ग्वालियर में 10 से ज्यादा पशु रखने वाली पशु डेयरियां होगी बाहर, निगमायुक्त ने दिए निर्देश

ग्वालियर में 10 से ज्यादा पशु रखने वाली पशु डेयरियां होगी बाहर, निगमायुक्त ने दिए निर्देश
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ग्वालियर। नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह ने मंगलवार को शहर में सफाई व्यवस्था की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि शहर में कहीं भी कचरे ठिए नहीं दिखने चाहिए। इसके अलावा प्रथम चरण में 10 से ज्यादा पशु रखने वाली पशु डेयरियों को सख्ती से शहर से बाहर करने के निर्देश दिए। निगमायुक्त ने कहा कि अन्य सभी पशु डेयरियों की प्रतिदिन निगरानी कर सडक़ अथवा नाली में गोबर फैलाने पर कार्रवाई करें और गंदगी उठाने का शुल्क डेयरी संचालक से ही वसूल किया जाए। निगमायुक्त ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की तैयारियों में जुट जाने के लिए भी कहा।

निगम मुख्यालय में आयोजित बैठक में निगमायुक्त ने भवन अधिकारियों को निर्देश दिए कि बल्क वेस्ट जनरेटरों द्वारा अपने कचरे का स्वयं ही निस्तारण किया जाए। इसके साथ ही सफाई कार्य में लगे निगम के सभी वाहनों में जीपीएस सुनिश्चित करने के निर्देश सभी डिपो प्रभारियों को दिए। शहर में बने कचरा ट्रांसफर स्टेशनों को लेकर निगमायुक्त ने कहा कि स्मार्ट सिटी द्वारा संचालित तीनों कचरा ट्रांसफर स्टेशन को दो शिफ्टों में चलाया जाए। इसके साथ ही गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मदाखलत की टीम के साथ गंदगी फैलाने वालों के खिलाफ एक्शन लिया जाए। बैठक में अपर आयुक्त आरके श्रीवास्तव, विजय राज, मुनीष सिंह सिकरवार, उपायुक्त अमर सत्य गुप्ता सहित अन्य सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

63 सफाईकर्मी मिले गायब

शहर के विभिन्न वार्डो में मंगलवार को 63 सफाईकर्मी बिना सूचना के गायब रहे। ऐसे में निगमायुक्त के निर्देश पर उनका वेतन काटने की कार्रवाई की गई। स्वच्छता व्यवस्था की समीक्षा बैठक में निगमायुक्त ने निर्देश दिए थे कि जो भी कर्मचारी बिना बताए गैरहाजिर है, उसका वेतन काटा जाए। इसके अलावा टिपर वाहन चलाने वाले ड्राइवर यदि तीन दिन तक बिना सूचना गायब रहते हैं, तो कोई भी डिपो प्रभारी उसे ज्वाइन नहीं कराए।

क्षेत्रीय कार्यालय में अचानक पहुंचे, मचा हड़क़ंप

निगमायुक्त ने मंगलवार को क्षेत्रीय कार्यालय 14 का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को देखा। निगमायुक्त हर्ष सिंह को देख पूरे कार्यालय में हडक़ंप मच गया। इतना ही नहीं अन्य क्षेत्रीय कार्यालयों में अधिकारी शाम तक डटे रहे। श्री सिंह ने सबसे पहले कार्यालय का हाजिरी रजिस्टर देखा और कर्मचारियों की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने आवेदनों के समय सीमा में निराकरण की स्थिति पर संतुष्टि जाहिर की। उन्होंने कर्मचारियों निर्देश दिए कि जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र यथासमय ही बनाए जाएं एवं उनकी बारीकी से जांच की जाए।

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