2 हजार 297 बहनों को लडली बहना योजना से बाहर, ढ़ाई लाख से अधिक आय वाली बहनों ने भी भरे फॉर्म

2 हजार 297 बहनों को लडली बहना योजना से बाहर, ढ़ाई लाख से अधिक आय वाली बहनों ने भी भरे फॉर्म
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ऐसी कई महिलाओं ने भी फॉर्म भरे हैं, जो पूर्व से ही शासकीय योजना के तहत आर्थि रूप से फायदा ले रही हैं।

ग्वालियर, न.सं.। विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लाड़ली बहना योजना शुरू की गई है। इस योजना के फॉर्म भरने वाली बहनों के खाते में 10 जून को एक हजार रुपए पहुंचेंगे, जो प्रतिमाह मिलेंगे। लेकिन उक्त योजना में ऐसी बहनों ने भी अपने आवेदन कर दिए, जिनकी आए 30 से 40 हजार रुपया प्रतिमाह है, जिनके फॉर्म भी रिजेक्ट किए जा चुके हैं।

दरसअल मुख्यमंत्री द्वारा तीन माह पूर्व अपने जन्म दिन के अवसर पर की थी। योजना की घोषणा के बाद पात्र बहनों का सर्वे कर उन्हें सूची में शामिल करने के लिए बड़े से लेकर छोटे अधिकारी तक कार्य में जुट गए थे। यही कारण है कि जिले में कुल 3 लाख 8 हजार 192 फार्म भरे गए हैं। लेकिन उक्त फार्मों में से 2 हजार 297 फॉर्म रिजेक्ट हो चुके हैं। इनमें ऐसी कई बहनें हैं जो स्वयं नौकरी करती हैं और उनकी आय तीन लाख तक है। इसके अलावा ऐसी बहनें भी शामिल हैं, जिनके पति इनकम टैक्स भरते हैं। जबकि कई बहनों के पति को खुद शासकीय नौकरी कर रहे हैं। जबकि नियम अनुसार परिवार की ढाई लाख रुपये से अधिक आय नहीं होना चाहिए।

इन कारणों से हुए फॉर्म निरस्त

- योजना के तहत फॉर्म भरने वाली ऐसी कई महिलाएं सामने आई हैं, जिनके परिवार की आए ढ़ाई लाख से अधिक हैं।

- ऐसी कई महिलाओं ने भी फॉर्म भरे हैं, जो पूर्व से ही शासकीय योजना के तहत आर्थि रूप से फायदा ले रही हैं।

- फॉर्म भरने वाली कई बहनें ऐसी हैं, जो खुद शासकीय सेवा में या उनके पति शासकीय सेवा में कार्यरत हैं।

16 हजार से अधिक बहनों की नहीं हो सकी डीबीटी

योजना के तहत फॉर्म भरने वाली उन्हें बहनों के खाते में एक हजार रुपए पहुचेंगे, जिनके खाते से आधार कार्ड लिंक के अलावा डीबीटी सक्रिय है। लेकिन जिले में करीब 16 से अधिक ऐसी बहनें भी हैं जो योजना का लाभ लेने के लिए पात्रता तो रखती हैं। लेकिन अभी तक बैंक खाते में उनकी डीबीटी सक्रिय नहीं हो पाई है। जबकि जिलाधीश से लेकर अन्य अधिकारी लगातार बैंकों के अधिकारियों के साथ बैठकें आयोजित कर डीबीटी सक्रिय कराने के निर्देश दे चुके हैं। उसके बाद भी कई बहनों की डीबीटी सक्रिय नहीं हो सकी।

50 से अधिक बहनों ने खुद निरस्त कराए फॉर्म

जिले में करीब 50 से अधिक ऐसी बहनें भी हैं, जिन्होंने खुद ही आवेदन देकर अपने फॉर्म निरस्त कराए हैं। फॉर्म निरस्त कराने वाली बहनों का कहना था कि उन्हें पता नहीं था कि नियम क्या हैं, इसलिए फॉर्म भर दिए थे। जबकि कुछ ऐसी भी महिलाओं ने फॉर्म खुद से निरस्त कराए हैं, जिनके पति शासकीय नौकरी में हैं।

यहां भरे गए थे इतने फॉर्म

स्थान फॉर्म

  • नगर निगम ग्वालियर 160172
  • नगर पालिका डबरा 20696
  • जनपद पंचायत भितरवार 34940
  • जनपद पंचायत डबरा 31584
  • जनपद पंचायत घाटीगांव 22122
  • जनपद पंचायत मुरार 24685
  • नगर परिषद आंतरी 1970
  • नगर परिषद भितरवार 3715
  • नगर परिषद बिलौरा 2414
  • नगर परिषद मौहना 3380
  • नगर परिषद पिछौर 2514

लाडक़ी योजना बहना के तहत फॉर्म भरने वाली 2 हजार 297 बहनों के फॉर्म निरस्त हुए हैं। इनमें 50 ऐसी बहनेंं भी शामिल हैं, जिन्होंने खुद ही आवेदन देकर फॉर्म निरस्त कराया है। डीबीटी का काम जारी है और 9 जून को भी डीबीटी का कार्य जारी रहेगा।

राहुल पाठक

जिला कार्यक्रम अधिकारी

महिला एवं बाल विकास

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