ग्वालियर में गुप्ता व कुशवाह ने वापस लिया नामांकन, 17 को होगा मतदान

ग्वालियर में गुप्ता व कुशवाह ने वापस लिया नामांकन, 17 को होगा मतदान
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नाम वापसी के बाद छह सीटों पर भाजपा कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला, 90 प्रत्याशी मौदान में

ग्वालियर, न.सं.। जिले में छह विधानसभाओं के लिए 17 नवम्बर को होने वाले चुनाव को लेकर नामांकन वापसी के बाद गुरूवार को उम्मीदवारों की तस्वीर स्पष्ट हो गई। इसमें छह सीटों पर भाजपा कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है। यद्यपि दो सीटों पर आप और छह सीटों पर बसपा भी भाग्य आजमा रही है।

गुरूवार को नामवापसी की समय सीमा समाप्त होने के साथ ही 2 प्रत्याशियों के नाम वापस लेने के बाद 90 उम्मीदवारों के चेहरे भी साफ हो गए हैं, साथ ही चुनाव प्रचार भी बढ़ गया है। इसके साथ ही अब उम्मीदवारों के समर्थन में लोग खुलकर सामने भी आने लगे हैं। प्रत्याशी व उनके समर्थक प्रचार-सामग्री वितरित करने के अलावा घर-घर जाकर मतदाताओं की मनुहार करने में जुट गए हैं। जिले की सभी 6 विधानसभा क्षेत्रों से कुल 115 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किए थे। इसमें नामांकनों की जांच व वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब मैदान में कुल 90 प्रत्याशी अपना भाग्य आजमायेंगे। नाम वापसी वालों में विधानसभा ग्वालियर ग्रामीण से निर्दलीय आनंद कुशवाह ने अपना नामांकन वापस लिया है। आनंद ने बीएसपी से अपना नामांकन दाखिल किया था, लेकिन पार्टी की ओर से उन्हें फार्म नहीं दिया गया। जिस कारण वह निर्दलीय हो गए थे। इतना ही नहीं श्री कुशवाह अगर चुनाव लड़ते तो यह उनका 28 वां चुनाव होता। श्री कुशवाह का कहना है कि उन्होंने चुनाव चिंह केटली मांगी थी, जो उन्हें नहीं मिली। इसलिए नामांकन वापस लिया है। इसी तरह ग्वालियर पूर्व से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ब्रजेश गुप्ता ने नामांकन भरा था, उन्होंने अपने आप को आप पार्टी का उम्मीदवार बताया था। लेकिन पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी घोषित नहीं किया था। इसी वजह से उन्होंने अपना पर्चा वापस लिया।

इन सीटों पर इनमें मुकाबला

  • सबसे ज्यादा ग्वालियर व सबसे कम ग्वालियर पूर्व में उम्मीदवार
  • नाम वापसी के बाद जिले की छह विधानसभाओं में से सबसे ज्यादा 20 उम्मीदवार ग्वालियर ग्रामीण में हैं। जबकि सबसे कम 12 उम्मीदवार ग्वालियर दक्षिण में हैं।

इन दो विधानसभाओं में लगेंगी दो-दो वीयू

नाम वापसी के बाद जहां चेहरे तो साफ हो ही गए हैं। साथ ही यह भी तय हो गया है कि किस विधानसभा में कितनी बीयू लगेंगे। क्योंकि एक बीयू में सिर्फ 16 प्रत्याशियों के लिए ही जगह होती है। इसलिए ग्वालियर ग्रामीण व ग्वालियर विधानसभा में दो दो बेलेट यूनिट लगेगी। क्योंकि उक्त दोनों ही विधानसभा में 16 से अधिक उम्मीदवार हैं।

नाम वापसी के बाद उम्मीदवारों की स्थिति

विधानसभा उम्मीदवार

- ग्वालियर ग्रामीण 20

- ग्वालियर 19

- ग्वलियर पूर्व 15

- ग्वालियर दक्षिण 10

- भितरवार 14

- ड़बरा 12

भारत व साहब सिंह एक बार फिर आमने-सामने

विधानसभा 14 ग्वालियर ग्रामीण में भाजपा के भारत सिंह कुशवाह का सीधा मुकाबला एक बार फिर कांग्रेस के साहब सिंह से होने जा रहा है। पिछली बार कांग्रेस से मदन कुशवाह को टिकट मिलने पर साहब सिंह बसपा से चुनाव लड़े थे। इसके अलावा उक्त विस में बसपा से सुरेश बघेल, राष्ट्रीय समानता दल से जीवन कुशवाह, आजाद समाज पार्टी से राजेश कुशवाह, आप से सुमित पाल, सपा से राजेश शंकर कक्का, राष्ट्र समाज पार्टी से जीवन कुशवाह, राष्ट्र निर्माण पार्टी से डॉ. रणधीर सिंह राहुल, निर्दलीय तेजेन्द्र मिश्रा, संदीप, नितेश सिंह, गेंदालाल, दीपेन्द्र सिंह परमार, रवी जोशी, पूरन सिंह, मान सिंह, लोकेन्द्र गुर्जर, उदयवीर सिंह व धर्मेन्द्र गुर्जर।

दूसरी बार भिडेंगे तोमर व शर्मा

विधानसभा 15 ग्वालियर में भाजपा से प्रद्युम्न सिंह तोमर व कांग्रेस के सुनील शर्मा के बीच फिर से सीधा मुकाबला होगा। उप चुनाव में भी तोमर व शर्मा के बीच सीधा मुकाबला हुआ था। इसके पहले वर्ष 2018 के चुनाव में भाजपा के जयभान सिंह पवैया का मुकाबला कांग्रेस के प्रद्युम्न सिंह तोमर से हुआ था। इसके अलावा आप से राहित गुप्ता, स्वतंत्र जनता राज पार्टी से महेश कोली, कम्युनिस्ट से मिताली शुक्ला, अखण्ड भारत साम्राज्य पार्टी आरती भास्करन, समान्ता मूलक समाज पार्टी रोशन बेग, इंडियन पिपुल्स अधिकार पार्टी देवी प्रसाद, पब्लिक पोलिटिकल पार्टी राजीव धाकर, बीएसपी नितिन तोमर, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया कौशल शर्मा, आजाद समाज पार्टी इमरान खान, निर्दलीय जितेन्द्र त्रिपाठी, पवन सिंह, सुनील शर्मा, चंदन राठौर, मनीष सिंघल, निधी शर्मा, मनीष काले।

पहली बार माया व सतीश आमने सामने

विधानसभा ग्वालियर पूर्व में भाजपा से माया सिंह व कांग्रेस से सतीश सिकरवार के बीच सीधा मुकाबला है। यह दोनों पहली बार आमने सामने होंगे। इसके पहले उप चुनाव में कांग्रेस के श्री सिकरवार व भाजपा के मुन्नालाल गोयल पराजित हो गए थे। जबकि वर्ष 2018 के चुनाव में इसके उलट कांग्रेस के मुन्नालाल गोयल ने भाजपा के श्री सिकरवार को हराया था। इसके अलावा उक्त विस में आजाद समाज पार्टी से नरोत्तम, सपा से विनोद गुर्जर, इंडियन यूथ कांग्रेस से श्रीमती हेमलता, जनअधिकार पार्टी से प्रदीप शर्मा, अम्बेडकर पार्टी ऑफ इंडिया से विजय सिंह, सपा से प्रहलाद सिंह, निर्दलीय मीनाक्षी जैन, विशाल पाल, दीपक, महेन कुमार, नाथू सिंह, नरेश चन्द्र एवं डॉ. पी.डी. अग्रवाल सहित अन्य शामिल हैं।

कुशवाह व पाठक फिर मैदान में

विधानसभा ग्वालियर दक्षिण में भाजपा से नारायण सिंह कुशवाह व कांग्रेस से प्रवीण पाठक के बीच एक बार फिर सीधा मुकाबला होगा। क्योंकि पिछले चुनाव में भाजपा से बागी होकर समीक्षा गुप्ता चाबी चुनाव चिन्ह पर लड़ी थीं। मुकाबला त्रिकोणीय रहा और कांग्रेस के श्री पाठक मात्र 121 मतों से विजय हुए थे। इससे लगातार तीन बार से जीत हासिल कर मंत्री बन रहे अजेय नारायण सिंह कुशवाह का सफर थम गया था। इसके अलावा उक्त विस में आप से पंकज गुप्ता, आजाद समाज पार्टी से कल्याण सिंह कुशवाह, निर्दलीय देवेन्द्र कुशवाह, साधो अशोक खान, गोपाल जयसवाल, विजय माहौर, नारायण सिंह कुशवाह, राजेन्द्र सिंह कुशवाह।

मोहन सिंह व लाखन सिंह में कांटे की टक्कर

विधानसभा भितरवार में भाजपा से इस बार मोहन सिंह राठौर व कांग्रेस के लाखन सिंह यादव का मुकाबला होगा। पिछले चुनाव में लगातार चार बार के विधायक लाखन सिंह ने अनूप मिश्रा को पराजित किया था। इस बार भाजपा ने श्री राठौर को टिकट देकर लाखन के सामने उतारा है। इसके अलावा उक्त विस में आजाद समाज पार्टी से सतेन्द्र रावत, समतामूलक पार्टी बादाम सिंह बघेल, बसपा से कालीचरण, जनअधिकार पार्टी से प्रो. विजय कुशवाह, सपा से संत राजेश्वर गिरी, निर्दलीय अगर सिंह, पंडित राम मुदगल, मनमोहन शर्मा, धमेन्द्र चौधरी, चांद खान, संजय कुशवाह एवं सुशील कुशवाह।

इमरती ने 60 हजार मतों से कप्तान को किया था पराजित

विधानसभा डबरा में भाजपा से इमरती देवी व कांग्रेस से सुरेश राजे के बीच सीधा मुकाबला होगा। पूर्व में हुए उप चुनाव में भी दोनों के बीच मुकाबला हुआ था। लेकिन सुरेश राजे ने करीब सात हजार मतों से इमरती देवी को हराया था। जबकि वर्ष 2018 में हुए चुनाव में कांग्रेस इमरती देवी और भाजपा के कप्तान सिंह सहसारी के बीच मुकाबला हुआ था। जिसमें इमरती ने करीब 60 हजार मतों से कप्तान सिंह को पराजित किया था। इसके अलावा उक्त विस में आजाद समाज पार्टी से रूपेश कैन, जनअधिकार पार्टी से डॉ. भारत बार्सी, राष्ट्रीय रक्षक मोर्चा से पवन कुमार राय, बसपा से सत्यप्रकाशी परसेडिया, निर्दलीय अनिल अगरइयां, संजय अगरइयां, विकाश सागर, लीलाधर, नवल किशोर एवं रामबरन सागर।

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