केचमेंट की बारिश से ही भरेगा तिघरा, जलस्तर 730 पर पहुंचा
ग्वालियर, न.सं.। शहर की प्यास बुझाने वाला एक मात्र संसाधन तिघरा बांध का जलस्तर दो दिन से स्थिर बना हुआ है। बीते दिनों शहर और आसपास के इलाकों में तो अच्छी बारिश हो गई थी, लेकिन तिघरा के केचमेंट क्षेत्र में बारिश न होने से इसके जलस्तर में कोई फर्क नहीं पड़ा। वर्तमान में तिघरा बांध का जलस्तर 730.90 तक जा पहुंचा है। वहीं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि तिघरा बांध के आस-पास होने वाली बारिश से बांध के जलस्तर में कोई खास बढोतरी नहीं हुई है। केचमेंट एरिया में जब तक अच्छी बारिश नहीं होगी, तब तक बांध नहीं भर पाएगा। जलसंसाधन विभाग के उपयंत्री संतोष तिवारी ने बताया कि दो दिन पहले बारिश हुई थी, लेकिन बांध के जलस्तर में कोई खास बढ़ोत्तरी नहीं हुई। अगर औसत बारिश नहीं होती है तो अंचल के बांध नहीं भर पाएंगे। जैसे कि तिघरा के केचमेंट एरिया में 750 मिमी बारिश नहीं होती है तो वह पूरा नहीं भर सकेगा। तिघरा को भरने वाले बांध अपर ककैटो, ककैटो, पेहसारी खाली रहेंगे। इससे शहर में लगातार जल संकट बना रहेगा। अंचल के हरसी, मणीखेड़ा, अपर ककैटो ककैटो, पेहसारी बांध ग्वालियर-चंबल संभाग में होने वाली बारिश पर निर्भर रहते हैं।
बीते तीन साल से एक दिन छोड़कर पानी की हो रही सप्लाई
दरअसल शहर में पानी के संकट को देखते हुए बीते तीन साल से एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई की जा रही थी। जिसको लेकर लगातार आंदोलन हो रहे थे। इस बीच वर्ष 2018 में तिघरा बांध फुल भी हो गया था, लेकिन नगर निगम और पीएचई के अधिकारियों ने रोज पानी की सप्लाई करने से इंकार कर दिया था। उसके बाद से अभी तक पानी एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई की जा रही है।