पैन कार्ड से 46 करोड़ के लेनदेन का मामला, पीडि़त छात्र मानसिक परेशान, बोला नक्शे में देखा मुम्बई

पैन कार्ड से 46 करोड़ के लेनदेन का मामला, पीडि़त छात्र मानसिक परेशान, बोला नक्शे में देखा मुम्बई
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पीडि़त छात्र ने बोला नक्शे में देखा मुम्बई

ग्वालियर। छात्र के पैन कार्ड से पुणे और दिल्ली में पंजीकृत फर्म से हुई 46 करोड़ के लेनदेन के बाद पीडि़त छात्र मानसिक रुप से परेशान हो गया है। छात्र का कहना है कि उसने सिर्फ नक्शे में ही मुम्बई देखी है। वहां पर मेरा घर कहां से आ गया। आयकर विभाग, जीएसटी कार्यालय, राज्य सायबर सेल, पुलिस व कलेक्ट्रेट जनसुनवाई से लेकर हर उस जबह फरियाद लगा चुका हूँ जहां से मुझे न्याय मिलने की उम्मीद थी। लेकिन सिर्फ मुझे आनलाइन शिकायत करने की कही। अब अपराध शाखा सायबर मामले की पड़ताल कर रही है। छात्र ने अपराध शाखा में दस्तावेज जमा करा दिए हैं।

मूलत: हस्तिनापुर मोहम्मदपुर जखारा निवासी प्रमोद डंडौतिया एमए अंग्रेजी का छात्र है और इन दिनों मानसिक रुप से परेशान हो चुका है। प्रमोद ने स्वदेश से बात करते हुए कहा कि उसने सिर्फ नक्शे में ही मुम्बई देखा है तो फिर सवाल ही पैदा नहीं होता कि मेरा घर कहां से हो सकता है लेकिन फर्जीबाड़ा करने वालों ने मेरे पैन कार्ड का प्रयोग करते हुए घर का पता बताया है। प्रमोद को आयकर विभाग से 46 करोड़ रुपए का ब्यौरा देने के लिए चार नोटिस दिए गए हैं। जब नोटिस के बारे में पता चला तो वह आयकर विभाग पहुंचा और अधिकारियों से सम्पर्क किया लेकिन वहां पर भी समस्या का हल नहीं हुआ। प्रमोद का कहना है कि में छात्र हूँ और कई जगह अपने दस्तावेज लगाता रहता हूँ। किसने मेरा पैन कार्ड मुझे बिना बताए कापी कर लिया मुझे पता ही नहीं है और न ही इस बारे में कुछ कह सकता हूँ। आयकर विभाग के बारे में प्रमोद ने कहा कि जब वर्ष 2021 से मेरे नाम से जीएसटी फर्म का पंजीकरण हुआ था और करोड़ों रुपए का लेनदेन हो रहा था तो फिर तीन वर्ष बाद मुझे नोटिस क्यों दिया गया। फिलहाल प्रमोद 46 करोड़ के लेनदेन के मामले के कारण न तो अपनी पढ़ाई कर पा रहा है और न की काम में मन लग रहा है। छात्र की एक ही पीड़ा है जिसे अपनी फीस भरने के लिए संघर्ष करना पड़ता हो वह करोड़ों रुपए का लेनदेन कैसे कर सकता है।

चार वर्ष न्याय की आस मे भटक रहा है युवक

भिंड मिहोना निवासी रवि गुप्ता के नाम से सूरत में फर्म बनाकर मुम्बई में खाता खोलकर खाते से 113 करोड़ रुपए का लेनदेन किया था। यह घटना वर्ष 2019 की है। जब रवि गुप्ता के पास 113 करोड़ रुपए का आयकर विभाग का नोटिस पहुंचा तो उनके होश उड़ गए थे। उस समय उन्होंने आयकर विभाग से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक में शिकायत की थी लेकिन उसका कुछ नहीं हुआ। परेशान रवि गुप्ता वर्ष 2023 में भोपाल सीबीआई कार्यालय पहुंचे और अपनी शिकायत दर्ज कराई। वहां से मामला भोपाल ईओडब्लयू कार्यालय पहुंचा और फिर बाद में फाइल ग्वालियर ईओडब्लयू कार्यालय आ गई। रवि गुप्ता को जब ग्वालियर ईओडब्ल्यू कार्यालय में अपने प्रकरण के आ जाने का पता चता तो वह वहां पर पहुंचे और प्रकरण के बारे में जानकारी ली। लेकिन यहां पर भी जांच चल रही है कहकर उनको चलता कर दिया। रवि का कहना है कि एक वर्ष से मुझे आयकर विभाग से कोई नोटिस नहीं मिला है। लेकिन आज भी आनलाइन देखने पर मेरे ऊपर 113 करोड़ रुपए देना है। रवि सवा करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के प्रकरण से काफी परेशान हो चुके हैं और उनका कहना है कि मेरे पेन कार्ड का गलत इस्तेमाल करते हुए यह धोखाधड़ी सूरत की फर्म ने की है। रवि ने आयकर विभाग के कमिश्नर को भी अपील कर दी है लेकिन उसका भी कोई जबाव नहीं आया है।

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