नगरीय निकायों में 62 प्रतिशत तक पद खाली: नगर निगम से लेकर नगर परिषद तक में कर्मचारियों का अभाव

नगर निगम से लेकर नगर परिषद तक में कर्मचारियों का अभाव
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पंकज शुक्ला, भोपाल: प्रदेश के नगरीय निकाय कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे हैं। भर्तियों के अभाव में रिक्त पदों की यह स्थिति प्रदेश के 413 स्थानीय निकाय भर में नहीं, संचालनालय और संभागीय कार्यालयों में भी बनी हुई है। इसका सीधा नुकसान वसूली सहित दूसरे काम-काज के मामलों में निकायों को उठाना पड़ रहा है।

विधानसभा के बजट सत्र में पेश भारत के नियंत्रक एवं महालेखाकार की संपरीक्षा रिपोर्ट यही बताती है। नमूने में शामिल 8 नगर निगम, 22 नगर पालिका परिषद और 25 नगर पालिका परिषदों के मामले में चिंताजनक स्थित सामने आई है। स्वीकृत पदों के मुकाबले यहां औसतन 62 प्रतिशत तक पद रिक्त मिले हैं। मार्च 2022 की स्थिति में नगर परिषद में यह कमी 68.45 तक दर्ज की गई है। तीनों प्रकार के नगरीय स्थानीय निकायों में कर्मचारियों की अत्यधिक कमी को देखते हुए रिपोर्ट में बताया गया है कि नगरीय स्थानीय निकायों के प्रदर्शन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था।

नगरीय निकाय स्वीकृत संख्या पदस्थ संख्या रिक्त रिक्त प्रतिशत में

नगर पालिका निगम (8) 17,947 6,971 10,976 61.16

नगर पालिका परिषद (22) 5,712 2,145 3,567 62.45

नगर परिषद (25) 2,114 667 1,447 68.45

योग 25,773 9,783 15,990 62.04

कर्मचारियों की कमी वाले निकाय

आगर मालवा, आष्टा, अकोदिया, अंजड़, बालाघाट, बरघाट, बैतुल, भिंड, बिछिया, बिजी, बढार, बुदनी, ब्यौहारी, छिंदवाड़ा, दमोह, धार, गंजबासौदा, ग्वालियर, इछावर, इंदौर, जबलपुर, जावरा, झाबुआ, करेली, खंडवा, खिरकिया, कुक्षी, लोहार्दा, महाराजपुर, मैहर, मालनपुर, मंडलेश्वर, मंदसौर, मैना, मुलताई, नलखेड़ा, नरसिंहगढ़, नीमच, निवाडी, ओंकारेश्वर, ओरछा, पिछोर, पिपलानारायनवार, पोलाय कला, राजपुर, रामपुर नैकिन, रतलाम. सागर, साँची, सिवनी मालवा, शहडोल, शिवपुरी, तेंदूखेड़ा, उचेहरा और विदिशा।

27 निकायों में स्वीकृत पदों से ज्यादा कर्मचारी

कर्मचारियों की कमी से जूझ रहे प्रदेश के 55 निकायों के अलावा 27 निकाय ऐसे भी सामने आये हैं, जहां स्वीकृत पदों के मुकाबले अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं। विभिन्न 43 पदों पर कार्यरत इन कर्मचारियों की संख्या 415 है। जबकि इनके लिये 884 पद ही स्वीकृत किये गये थे। इसके बाद कुल कर्मचारियेां का का आंकड़ा 1335 पहुंच गया है। इसमें नगर पालिका परिषद आष्टा, बालाघाट, नीमच, दमोह, गंजबासौदा, सिवनी मालवा, विदिशा, जावरा, शहडोल, नरसिंगढ़, महाराजपुर और मुलताई के साथ नगर निगम ग्वालियर, खंडवा, सागर, मंदसौर और इंदौर के साथ नगर परिषद कुक्षी, ओरछा, निवाड़ी और अंजड़ प्रमुख हैं।

संभागीय कार्यालयों में ही 60 प्रतिशत पद खाली

नगरीय प्रशासन संचालनालय जहां करीब 48 प्रतिशत अधिकारी-कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है। वहीं संभागीय कार्यालयों में यह कमी 60 प्रतिशत तक बनी हुई है। संभागीय कार्यालयों में स्वीकृत 191 पदों के मुकाबले सिर्फ 75 अधिकारी-कर्मचारी ही पदस्थ हैं। इसके अलावा यांत्रिकी विभाग भी कमी से जूझ रहा है।

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