ग्वालियर में मोदी हाउस में खुलेगा लोकसभा का भाजपा कार्यालय
ग्वालियर। भारतीय जनता पार्टी पूरी ताकत के साथ लोकसभा चुनाव लड़ेगी। प्रत्याशी की घोषणा के साथ ही जहां पार्टी द्वारा लगातार कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। वहीं प्रत्याशी भारत कुशवाहा भी प्रत्येक विधानसभा में पहुंचना शुरू हो गए। वहीं लोकसभा चुनाव का कार्यालय इस बार भी मोदी हाउस झांसी रोड पर खुलेगा।
उल्लेखनीय है कि भाजपा ने पहली ही सूची में ग्वालियर चंबल संभाग के सभी चार प्रत्याशियों की घोषणा कर दी थी जिससे प्रत्याशी प्रचार अभियान में जुट गए हैं। इसके साथ ही ग्वालियर के क्लस्टर प्रभारी भूपेंद्र सिंह ने भी गुरुवार को ग्वालियर में चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक ली। यानीकि भाजपा पूरी तरह से चुनावी मोड में हैं। कार्यकर्ता बूथ मजबूत करने में जुटे हैं। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष रामेश्वर भदौरिया को इस बार भी चुनाव कार्यालय प्रभारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि लोकसभा कार्यालय मोदी हाउस में खुलेगा जिसकी तैयारियां शुरू करते हुए पुताई और साफ सफाई का काम कराया जा रहा है।दो तीन दिन बाद कार्यालय का विधिवत उद्घाटन होगा।
अनूप मिश्रा का नाम नहीं
कांग्रेस ने अभी सिर्फ भिंड सीट से फूल सिंह बरैया को प्रत्याशी घोषित किया है जबकि ग्वालियर, गुना शिवपुरी व मुरैना श्योपुर फिलहाल होल्ड पर हैं। प्रदेश कोषाध्यक्ष अशोक सिंह का कहना है कि ग्वालियर सहित शेष प्रत्याशियों के नाम 18 मार्च तक घोषित हो सकते हैं। उन्होंने इस बात से साफ इंकार किया कि वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा का कांग्रेस में नाम चल रहा है। उन्होंने कहा न तो श्री मिश्रा ने कांग्रेस से संपर्क किया है उन्होंने और न ही कांग्रेस ने उनसे कोई बात की है। निश्चित ही कांग्रेस से जुड़े मजबूत प्रत्याशी को ग्वालियर से उतारा जाएगा।
जरारिया का दर्द
भिंड से पिछला चुनाव लड़ चुके देवाशीष जरारिया का टिकट कटने पर दर्द उभरकर सामने आया है। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि मेरी पीड़ा मेरी नहीं बल्कि उन साथियों की है जिन्होंने दिन रात मेरे साथ काम किया।यह कठिन समय चुनौतीपूर्ण है मैं जल्द कोई निर्णय लूंगा।
बरैया बोले राहुल की यात्रा में 90 प्रतिशत सामान्य वर्ग के लोग
अपने विवादित बयानों और विधानसभा चुनाव में भाजपा की 50 सीटें नहीं आने का दावा कर काला टीका लगाने वाले भिंड से कांग्रेस प्रत्याशी फूल सिंह वरैया का कहना है कि राहुल गांधी की यात्रा में एससी एसटी वर्ग के लोग नहीं चल रहे बल्कि 90 प्रतिशत से अधिक सामान्य वर्ग के लोग हैं। ऐसा इसलिए कि दलित वर्ग के लोग हजारों किलोमीटर की यात्रा करने में सक्षम नहीं है। उन्होंने कहा कि उनके बयानों को तोड़ मरोडक़र पेश किया जाता है।