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भाजपा प्रदेशाध्यक्ष शर्मा ने कहा - लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक जीत का मंत्र देंगे अमित शाह
भोपाल। विधानसभा चुनाव 2023 में पार्टी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है और भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश के हम सभी कार्यकर्ताओं का सौभाग्य है कि इस प्रचंड जीत के शिल्पी और रणनीतिकार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार को मध्यप्रदेश दौरे पर आ रहे हैं। विधानसभा चुनाव के बाद अमित शाह का यह पहला मध्यप्रदेश दौरा है। इसके दौरान आधुनिक राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह कार्यकर्ताओं को आने वाले लोकसभा चुनाव में जीत का मंत्र देंगे। उनके इस दौरे को लेकर पार्टी कार्यकर्ता उत्साहित हैं और अमित शाह के स्वागत की तैयारियों में जुटे हैं। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने शनिवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कही।
हर कार्यकर्ता में जोश भरेंगे केंद्रीय गृह मंत्री
उन्होंने कहा कि हम सभी ने देखा है कि विधानसभा चुनाव में केंद्रीय गृहमंत्री शाह ने किस प्रकार कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित किया था, जिसके बाद सभी कार्यकर्ता पूरे जोश के साथ हर बूथ पर सक्रिय हो गए थे। यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री शाह के मार्गदर्शन का ही परिणाम था कि विधानसभा चुनाव में पार्टी को अभी तक का सर्वाधिक वोट शेयर हासिल हुआ। लोकसभा चुनाव में भी प्रदेश के पार्टी कार्यकर्ताओं को उसी प्रकार अमित शाह का मार्गदर्शन मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि यह चुनाव हर बूथ पर लड़ा जाएगा और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से प्रेरणा प्राप्त कर पार्टी कार्यकर्ता हर बूथ पर पूरी तैयारी के साथ काम में जुट जाएंगे।
अंग्रेजों की गुलामी के प्रतीक कानून बदल दिये
शर्मा ने कहा कि हम सभी ने देखा है कि किस प्रकार देश के प्रधानमंत्री मोदी ने मुगलों और अंग्रेजों की गुलामी के प्रतीकों को समाप्त करने का संकल्प लिया है और वे एक-एक कर इन प्रतीकों से देश को मुक्ति दिला रहे हैं। उसी प्रकार अमित शाह ने भी ऐसे सैकड़ों कानूनों को बदल दिया है, जो अंग्रेजों की गुलामी के प्रतीक थे। उन्होंने अंग्रेजों के जमाने की आईपीसी को हटा दिया है और उसके स्थान पर नई दंड संहिता को चलन में लाया गया है।
पहले ग्वालियर, फिर खजुराहो के कार्यकर्ताओं का करेंगे मार्गदर्शन
शर्मा ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री शाह रविवार को पहले ग्वालियर पहुंचेंगे। यहां पर वे क्लस्टर की चारों लोकसभा की प्रबंध समितियों की बैठक लेंगे और कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करेंगे। इसके उपरांत गृह मंत्री अमित शाह सागर क्लस्टर के खजुराहो पहुंचेंगे और खजुराहो लोकसभा क्षेत्र के सभी 2293 बूथों की बूथ समितियों के कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। केंद्रीय गृहमंत्री बूथ के कार्यकर्ताओं को पार्टी की ताकत कहते हैं और ये खजुराहो तथा बुंदेलखंड के सभी कार्यकर्ताओं के लिए सौभाग्य की बात है कि केंद्रीय गृहमंत्री शाह उनका मार्गदर्शन करेंगे। पार्टी कार्यकर्ताओं ने जो परिश्रम किया है, उससे बुंदेलखंड क्षेत्र से कांग्रेस पहले ही मैदान छोड़कर भाग चुकी है और सपा का कोई अस्तित्व नहीं रह गया है। ऐसे में अमित शाह का प्रेरक मार्गदर्शन पाकर पार्टी कार्यकर्ता हर बूथ जीतने और हर बूथ पर 10 प्रतिशत वोट बढ़ाने के लक्ष्य को हासिल करने में सफल होंगे।
स्व. कुशाभाऊ ठाकरे की प्रतिमा का अनावरण, प्रबुद्धजनों से संवाद करेंगे गृहमंत्री
प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि खजुराहो से अमित शाह भोपाल आएंगे और यहां पुराना मिंटो हॉल, जिसे भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर का स्वरूप दिया है, में स्थापित पार्टी के पितृ पुरुष स्व. कुशाभाऊ ठाकरे की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। इसके उपरांत केंद्रीय गृहमंत्री समाज के प्रबुद्धजनों तथा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह कर रहे प्रमुख नागरिकों के साथ संवाद करेंगे। इस दौरान शाह उन्हें बताएंगे कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी किस प्रकार आगे बढ़ रही है। साथ ही आजादी के अमृतकाल में 2047 तक भारत को विकसित बनाने के प्रधानमंत्री जी के संकल्प के संबंध में प्रबुद्धजनों से चर्चा करेंगे, उनके सुझाव लेंगे।
कांग्रेस का चरित्र दोहरा
शर्मा ने एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि जीतू पटवारी भगवान श्री राम की यात्रा निकालने से पहले पार्टी नेता दिग्विजय सिंह, सोनिया जी और राहुल जी से तो पूछ लें, क्या उन्होंने इसके लिए ओके कर दिया है? वीडी शर्मा ने कहा कि जीतू पटवारी को पहले यह पता कर लेना चाहिए कि उनकी पार्टी की नीतियां क्या हैं, पार्टी चाहती क्या है, तब आगे बढ़ें। कांग्रेस के दोहरे चरित्र को देश और प्रदेश की जनता जानती है, लेकिन जो नए लोग पार्टी में आए हैं, उन्हें तो दोहरा चरित्र नहीं रखना चाहिए। वीडी शर्मा ने कहा कि भगवान श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा किसी राजनीतिक दल का काम या पॉलीटिकल आयोजन नहीं था, लेकिन कांग्रेस ने इसके आमंत्रण को ठुकरा दिया।