ट्रेनों के सुरक्षित संचालन के होंगे इंतजाम, बढ़ेगी गति -
ग्वालियर,न.सं.। सर्दी का मौसम आ गया है। ऐसे में आगे के दिनों में कोहरा भी वातावरण में छाया रहेगा। कोहरे में ट्रेनों का संचालन बेहतर नहीं रहता। अक्सर ट्रेनें इसकी वजह से विलंबित हो जाती हैं और यात्रियों को असुविधा होती है। इसके लिए रेलवे भी उपाय करने की कवायद कर रहा है। कोहरे में ट्रनों के सुरक्षित संचालन के को ध्यान में रखा गया है।
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने एनसीआर के प्रमुख विभागाध्यक्षों और प्रयागराज, झांसी और आगरा के मंडल रेल प्रबंधकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इस दौरान कोहरे में सुरक्षित संचालन, गति बढ़ाने के काम, आय को लेकर समीक्षा की। महाप्रबंधक ने कोहरे से निपटने के लिए इंतजाम करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि फाग सेफ डिवाइस संरक्षित संचालन सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण साधन है। ऐसी सभी डिवाइस को नवीनतम सिग्नल और गेट स्थानों के अनुसार अपडेट किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि नवीनतम स्टॉप सिग्नल स्थानों के अनुसार, ओएचई मास्टों पर सिग्मा बोर्ड के समयबद्ध प्रावधान, बूम पर रेट्रो-रिफ्लेक्टिव पेंटिंग और लेवल क्रॉसिंग गेटों पर स्टॉप बोर्ड का प्रावधान, लेवल क्रासिंग गेटों के स्पीड ब्रेकरों की पेंटिंग और उपयुक्त स्टाफ की ओर से ट्रैक और ओएचई के रात में गश्त, अतिरिक्त बैटरी सहित वाकी-टाकी की समुचित व्यवस्था, विशेष रूप से रनिंग स्टाफ के लिए, कैब के हीटरों की जांच करना और सभी लोकोमोटिव में कैब की खिड़कियों और दरवाजों को सील करना, कोचिंग ट्रेनों के सभी एसएलआर में टेल लैम्प्स की उपलब्धता आदि कोहरे और विंटर सेफ्टी से संबंधित चल रही तैयारियां के तहत आते हैं।
माल लदान के प्रदर्शन पर की सराहना
महाप्रबंधक श्री चौधरी ने बेहतर माल लदान प्रदर्शन के लिए टीम एनसीआर के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमें इन प्रयासों को जारी रखने की जरूरत है। बैठक के दौरान भूमि से आय के संबंध में भी चर्चा हुई। महाप्रबंधक ने निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सक्रिय प्रयास के निर्देश दिए। नई दिल्ली-हावड़ा सहित कानपुर-लखनऊ सेक्शन और नई दिल्ली-मुंबई सेक्शन में 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड बढ़ाने के कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की गई।