सबसे तेज फर्राटा भरने वाली ट्रेन को हुआ एक वर्ष, भोपाल से ग्वालियर का सफर बन जाता है खास
ग्वालियर। दिल्ली भोपाल वंदेभारत एक्सप्रेस एकमात्र ऐसी ट्रेन है जो मौजूदा समय देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन है। यह ट्रेन आगरा तक 160 किमी. की स्पीड से दौड़ती है। 1 अप्र्रैल को इस ट्रेन को पूरा एक साल हो चुका है। ट्रेन की गति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बाहर दिख रही चीजें पलक झपकते गायब हो जाती हैं। चलती ट्रेन में स्टेशन का नाम भी ठीक से पढ़ा नहीं जा सकेगा। हालांकि, पूरा ट्रेन सफर में 160 किमी. प्रति घंटे की स्पीड से नहीं चलती है।
मौजूदा समय देश सभी राज्यों में (पूर्वोत्तर के राज्यों को छोडक़र) वंदेभारत एक्सप्रेस का सफल संचालन हो रहा है। यात्रियों को वंदेभारत का सफर खूब भा रहा है। इसका अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई शहरों से दो-दो वंदेभारत ट्रेनों का संचालन तक शुरू हो चुका है। देश की सबसे पहली वंदे भारत वाराणसी से शुरू हुई थी।
गाड़ी संख्या 20172 वंदे भारत एक्सप्रेस जो कि आरकेएमपी से हजरत निजामुद्दीन पहुंचती है, उसकी पंक्चुअलिटी 84 प्रतिशत है। रेलवे की रिपोर्ट के मुताबिक निजामुद्दीन-आरकेएमपी वंदे भारत की बात की जाए तो इसकी ऑक्यूपेंसी प्रदेश भर में चल रही सभी वंदे भारत में सबसे अधिक करीब 112 प्रतिशत रही। वहीं, पिछले 2 महीने में पंक्चुअलिटी के मामले में यह ट्रेन फेल रही। रेलवे अधिकारियों के अनुसार इन ट्रेनों की पंक्चुअलिटी कोहरे के कारण गिरी है। सामान्य दिनों में यह पंक्चुअलिटी 95 प्रतिशत रहती है। गाड़ी संख्या 20171-72 आरकेएमपी-हजरत निजामुद्दीन वंदे भारत में कुल 16 कोच हैं। 14 एसी चेयर कार और 2 एग्जीक्यूटिव क्लास कोच हैं। इसमें 1128 सीटें यात्रियों के लिए उपलब्ध हैं।
वंदे भारत इसलिए है दूसरी ट्रेनों से अलग
-वंदे भारत ट्रेन में हर सीट के नीचे चार्जिंग प्वाइंट्स दिए गए हैं ।
-ट्रेन में यात्रियों के एंटरटेनमेंट के लिए 32 इंच की टीवी स्क्रीन भी लगी हुई है।
-ट्रेन में ऑटोमैटिक स्लाइड डोर लगे हुए हैं। हर गेट के बाहर ऑटोमैटिक फुट रेस्ट भी हैं।
-यात्रियों की सेफ्टी के लिए फायर सेंसर जीपीएस और कैमरे की सुविधा भी है।
-दिव्यांग यात्रियों के लिए सीट हैंडल्स पर ब्रेल लिपि में और दिव्यांग फ्रेंडली बॉयो टॉयलेट भी लगे हुए हैं।
-किसी भी अनचाहे खतरे से बचाने के लिए वंदे भारत ट्रेन में रेलवे सुरक्षा कवच नाम का सेफ्टी फीचर भी लगाया गया है।
-इसमें इंटेलिजेंस ब्रेकिंग सिस्टम लगा है, जो कम समय में भी ट्रेन को रोकने में मदद करता है।
पांच दिन में 685 यात्रियों ने नई दिल्ली की यात्रा की
ग्वालियर से वंदे भारत एक्सप्रेस में ग्वालियर से नई दिल्ली चेयरकार में 685 यात्रियों ने यात्रा की। जबकि एक्जीक्यूटिव में 43 यात्रियों ने। ग्वालियर रानीकमला पति के लिए चेयरकार में 508 व एक्जीक्यूटिव में 33 यात्रियों ने पांच दिन में यात्रा की।