छुट्टी के दिन भी चार हजार से अधिक बहनों के आवेदन पत्र भरे गए
ग्वालियर,न.सं.। महिला सशक्तिकरण के लिये प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत जिले के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में भी रविवार को आवेदन पत्र भरने का कार्य किया गया। जिलाधीश अक्षय कुमार सिंह ने मुरार के खुला संतर स्थित जोन कार्यालय 9 में पहुंचकर लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत पंजीयन की कार्रवाई का अवलोकन किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। रविवार तक योजना के तहत 4 हजार 407 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
श्री सिंह ने अधिकारियों से कहा है कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत फॉर्म भरने के कार्य के साथ ही ई-केवायसी जिन बहनों की नहीं है उनकी ई-केवायसी कराने का कार्य भी तेजी के साथ किया जाए। सभी जिला अधिकारी क्षेत्र में घूमकर शासन की इस महत्वपूर्ण योजना के तहत सभी पात्र बहनों से आवेदन पत्र जमा कराने का कार्य करें। वहीं घाटीगांव ब्लॉक में ई-केवायसी में लापरवाही बरतने पर एसडीएम द्वारा शासकीय उचित मूल्य की दुकान चराई डांग, सुरेहला व महारामपुरा की तीनों दुकानों के पंजीयन निरस्त कर दिए हैं।
जिलाधीश श्री सिंह ने यह भी निर्देशित किया है कि जिले के उचित मूल्य की दुकानों पर पीओएस मशीन के जरिए खासतौर पर मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के दायरे में आने में आने वाली महिलाओं की समग्र आईडी व आधार मिलान का कार्य किया जाए।
कोई भी पैसे मांगे उसके खिलाफ कार्रवाई करें
श्री सिंह यह भी स्पष्ट किया है कि ई-केवायसी करने के लिए राज्य सरकार द्वारा राशि उपलब्ध कराई जा रही है। कोई भी व्यक्ति ई-केवायसी करने के लिये पैसे माँगता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सभी केन्द्रों पर ई-केवायसी नि:शुल्क की जा रही है। इसके बोर्ड भी लगाए जाएं।
शिविरों में पहुंचे निगमायुक्त, किसी को भी समस्या नहीं आए
नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल ने रविवार को मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के आवेदन एवं समग्र आईडी की ईकेवाईसी के लिए शहर के विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों पर लगाए गए शिविरों का निरीक्षण किया। इस दौरान केंद्रों पर सर्वर की समस्या देखने में आई। निगमायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को इस समस्या के निराकरण के निर्देश दिए। निगमायुक्त ने आयुर्वेदिक कालेज के पीछे बने क्षेत्रीय कार्यालय पर निरीक्षण कर शिविर में चल रहे लाडली बहना योजना के पंजीयन कार्य का अवलोकन किया तथा निर्देश दिए कि पंजीयन के साथ ही जिन महिलाओं की समग्र आइडी की ई-केवायसी साथ-साथ की जाए।