कोरोना पर भारी उत्साह, बेटे का सहारा लेकर वोट डालने पहुंची 96 वर्षीय मां

कोरोना पर भारी उत्साह, बेटे का सहारा लेकर वोट डालने पहुंची 96 वर्षीय मां
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ग्वालियर, न.सं.। विधानसभा उप-चुनाव के तहत मंगलवार को मतदान में बुजुर्गों का उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही बुजुर्ग मतदान केंद्रों में बेटे-बेटियों और नातियों की मदद से पहुंचकर पहले मतदान बाद में दूसरा काम का संदेश दिया। वहीं दिव्यांगों में भी वोट डालने का खासा उत्साह रहा, व्हील चेयर और बैसाखी के सहारे वे मतदान के लिए बूथों पर पहुंचे।

उप-चुनाव में सेवानगर के कम्युनिटी हॉल परिसर में स्थित ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्र क्रमांक-180 में 96 वर्षीय शीला भदौरिया बेटे का सहारा लेकर मतदान करने पहुंची। बेटे ने बताया मां शुरू से मतदान के दिन सबसे पहले वोट डालने जाती रही हैं। मंगलवार सुबह से वह वोट डालने की रट लगाए थी। उन्होंने सुबह का नाश्ता भी नहीं किया, उनकी जिद्द पर वह उन्हें गोद में लेकर बूथ पर मतदान कराने पहुंच गए। वोट डालने के बाद बुजुर्ग बहुत खुश नजर आ रही थीं। इस दौरान मौसम में ठंडा होने के कारण कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं कर्मचारी कोरोनावायरस संक्रमण से बचने के लिए पीपीपी किट पहनकर पहली बार मतदान केंद्र पर नई व्यवस्था के साथ काम करते हुए नजर आए।

जिंदा मतदाता को बताया मृत, मायूस होकर लौटा

ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में एक जीवित मतदाता को भी मृत बता दिया गया। जिससे वह मतदान में हिस्सा नहीं ले पाया। इतना ही नहीं मतदाता ने अधिकारियों से गुहार लगाते हुए कहा कि उसने लोकसभा चुनाव में मतदना किया था। लेकिन उसकी एक न सुनी। सुबह ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र के बीटीआई स्कूल में मतदान केन्द्र बनाया गया था। वहीं के रहने वाले परमानंद जब मतदान करने मतदना केन्द्र पहुंचे तो वहां उनका नाम मतदाता सूची में नहीं था। जब परमानंद ने इस बारे में पता लगाने की कोशिश की तो उसे पता चला कि उसे मृत बताकर मतदाता सूची से उनका नाम काट दिया गया है।

अधिकारियों से हुई बहस

मतदान करने पहुंची डबरा से भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी को मतदान केन्द्र पर एक युवती मिली। जिसके पास कोई पहचान पत्र न होने के चलते अधिकारियों ने उसे वोट डालने से रोक दिया। जिसको लेकर इमरती देवी से अधिकारियों की बहसबाजी शुरू हो गई। मतदान अधिकारियों का कहना था कि मतदान के लिए पहचान पत्र अनिवार्य होता है।

कई केन्द्रों पर नहीं हुई थर्मल स्क्रीनिंग

कोरोना संक्रमण के बीच हुए मतदान में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए तमाम व्यवस्थाएं की गईं थी। इसी के चलते अधिकांश मतदान केन्द्रों पर लोगों को मास्क, सेनेटाइजर व दस्ताने देने के साथ ही थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई। लेकिन कुछ मतदान केन्द्रों पर न तो सामाजिक दूरी का पालन कराया गया और न ही थर्मल स्क्रीनिंग। उधर कई मतदान केन्द्रों के दलों को तो कोरोना संक्रमण का इतना भय था कि वह सुबह मतदान शुरू होने से पहले ही पीपीई किट पहन बैठ गए थे।

मशीन लूटने की शिकायत पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक

विधानसभा 15 ग्वालियर के वार्ड 16 व 17 से किसी व्यक्ति द्वारा शिकायत की गई कि कुछ लोग मतदान केन्द्रों पर उपद्रव करने के साथ ही मशीनें लूट सकते हैं। इस पर पुलिस अधीक्षक भारी बल के साथ शाम 5.30 बजे कांचमील क्षेत्र पहुंचे और पुलिस बल ने मतदान केन्द्रों के पास लगी भीड़ को भगाया। इसके अलावा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पाण्डे द्वारा भी कांचमील क्षेत्र में पुलिस बले के साथ मार्च निकला।

प्रेक्षक बोले, घबराओ मत, आत्मविश्वास से मतदान करो

इधर मतदान केन्द्रों पर प्रेक्षकों द्वारा भी विशेष निगरानी रखी गई। विशेष प्रेक्षक एम.के. दास दोपहर करीब दो बजे जेसी मिल स्कूल व महाविद्यालय स्थित मतदान केन्द्रों पर पहुंचे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। यहां उन्होंने देखा कि मतदाताओं की लाइन मतदान कक्ष के अंदर तक लगी हुई है और मतदाताओं को सामाजिक दूरी के साथ नहीं खड़ा किया गया। इस पर उन्होंने संबंधित कर्मचारी को बुला कर व्यवस्थित रूप से लगाइन लगवाई। इस दौरान उन्होंने पहली बार अपना मत डालने आई युवती प्रिया सिंह से चर्चा की तो वह घबरा गई। इस पर उन्होंने युवती को समझाया और कहा कि घबरा क्यों रहे हो। आत्मविश्वास से अपने मत का उपयोग करो।

वोट डालते ही मिर्ची बाबा ने दिखाया हाथ

गोसपुरा क्षेत्र में मतदान करने पहुंचे मिर्ची बाबा ने मतदान केन्द्र में मतदान करते समय हाथ का पंजा दिखाया। जिसको लेकर केन्द्र पर मौजूद मतदान अधिकारी से उनकी बहस हो गई।

बीएलओ से मतदाता बोले, पर्ची क्यों नहीं दी

शहर के दून पब्लिक स्कूल में जब मतदाता सुबह नौ बजे मतदान करने पहुंचे तो वहां मौजूद कुछ लोगों का बीएलओ से विवाद हो गया। मतदाताओं ने आरोप लगाया कि बीएलओ उनके घर में पर्ची देने ही नहीं आए। वहीं बीएलओ ने कहा कि जब मतदाता घर पर नहीं मिलेंगे तो पर्ची किसे देते। बाद में बीएलओ ने मतदाताओं को मौके पर ही पर्ची दी, तब कहीं जाकर लोगों ने मतदान किया।

झलकियां

-100 मीटर के दायरे में खड़े लोगों को पुलिस ने खदेड़ा।

-मतदान केन्द्र के प्रतिनिधि लोगों को घर से लेकर मतदान केन्द्र तक लेकर पहुंचे।

-दोनों विधानसभा के गदाईपुरा, हजीरा, चार शहर का नका आदि क्षेत्रों में उम्मीदवारों को घर से मतदान केन्द तक ले जाने के लिए चोरी छिपे व्यवस्था की गई थी। जिस पर किसी की भी नजर नहीं पड़ी।

-मतदान केन्द्र के अंदर मोबाइल पर प्रतिंबंध रखा गया था। लेकिन उसके बाद भी मतदान केन्द्रों के अंदर उम्मीदवार सेल्फी लेते हुए दिखाई दिए।

-बारादारी चौराहे पर कुछ व्यापारियों ने अपनी दुकानों के बाहर कुर्सियां लगा दी थी। लेकिन जैसे ही पुलिस की नजर दुकानों पर पड़ी तो सभी व्यापारियों ने अपनी कुर्सियां व सोफो को अंदर रखना ही उचित समझा।

-मुरार के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के बाहर सैकड़ों की तादाद में उम्मीदवार खड़े हुए थे, पुलिस का काफिला आते ही वहां से युवकों को खदेड़ दिया गया।

-ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह के समय धीमी गति से चला मतदान।

-एडीएम किशोर कान्याल ने विवेकानंद नीडम मतदान केन्द्र का औचक निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

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