित सभी लोगों से आव्हान किया कि वे अपने-अपने गाँवों के मंदिरों में वर्षा के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें। उन्होंने कहा कि प्रार्थना-पूजा के साथ ही हम कर्म भी करेंगे। वर्षा के अभाव में यदि कोई संकट आता है तो घबराने की जरूरत नहीं हैं। प्रदेश में बिजली की खपत बढ़ गई है, बांध नहीं भरे हैं, पर हम हर तरह के संकट से निपटने के लिए तैयार हैं। हमारी सरकार किसानों और सभी प्रदेशवासियों को हर तरह के संकट से पार निकाल ले जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने अछरू माता का जयघोष कराते हुए कहा कि "सूखे से डरने की जरूरत नहीं है - हम हर परिस्थिति का मिलकर सामना करेंगे"।

स्मारकों का संरक्षण

श्रीराम के बाल स्वरूप एवं राजा राम के दरबार के वर्णन सहित गलियारे एवं प्रांगण का विकास 6.25 करोड़ की लागत से होगा और 20 करोड़ की लागत से श्रीराम राजा मंदिर पुरातत्व महत्व के भवनों का संरक्षण किया जायेगा। इसमें श्रीराम राजा मंदिर, श्री पाताल हनुमान मंदिर, श्रीजानकी माता के मंदिर परिसरों में जरूरी कार्य होंगे और 9 करोड़ की लागत से प्रकाश व्यवस्था और 4.75 करोड़ की लागत से जन सुविधाओं का विकास कार्य होगा।

श्री राम राजा लोक में बाल काण्ड प्रांगण श्री राम की बाल लीलाओं के दर्शन होंगे। उत्तर काण्ड को चित्र प्रस्तुतियों से प्रदर्शित किया जायेगा। श्री राम भगवान के राजा के रूप में कथाओं के माध्यम से प्रदर्शित किया जायेगा। श्री रामराजा लोक में जनसमूह प्रबंधन तथा सार्वजनिक सुविधाओं के विकास के साथ स्थानीय श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के सामने के चौक को शॉपिंग प्लाजा की तरह विकसित करते हुये व्यवस्थित दुकानों का निर्माण किया जायेगा।

पर्यटकों मिलेंगी सुविधाएं


ओरछा के महत्वपूर्ण स्मारकों के संरक्षण तथा आसपास पर्यटकों के लिए सुविधाओं के विकास के लिए 19.72 करोड़ रूपये स्वीकृत किए गये हैं। इसमें तुलसी घाट का विकास-बोट क्लब, चेंजिंग रूम, लॉकर, जनसुविधाएँ पर 1.05 करोड़, ’स्मारकों के समीप आंतरिक मार्ग एवं पाथवे तथा किले के चारों और पैदल पथ, जनसुविधाएं, साइनेज तथा घाट के समीप बोट क्लब 4.07 करोड़ की लागत से, किला काम्प्लेक्स के समीप सौन्दर्यीकरण’ पर 1.50 करोड़ की लागत से, स्मारकों के समीप लाइटिंग आदिपर 5.75 करोड़,चतुर्भज मंदिर के समीप इन्टरप्रेटेशन सेन्टर पर एक करोड़, कंचना घाट/छतरियों के समीप घाट उन्नयन, जन सुविधाएँ, साइनेज फूड स्टाल तथा क्राफ्ट बाजार के विकास पर 1.40 करोड़, लक्ष्मी मंदिर के समीप जनसुविधाओं, साईनेज तथा इन्टरप्रटेशन सेन्टर का विकास पर एक करोड़ तथा अन्य कार्यों पर 3.95 करोड़ रुपए व्यय होंगे।

स्वीकृत राशि से 70 एकड़ के क्षेत्रफल में फैले स्मारकों के संरक्षण, चतुर्भुज मंदिर, लक्ष्मी मंदिर, छतरियों, तुलसीघाट के आसपास स्मारकों का पुनर्निर्माण कर जनसुविधाएँ कर उपयोगी बनाना तथा आंतरिक पहुँचमार्ग, लाइटिंग, इन्टरप्रेटेशन सेंटर के कार्य एवं कंचना घाट के उन्नयन तथा आसपास पर्यटको की सुविधा तथा स्थानीय जनों के रोजगार के वृद्धि के लिए फूड मार्केट, क्राफ्ट बाजार के विकास होगा। श्री रामराजा मंदिर के अतिरिक्त बुन्देला शासकों द्वारा स्थापित स्मारक के सरंक्षण के लिए राज्य पुरातत्व बजट से लगभग 7.50 करोड़ की स्वीकृति दी गई है।

निवाड़ी बना प्रदेश का दूसरा "हर घर जल" जिला

चौहान ने पृथ्वीपुर में 11 करोड़ 83 लाख की लागत के सिविल अस्पताल, 21 करोड़ 88 लाख रुपए की लागत के जेरोर और ओरछा स्वास्थ्य केन्द्र का शिलान्यास, 280 करोड़ 57 लाख रुपये की लागत से निर्मित 5 विकास कार्यों का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा तरिचरकलां को नगर परिषद बनाया जाएगा।

केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार ने मुख्यमंत्री चौहान द्वारा प्रदेशवासियों के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए उठाए गए कदमों और धार्मिक पुर्नउत्थान के कार्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अब बिहार की बहनें भी लाड़ली बहना योजना लागू करने की मांग कर रही हैं। उनके नेतृत्व में समाज में विश्वास के भाव का संचार हुआ है। इस मौके पर मुख्यमंत्री चौहान ने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत पूजा अहिरवार, कमलेश अहिरवार, लक्ष्मी प्रजापति और सीता अहिरवार को 6 करोड़ रुपए का चेक प्रदान किया।

आई.टी. आई भवन लोकार्पित

मुख्यमंत्री चौहान ने बुंदेला शासकों द्वारा स्थापित स्मारकों के संरक्षण के लिए 7 करोड़ 50 लाख रुपए के कार्यों, दो करोड़ की लागत से अछरू माता मंदिर में जनसुविधाओं के विकास कार्यों का शिलान्यास किया तथा 182 करोड़ 44 लाख रुपए से निर्मित निवाड़ी-पृथ्वीपुर समूह जल प्रदाय योजना, 84 करोड़ 97 लाख लागत की निवाड़ी-पृथ्वीपुर-दो समूह जल प्रदाय योजना, 6 करोड़ 40 लाख रुपए की लागत से निर्मित आवास गृह भवनों, शासकीय महाविद्यालय पृथ्वीपुर में 3 करोड़ 86 लाख की लागत सेनिर्मित कक्षों और पृथ्वीपुर में 2 करोड़ 89 लाख की लागत से बने ट्रेड आई.टी.आई भवनों का लोकार्पण भी किया।

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