एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन ने किया नए टर्मिनल का निरीक्षण, जल्द कार्य करने के दिए निर्देश

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन ने किया नए टर्मिनल का निरीक्षण, जल्द कार्य करने के दिए निर्देश
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ग्वालियर,न.सं.। काम शुरु होने के तीन महीने के अंदर यूटिलिटी बिल्डिंग बनकर तैयार हो जानी चाहिए थी, लेकिन यहां पर तो ऐसा मुझे कुछ दिख ही नहीं रहा है। जबकि छह महीने गजर चुके है। एक महीने के अंदर आप लोग बिल्डिंग तैयार करें। यह बात गुरुवार को भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष संजीव कुमार ने केपीसी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड हैदराबाद कंपनी के अधिकारियों से कही।

गुरुवार को श्री कुमार मेम्बर प्लानिंग एके पाठक के साथ ग्वालियर के महाराजपुरा में 450 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे नए टर्मिनल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। सबसे पहले उन्होंने टर्मिनल का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने कंपनी के अधिकारियों से वाटर बॉडी व सीवर ट्रीटमेंट प्लांट को लेकर चर्चा की। साथ ही निर्देश दिए है कि पानी को लेकर नगर निगम से भी चर्चा की जाए। हालांकि कंपनी के काम को लेकर वह संतुष्ट नजर नहीं आए। यहां बता दे कि एयर टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण करने वाली एजेंसी को सितंबर 2023 तक का समय दिया है।

एयर टर्मिनल की नई बिल्डिंग पर लगभग 240 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यह काम ष् कर रही है। वहीं एप्रन एरिया के निर्माण में 30.40 करोड़ रुपए खर्च होंगे। एप्रन एरिया का काम करने की जिम्मेदारी एनएससी प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली को दी गई है।दरअसल, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एयर टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण समय-सीमा में पूरा कराने के निर्देश दिए हैं। यदि संबंधित निर्माण एजेंसी तय समय में निर्माण कार्य पूरा नहीं करती तो जुर्माना लगाने की कार्रवाई भी हो सकती है। अब एयर टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण करने वाली एजेंसी तेजी गति से काम कर रही है। हालांकि अभी केपीसी प्रोजेक्ट्स लिमिटेड हैदराबाद के पास 7 माह का समय है। अधिकारियों का कहना है कि निर्धारित समय सीमा के अंदर एयर टर्मिनल बिल्डिंग बनकर तैयार हो जाएगी। यहां यह बता दें कि इसका निर्माण 450 करोड़ की लागत से किया जा रहा है। नए एयर टर्मिनल का भूमि पूजन हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किया था। जिसका समारोह पूर्वक आयोजन मेला मैदान में किया गया था। और सिंधिया खुद भी इसकी मानीटरिंग कर रहे हैं। शायद यही कारण है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन ने निरीक्षण किया।

पार्किंग के लिए मोटा बेस तैयार

एयर टर्मिनल के नए एप्रन में 3 की जगह अब 13 विमान खड़े हो सकेंगे। यहां वल्र्ड क्लास वर्कशॉप भी बनेगा। यहां हवाई पट्टी पर एयरबस व बड़ी फ्लाइट आसानी से लैंड व टेकऑफ कर सकेंगी।

नाइट लैंडिंग भी हो सकेगी

बता दें एयरपोर्ट पर बना रनवे एयरफोर्स का है, जिसे एयरपोर्ट पर आने वाली घरेलू उड़ानों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। नए एयरपोर्ट की नई बिल्डिंग की क्षमता 1400 यात्रियों की होगी। अभी वर्तमान में एयरपोर्ट की क्षमता सिर्फ 200 यात्रियों की है। इसके बनने के बाद से यहां से नाइट लैडिंग भी हो सकेगी।

मिशन उड़ान के भी शहर होंगे शामिल

दिल्ली, मुंबई, हैदराबाद, बंैगलूरू, अहमदबाद, इंदौर की फ्लाइटों का संचालन किया जा रहा है। मिशन उड़ान के तहत ग्वालियर को सूरत, गोवा से जोडऩे के लिए भी फ्लाइट शुरू करनी है। यह प्रोजेक्ट भी नए टर्मिनल के पूरा होने के बाद चालू होगा।

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