Bharat Band in Gwalior: ग्वालियर-चंबल में 'भारत बंद' रैली, हिंसा से बचने के लिए 3 हजार पुलिस कर्मी तैनात, ड्रोन से निगरानी

ग्वालियर-चंबल में भारत बंद रैली, हिंसा से बचने के लिए 3 हजार पुलिस कर्मी तैनात, ड्रोन से निगरानी

Bharat band in Gwalior: एससी-एसटी समुदायों के राष्ट्रव्यापी 'भारत बंद' के आह्वान पर बुधवार को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में बाजार और अन्य व्यावसायिक स्थान बंद रहे। ग्वालियर में दलित संगठनों सहित आरक्षित समुदायों ने एससी-एसटी आरक्षण में 'क्रीमी लेयर' लागू करने संबंधी सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिप्पणी के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया।

ग्वालियर पुलिस हाई अलर्ट पर है, शहर भर में 3,000 पुलिसकर्मी तैनात हैं। इसके अलावा, 50 मोबाइल यूनिट लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तलाशी ले रही हैं। झलकारी बाई पार्क से शुरू हुई रैली अंबेडकर पार्क तक पहुंची और कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपने के साथ इसका समापन हो गया।

प्रदर्शनकारियों को मिली-जुली प्रतिक्रिया

भारत बंद के आह्वान के बावजूद ग्वालियर में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली, क्योंकि आज कई बाजार और दुकानें खुली रहीं। प्रदर्शनकारियों का इरादा शांतिपूर्ण रैली निकालने का है। रैली का समापन जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के साथ होगा, जिसे राष्ट्रपति को भेजा जाएगा।

ग्वालियर में इसी तरह के विरोध प्रदर्शनों से जुड़ी हिंसा का इतिहास रहा है। 2018 में 2 अप्रैल को, एससी-एसटी मुद्दों से संबंधित सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दलित संगठनों द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया था। उस विरोध प्रदर्शन के कारण ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में व्यापक हिंसा हुई, जिसके परिणामस्वरूप चार लोगों की मौत हो गई और संपत्ति का काफी नुकसान हुआ था।

शांतिपूर्ण तरीके से निकाली ‘रैली

आजाद समाज पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष रूपेश कैन ने बताया कि बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी), आजाद समाज पार्टी, भीम आर्मी और भारत आदिवासी पार्टी समेत कई दलित और आदिवासी संगठन इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘भारत बंद’ शांतिपूर्ण तरीके से निकाला जा रहा है, जिसमें व्यापारियों और आम जनता का भी समर्थन है। बीएसपी जोन प्रभारी राय सिंह बौद्ध ने कहा कि सरकार क्रीमी लेयर लागू करने की आड़ में आरक्षण खत्म करने की कोशिश कर रही है, इसलिए उन्होंने यह विरोध प्रदर्शन बुलाया है।

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