एक नंबर गलत होने की वजह से भुगतना पड़ा 3.50 लाख का नुकसान
ग्वालियर। ग्वालियर शहर में मात्र एक छोटी सी गलती की वजह से व्यापारी को 3 लाख 50 हजार रुपये का नुकसान हो गया। बता दें एक को व्यापारी ने पीतांबरा फ़ूड नाम की फर्म के एकाउंट में पैसे ट्रांसफर करना था। पर अकाउंट नो में एक नो गलत होने से पेमेंट किसी ऋतू इंटरप्राइजेज के नाम पर चला गया। जब व्यापारी को इस बात का पता चला तो उसने फर्म के मालिक से संपर्क किया जिसके अकाउंट में पैसा चला गया था।
ग्वालियर के जनकगंज स्थित समाधिया कॉलोनी निवासी अजय पुत्र जयराम खुशवानी व्यापारी हैं एवं वे खुशवानी इंटरप्राइजेज के नाम से चॉकलेट का व्यवसाय संचालित करते हैं। जुलाई माह में उन्हें पीतामबरा फूड प्राइवेट लिमिटेड को 3 लाख 50 हजार रुपए का पेमेंट करना था। जिस पर उन्होंने पेमेंट करने के लिए पीताम्बरा फूड प्राइवेट लिमिटेड के खाता क्रमांक आखिरी के तीन अंक 388 में भेजना था, लेकिन गलती पैसे इस खातें ना भेजते हुए एक अंक की गलती से खाता क्रमांक 288 में रितु जैन की फर्म रितु इंटरप्राइजेज दही मण्डी में पहुंच गया। व्यापारी ने बताया की गलती से पेमेंट दूसरे फर्म अकाउंट में चले जाने का पता चलते ही उसने फार्म के मालिक से केश लौटने की बात कही जिस पर उसने केश कुछ दिनों में वापस करने का कहकर बात को टाल दिया। लेकिन उसके बाद केश मांगने पर फर्म के मालिक द्वारा उसे बहाने बनाते हुए केश देने से मना कर दिया। जिसकी शिकायत फरियादी ने पुलिस में की और पुलिस के द्वारा अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। ये जो घटनाक्रम हुआ है ये जनकगंज स्थित पीजीवी कॉलेज की यूनियन बैंक की ब्रांच का है।
व्यापारी ने बताया
व्यापारी ने बताया की उसके साथ हुई घटना का पता चलते ही जैसे ही उसने फर्म के मालिक से पैमेंट की रिकवरी की बात की तो उन्होंने पैसे आने कि बात कहते हुए बहाना बनाकर कुछ समय बाद पैसे वापस करने की बात कहते हुए बात को टाल दिया।जब अजय ने दबाव बनाया तो रितु इंटरप्राइजेज के मालिक द्वारा हर दूसरे दिन एक नया वादा कर उन्हें जल्द ही वापस करने का आश्वासन दिया। फर्म मालिक के द्वारा व्यापारी को ठगी का अहसास होते ही पीड़ित थाने पहुंचा जिसकी शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
इन्होने कहा
मामले को लेकर जनकगंज थाना प्रभारी आलोक सिंह परिहार का कहना है कि पीड़ित की शिकायत पर शिकायत पर मामला दर्ज करके कार्यवाही की जाएगी।