सब्जी मण्डी खुलने से 800 मजदूरों को मिला काम

सब्जी मण्डी खुलने से 800 मजदूरों को मिला काम
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80 लाख का हो रहा है कारोबार

ग्वालियर, न.सं.। नई व पुरानी लक्ष्मीगंज सब्जी मण्डी खुलने से पिछले काफी समय से बेकार बैठे 800 से 1000 स्थानीय व बाहरी मजदूरों को मण्डी में काम मिलना शुरू हो गया है। काम मिलने से श्रमिकों की आवश्यक जरूरतों की पूर्ति हो रही है। साथ ही मण्डी में प्रतिदिन 70 से 80 लाख रुपए का सब्जी कारोबार होना भी शुरू हो गया है। रोज 70 से 80 छोटी-बड़ी गाडियों की आवक-जावक भी हो रही है।

ढाई माह के बाद जब 14 जून को सब्जी मण्डी खुली थी तो यहां सामान्य दूरी का पालन होते हुए नहीं दिखाई दिया था। मण्डी में जबरदस्त भीड़ थी, लेकिन अब दोनों मण्डियों के शुरू होने से स्थिति सामान्य हो गई है। मण्डी में भीड़ तो हो रही है लेकिन पहले जितनी नहीं है। मण्डी में कोरोना से पहले की तरह कामकाज हो रहा है और शहर को सब्जी की पूर्ति की जा रही है।

500 से 800 रुपए रोज कमा रहे हैं मजदूर

मण्डी में रात से ही सब्जी की गाडिय़ों का आना शुरू हो जाता है। सब्जियां ग्वालियर से सेवढ़ा, मौ, गोहद, भिण्ड व दतियां भी जा रही हैं। सब्जियों को रखने व उतारने में प्रतिदिन एक मजदूर 500 से 800 रुपए कमा रहे हैं। सब्जी के इस कारोबार में 700 से 800 व्यापारी भी लगे हैं।

इनका कहना है

'मण्डी खुलने के बाद से सामान्य कामकाज शुरू हो गया है और मजदूरों को काम भी मिलने लगा है। मण्डी का कारोबार भी धीरे-धीरे पटरी पर आ रहा है।Ó

-रामजीत सिंह राजपूत

अध्यक्ष, सब्जी मण्डी

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