राजमाता का भाजपा के विशाल वटवृक्ष को खड़ा करने में अतुलनीय योगदान ; मुख्यमंत्री
ग्वालियर। राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 100वीं जन्म शताब्दी वर्ष पर भाजपा द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूर्व सांसद प्रभात झा, मंत्री इमरती देवी, पूर्व मंत्री माया सिंह ने भाग लिया। कार्यक्रम से पहले सभी नेता एवं राजमाता की पुत्री एवं मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया एवं अन्य सभी नेताओं ने राजमाता विजयाराजे की छत्री पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की।
भाजपा का आज जो विशाल वट वृक्ष है उसमें राजमाता का विशेष योगदान : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि श्रद्धेय राजमाता जी ने हमेशा अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई और जब 1967 में कांग्रेस की सरकार ने प्रदेश की जनता के साथ अन्याय किया तो उन्होंने उस सरकार को जमीन दिखा दी। वहीं फिर से कांग्रेस ने प्रदेश में कुशासन दिया तो ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आवाज उठाई और सरकार को गिराकर राज्य में नई सरकार बनवाई। उन्होंने कहा की जमाता जी भले ही राजघराने की थीं, लेकिन सेवा का प्रतीक थीं और उन्होंने हमेशा अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया। जब 1967 में प्रदेश की जनता के साथ कांग्रेस की सरकार ने अन्याय किया तो उन्होंने इस सरकार को गिराने में देर नहीं की। उसी प्रकार स्व. माधवराव ने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाकर विकास कांग्रेस बनाई और अब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश को कांग्रेस के कुशासन मुक्ति दिलाकर नई सरकार बनाने में योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि जब 1971 में पूरे देश में इंदिरा लहर थी और उस समय स्व. माधवराव जी भी राजमाता के साथ जनसंघ में थे, लेकिन उस कांग्रेस की लहर में भी पूरे मध्य भारत क्षेत्र में 11 सीटें जीतकर जनसंघ को दी थीं। आज श्रद्धेय राजमाता जी जरुर प्रसन्न होंगी कि पूरा सिंधिया परिवार भाजपा में है और ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके अधूरे कामों को पूरा करने के लिए पार्टी और सरकार के साथ जुड़े हैं।भाजपा का आज जो विशाल वट वृक्ष है, उसमें श्रद्धेय राजमाता जी के साथ ठाकरे जी व अटलजी का अतुलनीय योगदान है और ऐसी ममतामयी, स्नेहमयी दयावान मां को स्मरण करके हम सभी लोग श्रृद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
देश के दूसरे घराने राजमाता के पासंग भी नहीं : केंद्रीय मंत्री
कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि श्रद्धेय राजमाता जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर भारत सरकार 100 रुपए का स्मारक सिक्का जारी करके उनके योगदान को याद कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में कई रियासतें थीं और कई राजमाताएं और महारानियां थीं, लेकिन देश में आजादी और लोकतंत्र आने के बाद जो काम श्रद्धेय राजमाता विजयाराजे जी ने किए, जिससे वे ऐसी लोकप्रिय हुईं कि दूसरे राजघराने उनके पासंग भी नहीं हैं।
त्याग व समर्पण की प्रतिमूर्ति, मेरी आजीअम्मा : ज्योतिरादित्य
राजमाता के पौत्र एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने श्रद्धेय राजमाता जी को याद करते हुए कहा कि राष्ट्रसेवा में अपना जीवन समर्पित करने वाली, त्याग व समर्पण की प्रतिमूर्ति, मेरी आजीअम्मा, राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी को मैं नामा करता हूँ। उनकी जन्मशताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनके योगदान को चिर स्थायी बनाने के लिए जो स्मारक सिक्का जारी किया है, वो केवल देश के लोगों को नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश और ग्वालियर-चंबल के लोगों को प्रेरणा देता रहेगा। श्रद्धेय आजी अम्मा जी (राजमाता विजयाराजे सिंधिया) ने जीवन भर गरीबों, खासतौर से महिलाओं के हितों के लिए संघर्ष किया। श्रद्धेय कुशाभाऊ ठाकरे जी, अटलजी के साथ मिलकर देश, प्रदेश और ग्वालियर के उत्थान का लक्ष्य बनाया। अब प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राजमाता जी के आदर्शों पर चलते हुए प्रदेश का विकास करने में जुटे हुए हैं।उन्होंने सिक्का जारी करने के लिए प्रधानमंत्री का दिल से धन्यवाद दिया।