हरगोबिंद साहिब जी के जीवन वृतांत को चित्र प्रदर्शनी में दर्शाया, दर्शकों ने सराहा

हरगोबिंद साहिब जी के जीवन वृतांत को चित्र प्रदर्शनी में दर्शाया, दर्शकों ने सराहा
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ग्वालियर। दाता बंदी छोड़ दिवस के 400 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में सिखों के छठवें गुरु श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी के जीवन वृतांत पर आधारित चित्र प्रदर्शनी किला स्थित गुरुद्वारा परिसर में पंजाबी साहित्य अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद एवं राज्य शासन द्वारा दिनांक 04, 05, एवं 06 अक्टूबर, 2021 को लगाई गई थी।


पंजाबी साहित्य अकादमी की निदेशक नीरू सिंह ज्ञानी ने बताया की इस आयोजन को सभी वर्गों से आए दर्शकों ने सराहा तथा करीब रोज के दस हजार लोगों ने गुरूसाहिब के जीवन पर पंजाबी साहित्य अकादमी द्वारा बनाई गई लघु फिल्म को सभी ने श्रद्धा और प्रेम भाव से बैठ कर देखा।देश विदेशों से आए श्रद्धालुओं ने लघु फिल्म के माध्यम से देखा कि गुरु हरगोबिंद साहिब जी का ग्वालियर किले पर आगमन एवं गुरू साहिब ने जिस तरह अपना जीवन व्यतीत किया, 52 राजाओं को किले से मुक्त कराकर धर्म की रक्षा एवं परोपकारी जीवन जीने के लिये प्रेरित किया।

चित्र प्रदर्शनी को सराहा -

हजारों लोगों ने चित्र प्रदर्शनी को श्रद्धा और प्रेम भाव से देखा और सराहा। साहिब जी के परोपकारी जीवन के बारे में इस लघु फिल्म के माध्यम से देखा। ऑन द स्पॉट क्विज प्रतियोगिता भी आयोजित कर सभी को पंजाबी साहित्य अकादमी द्वारा तैयार की गई पुस्तकें पेन उपहार के रूप में दिए। इस समारोह को सभी समाज सेवी, संतों ,विद्वानों, जनप्रतिनिधि, प्रशानिक अधिकारियों ने भी अवलोकन किया तथा सराहा।

मिस कॉल से सीखे पंजाबी भाषा -

बडू साहिब के संत बाबा जगजीत सिंह ,अकाल अकादमी के व्यवस्थापक गुरमीत सिंह जी, कलेक्टर कौशलेंद्र सिंह, नगर निगम कमिश्नर किशोर कान्याल एवं अन्य कई देश विदेशों से आए श्रद्धालुओं ने भी चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया और सराहा । पंजाबी साहित्य अकादमी द्वारा तैयार की गई सेल्फी प्वाइंट पर भी कई लोगों ने आनंद लिया। पंजाबी भाषा सीखने के लिए मिस कॉल देने की भी व्यवस्था की गई थी।

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