सुपर स्पेशलिटी में तीन माह से बंद पड़ा ऑटोक्लेव सिस्टम, मरीजों में संक्रमण फैलने का खतरा
ग्वालियर, न.सं.। गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में इन दिनों मरीजों को संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। क्योंकि अस्पताल का ऑटोक्लेव खराब पड़ा हुआ है। दरअसल सुपर स्पेशलिटी में चिकित्सकों की भर्ती न होने के कारण हड्डी रोग विभाग को शिफ्ट कर दिया गया है। ऐसे में यहां प्रतिदिन पांच से छह मरीजों के ऑपरेशन भी किए जा रहे हैं। इसके अलावा सुपर स्पेशलिटी के विभागों में भर्ती होने वाले मरीजों के भी प्रतिदिन ऑपरेशन किए जा रहे हैं। लेकिन अस्पताल में लगा ऑटोक्लेव सिस्टम पिछलेे तीन माह से बंद पड़ा हुआ है। ऐसे में ऑपरेशन में उपयोग होने वाले उपकरणों को जयारोग्य चिकित्सालय के ट्रॉमा सेन्टर में भेज कर स्टेरेलाइज कराया जा रहा है। हड्डी रोग विभाग के चिकित्सकों का कहना है कि उपकरणों को ट्रॉमा सेन्टर में भेज कर स्टेरेलाइज कराया जा रहा है, जिस कारण परेशानी हो रही है। साथ ही मरीजों को संक्रमण होने का खतरा भी बना हुआ है।
ट्रॉमा में भी रहता है अधिक भार
जयारोग्य चिकित्सालय के ट्रॉमा सेन्टर में मरीजों का अधिक भार होता है। जिस कारण मरीजों के ऑपरेशन भी टालने पड़ते हैं। ऐसे में सुपर स्पेशलिटी से आने वाले उपकरणों को भी ट्रॉमा में स्टेरेलाइज कराने से ट्रॉमा की व्यवस्थाएं भी बिगड़ रही हैं। इतना ही नहीं चिकित्सकों का कहना है कि ट्रॉमा में कई बार उपकरण समय पर स्टेरेलाइज नहीं हो पाते और ऑपरेशन को टालना पड़ता है।
मरीज के परिजन ने तोड़ी टंकी
सुपर स्पेशलिटी के अधिकारियों का कहना है कि ऑटोक्लेव सिस्टम अस्पताल की छत्त पर लगी टंकी से संचालित होता है। जिसे किसी मरीज के परिजन ने तोड़ दिया, जिस कारण ऑटोक्लेव सिस्टम लगाने वाली कम्पनी ने मशीन गारंटी में ठीक कराने से मना कर दिया है। इसलिए जल्द ही भुगतान करा कर टंकी को ठीक कराया जाएगा।
छत्त पर लगी टंकी फूटने की वजह से ऑटोक्लेव बंद पड़ा हुआ है। जिस ठीक कराने के लिए अधिष्ठाता को लिखा गया है, जल्द ही मशीन ठीक हो जाएगी।
डॉ. जी.एस. गुप्ता
अधीक्षक, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल