वर्क परमिट दिलाने के नाम पर दवा व्यापारी से ठगे 10 लाख, पुलिस ने दर्ज की शिकायत
ग्वालियर। गुजरात में रहने वाले दो भाइयों ने ग्वालियर के दवा विक्रेता से केन्या का वर्क परमिट दिलाने के नाम पर करीब 10 लाख रूपए ठग लिए। मामले का खुलासा पीड़ित के एसपी ऑफिस में जनसुनवाई में अपील के बाद सामने आया। मामला सामने आने के बाद एसपी ने मामले की जांच करने के आदेश दे दिए है।
शिकायतकर्ता वैभव कान्त उपाध्याय के अनुसार, वह ग्वालियर शहर में दवा का व्यवसाय करता है। उसके गुजरात में रहने वाले शिरीश भट्ट और उसके परिवार से अच्छे पारिवारिक और व्यापारिक संबंध है। उससे फोन पर व्यवसाय के संबंध में लगातार संपर्क बना रहता था। इसी दौरान उन्होंने मुझे केन्या का वर्क परमिट दिलाने की बात कही। जिसके लिए मुझसे उन्होंने 10 लाख रूपए की मांग की तो मैंने आपसी संबंधों के चलते 4 लाख 90 हजार रूपए शिवम भट्ट के पिता शिरीष भट्ट के खाते में डाल दिए। इसके बाद उन्होंने मुझे केन्या बुलाया।
धमकी और धोखाधड़ी
शिवम के बुलावे पर जब मैं केन्या पहुंचा तो वहां शिवम के चाचा रवि पटेल अपने घर ले गए। वहां उन्होंने मुझसे कहा कि आप अपने किसी मित्र के माध्यम से 5 लाख रूपए मेरे खाते में ट्रांसफर करा दें तो आपका काम जल्दी हो जाएगा। उनके कहने पर मैंने अपने दोस्त दिनेश सोनी द्वारा उनके खाते में 5 लाख रूपए ट्रांसफर करा दिए। इसके बाद मैं वापिस ग्वालियर आ गया। वापिस आने के बाद जब मैंने वर्क परमिट का अपडेट जानने के लिए उन्हें दोबारा कॉल किया तो मेरा फोन काटने लगे। बार-बार कॉल करने पर उन्होंने मुझसे कहा कि कोई वर्क परमिट नहीं मिलेगा हमने धोखा दिया है। अब जो करना है कर लें। हम गुजरात और केन्या में रहते है इसीलिए हमारा पुलिस कुछ नहीं बिगाड़ सकती।
कार्रवाई की मांग -
पीड़ित का कहना है की पुलिस इस मामले में प्रकरण दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ उचित विधिक कार्रवाई करें। पुलिस का कहना है की मामले की जांच कर जल्द से जल्द आरोपियों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।