कमलनाथ के नए फार्मूले से उफना विवाद, वार्ड से बाहर का नहीं लड़ सकेगा चुनाव
ग्वालियर,न.सं.। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार को पार्षद चुनाव टिकट के लिए एक नए फार्मूले का पत्र जारी किया है जिसके मुताबिक जो प्रत्याशी जिस वार्ड का होगा उसी से चुनाव लड़ सकेगा।इस पत्र से वार्ड बदलकर चुनाव लडऩे वालों को धक्का लगा है, जिनके टिकट फाइनल हो रहे थे वे अब सीधे कमलनाथ के विरोध में सामने आए हैं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस में अब तक पार्षद पद के दावेदार अपने जातिगत समीकरण के हिसाब से आसपास के वार्डों से दावेदारी कर रहे थे। ऐसी दावेदारों की सूचियां भी भोपाल पहुंच गई थीं उनकी घोषणा होती उसके पहले ही अचानक रविवार को कमलनाथ ने एक पत्र जारी कर ऐसे दावेदारों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। यह पत्र रविवार को दोपहर से बड़ी तेजी के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। जिसपर कांग्रेस दावेदारों के साथ ही अन्य लोगों की प्रतिक्रियाएं सामने आने लगी। कुछ लोगों ने इसे सही निर्णय बताया वही तमाम नेता इसके विरोध कर रहे हैं।
मनमाना और तानाशाह पूर्ण
ग्वालियर के 66 वार्डों में भी इस नए फार्मूले के बाद काफी बदलाव आएंगे। सर्वप्रथम वरिष्ठ नेता गोपीलाल भारतीय ने इस नए फार्मूले की खिलाफत कर दी है। उन्होंने कमलनाथ के इस निर्णय को मनमाना और तानाशाह पूर्ण बताया है। श्री भारतीय ने कहा कि कई नेता अपने हिसाब से चुनाव लडऩे का मन बना चुके थे जिन्हें इस निर्णय से धक्का लगा है। यह निर्णय प्रत्याशियों को हतोत्साहित करने वाला है। संविधान एवं लोकतंत्र में सभी को कहीं से भी चुनाव लडऩे का अधिकार है। एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि कमलनाथ को अपना यह निर्णय वापस लेना पड़ेगा क्योंकि इसका भारी विरोध हो रहा है।
इन्हें लगेगा धक्का
अलबेल सिंह घुरैया वार्ड 40, कृष्णराव दीक्षित वार्ड 8, हेवरन सिंह कंसाना वार्ड 59, उपासना यादव वार्ड 54, बबीता मनीष अग्रवाल वार्ड 58, पूरन सिंह कुशवाह वार्ड 4, गोपीलाल भारतीय का पुत्र वार्ड 60