नहीं सहन करेंगे बहन इमरती का अपमान: शिवराज -
ग्वालियर, न.सं.। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को ग्वालियर पूर्व के थाटीपुर एवं डबरा विधानसभा के टेकनुपर में जनसभाओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह धरती माताओं, बहनों और बेटियों का अपमान नहीं सहन करेगी। कमलनाथ ने बहन इमरती देवी का अपमान किया है, उन्होंने चंबल की धरती का अपमान किया है, प्रदेश की माताओं, बहनों और बेटियों का अपमान किया है। यह अपमान किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ के पास उनके विधायक विकास कार्यों के लिए पैसा मांगने जाते थे तो वे कहते थे कि चलो...चलो..., मुरार के सौंदर्यीकरण के लिए पैसा मांगते थे तो वे कहते थे कि चलो...चलो...। उनके पास विकास कार्यों के लिए पैसा नहीं था, पैसा तो आईफा जैसे अवार्ड कराने के लिए था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मध्यप्रदेश को बर्बाद करने का काम किया है। उनके शासनकाल में कर्मचारियों के लिए पैसा नहीं था, लेकिन भाजपा सरकार ने प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र के कर्मचारियों के समान महंगाई भत्ता दिया है। सातवां वेतनमान दिया है। कर्मचारियों की हर मांग को पूरा करने का काम किया है, लेकिन कांग्रेस ने कर्मचारियों के हितों को हमेशा धक्का ही दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी तो जनता ही भगवान है और मैं अपनी भगवान का पूजारी हूं। मैं अपनी भगवान के सामने घुटने टेक कर प्रणाम करता हूं तो पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कहते हैं कि शिवराज सिंह ने तो जनता के सामने घुटने ही टेक दिए हैं। उन्होंने कहा कि मैं तो जनता के कल्याण और विकास के कार्यों के लिए ही राजनीति में आया हूं। कांग्रेस के शासनकाल में सत्ताधारी विधायकों को धरना करना पड़ा, आंदोलन करना पड़ा, ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री रहने का ही अधिकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि अभी आचार सहिता है, इसलिए घोषणा नहीं कर सकते, लेकिन इतनी विश्वास दिलाता हूं कि ग्वालियर की धरती पर विकास के कार्यों की कोई कमी नहीं रहने देंगे। ग्वालियर की अवैध कालोनियों को वैध करेंगे और लोगों को पट्टे भी देंगे। टेकनपुर की सभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस की स्थिति उस दिल की तरह हो गई है, जिसके टुकड़े हजार हो गए हैं। एक कांग्रेस दिल्ली में है, एक दिग्वजय सिंह की कांग्रेस है। मध्यप्रदेश में तो कमलनाथ कांग्रेस है, युवाओं के नेता नकुलनाथ हैं और बाकी कांग्रेस अनाथ है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति प्रणाम करने की है, लेकिन जब भी मैं जनता को प्रणाम करता हूं तो कांग्रेस को तकलीफ होती है। कांग्रेस के नेता कमलनाथ और दिग्विजय सिंह कहते हैं कि शिवराज सिंह चौहान ने तो जनता के सामने घुटने टेक दिए हैं, लेकिन कमलनाथ क्या जाने मध्यप्रदेश को, वे क्या जाने मध्यप्रदेश की धरती को, यहां के संस्कारों को। वे तो उद्योगपति हैं, सेठ हैं। उन्हें प्रदेश की जनता से कोई लेना-देना नहीं, उनका लेना-देना तो उद्योगपतियों से है। सभाओं के दौरान सांसद विवेक शेजवलकर, रीति पाठक, पूर्व मंत्री माया सिंह, गौरीशंकर बिसेन, प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर, भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी, मुन्नालाल गोयल, विधायक मुनमन राय, जयसिंह कुशवाह, देवेश शर्मा, शरद गौतम, राकेश जादौन, योगेश पंडागरे, प्रभात शर्मा आदि उपस्थित रहे।
कमलनाथ क्या जानें गरीबों का दर्द
गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ तो सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं। वे क्या किसी गरीब का दर्द समझेंगे। गरीबों, किसानों का दर्द समझने का कार्य तो हमारे किसान पुत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है। कमलनाथ तो अपने दंभ और गुरूर में मस्त हैं। उन्हें प्रदेश की जनता से कोई मतलब नहीं है। यदि मतलब होता तो 15 माह तक उन्होंने डबरा, टेकनपुर के विकास कार्य किए के लिए पैसे क्यों नहीं दिए।