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मप्र 50 प्रतिशत आपूर्ति सौर ऊर्जा से करने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है
भोपाल। मप्र प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2030 तक देश की ऊर्जा आवश्यकता की 50 प्रतिशत आपूर्ति सौर ऊर्जा से करने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है। प्रदेश में तय सीमा में इस लक्ष्य को हासिल करने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में प्रतिदिन 5300 मेगा वॉट से अधिक सौर ऊर्जा का उत्पादन हो रहा है। पर्यावरण सुरक्षा की दृष्टि से भी सौर ऊर्जा पर विशेष जोर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ये बात सौर ऊर्जा पार्क के भूमि पूजन कार्यक्रम में कही।
मुख्यमंत्री चौहान और केन्द्रीय ऊर्जा और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह ने गुरुवार को शाजापुर में 5250 करोड़ रुपये की लागत के 1500 मेगा वॉट क्षमता वाले आगर, शाजापुर और नीमच के सौर ऊर्जा पार्क के क्रय अनुबंध पर हस्ताक्षर कर भूमि-पूजन किया।
गरीब की झोपड़ी तक बिजली -
चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने हर गरीब की झोपड़ी तक बिजली पहुँचाई है। मध्यप्रदेश आज बिजली उत्पादन में आत्म-निर्भर है। प्रदेश में प्रतिदिन 22 हजार मेगा वॉट बिजली का उत्पादन हो रहा है। राज्य सरकार पानी, कोयले, हवा और सूरज सभी माध्यमों से बिजली बना रही है। उन्होंने कहा कि बिजली बचाएँ, पेड़ लगाएँ और कोरोना के टीके लगवाकर स्वयं, परिवार, प्रदेश एवं देश को सुरक्षित करें।
एक लाख 59 हजार किलोमीटर बिजली ग्रिड -
केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आरके. सिंह ने कहा कि सरकार ने हर गाँव-हर घर तक बिजली पहुँचा दी है। यदि कोई घर छूट गया हो तो बता दें, वहाँ भी बिजली पहुँचा दी जाएगी। सरकार ने एक लाख 59 हजार किलोमीटर बिजली ग्रिड बनाई है और लेह, लद्दाख तक हर घर में बिजली पहुँचाई है। हमारी आज प्रतिदिन एक लाख 12 हजार मेगा वॉट बिजली हस्तांतरण की क्षमता है।
साफ और सस्ती बिजली -
उन्होंने कहा कि देश में सौर ऊर्जा के माध्यम से साफ और सस्ती बिजली उपलब्ध कराने पर तेज गति से कार्य हो रहा है। इस क्षेत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश में अनुकरणीय कार्य हो रहा है। सौर ऊर्जा उत्पादन में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी राज्य के रूप में उभरा है। सिंह ने बताया कि भारत सरकार द्वारा नवम्बर माह तक गरीबों को नि:शुल्क राशन प्रदाय की योजना को अब 31 मार्च 2022 तक के लिये बढ़ा दिया गया है।