मुख्यमंत्री यादव ने ग्वालियर में ली संभागीय समीक्षा बैठक, कहा - सक्षम लोगों को उद्यम स्थापित करने के लिये प्रेरित किया जाए
ग्वालियर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जरूरतमंदों को रोजगार देना प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसलिए पर्यटन, वन, खनिज, उद्योग व सेवा क्षेत्र सहित सभी सेक्टर को शामिल कर रोजगार देने की कार्ययोजना बनाएँ। कार्ययोजना ऐसी हो जिससे हर सेक्टर से जरूरतमंदों को रोजगार मिले, इसकी जिलेवार तैयारी करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ग्वालियर में आयोजित हुई संभागीय समीक्षा बैठक में विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने संभाग की कानून व्यवस्था की समीक्षा भी बैठक में की। बैठक में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे।
गुरूवार को संभाग आयुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित हुई बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्वालियर क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएँ हैं। यहाँ किला सहित अन्य ऐतिहासिक इमारतें, जलाशय व अकूत वन संपदा उपलब्ध है। इसलिए पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये रोजगारपरक योजना तैयार करें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जोर देकर कहा कि हर जिले में बहुत से ऐसे सक्षम लोग मौजूद हैं जो थोड़े से प्रोत्साहन और सरकारी मदद से उद्यम स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि सक्षम लोगों से संवाद कर उन्हें रोजगार के अवसर पैदा करने व उद्यम खड़ा करने के लिये प्रेरित करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने संभाग स्तर पर वृहद स्तर पर रोजगार मेला आयोजित करने पर बल दिया। साथ ही कहा कि ये मेले दिखावे के न हों, इनसे लोगों को रोजगार मिलना चाहिए।केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि जो कार्य पूर्णता की ओर है उन्हें फरवरी माह तक पूरे कराएँ। साथ ही विकास कार्यों की सूचना जनप्रतिनिधियों को भी दी जाए। उन्होंने ग्वालियर शहर को स्वच्छता में अव्वल बनाने और शहर की यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर भी बल दिया।
बैठक में सामाजिक न्याय व दिव्यांगजन कल्याण एवं उद्यानिकी व खाद्य प्रसंस्करण मंत्री श्री नारायण सिंह कुशवाह, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सांसद ग्वालियर विवेक नारायण शेजवलकर, सांसद गुना के पी सिंह यादव व सांसद भिण्ड संध्या राय, महापौर डॉ. शोभा सतीश सिकरवार तथा ग्वालियर संभाग के विधायकगण मौजूद थे। साथ ही प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा एवं विशेष पुलिस महानिदेशक जी पी सिंह भोपाल से ऑनलाइन बैठक में जुड़े।
मिलजुलकर करेंगे प्रदेश का विकास, मतभिन्नता को आड़े नहीं आने दिया जायेगा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों से कहा कि हम सब मिलजुलकर और दलगत भावना से ऊपर उठकर विकास में प्रदेश को ऊँचाईयों पर पहुँचायेंगे। मतभिन्नता को विकास कार्यों के बीच आड़े नहीं आने दिया जायेगा। सरकार दलगत भावना से ऊपर उठकर सभी के सुझावों को सम्मान देगी और अच्छे सुझावों पर अमल भी किया जायेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्वालियर संभाग के सभी सांसद व विधायकों सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ अतिरिक्त मुख्य सचिव की बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि सभी जनप्रतिनिधि लिखित में अपने सुझाव अवश्य दें, जिससे उस पर अमल किया जा सके। उन्होंने नई रेलवे लाईन सहित रेल सेवाओं की बढ़ोत्तरी के सुझाव देने के लिए भी जनप्रतिनिधियों से कहा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जनप्रतिनिधियों का आह्वान किया कि वे बड़े भाव लेकर साथ में बैठें और प्रदेश को प्रगति के पथ पर और तेजी से आगे बढ़ाएँ। उन्होंने कहा इसी उद्देश्य को लेकर वे स्वयं सभी संभागों में बैठक लेकर क्षेत्रीय कठिनाईयों व समस्याओं को जानने का प्रयास कर रहे हैं।
स्वीकृत कार्यों को धरातल पर लाएँ, इसमें कोई ढ़िलाई न हो
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने समीक्षा बैठक में सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि सरकार ने जो काम स्वीकृत किए हैं, उनमें से अधूरे काम अभियान बतौर पूर्ण कराएँ। साथ ही जो कार्य शुरू नहीं हो सके हैं उन्हें जल्द से जल्द धरातल पर लाएँ। इसमें किसी प्रकार की ढ़िलाई बर्दाश्त नहीं होगी।
नेशनल हाईवे से जुड़े गाँवों को अनिवार्यत: मिले कनेक्टिविटी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैठक में निर्देश दिए कि राष्ट्रीय राजमार्गों के नजदीक बसे गाँवों को नेशनल हाईवे से कनेक्टिविटी अनिवार्यत: मिले। इसलिये टेंडर के समय इसका ध्यान रखें। साथ ही जो राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माणाधीन हैं, वहाँ विशेष ध्यान देकर संबंधित ग्रामों को मुख्य सड़कमार्ग से जुड़वाएँ।
जल जीवन मिशन के काम अभियान बतौर पूरे कराएँ
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यों को विशेष अभियान चलाकर पूरा कराएँ। उन्होंने कहा जो कार्य 80 प्रतिशत तक हो चुके हैं उन्हें पूर्ण कराएँ। साथ ही जो कार्य शुरू नहीं हुए हैं उन्हें आरंभ कराकर ऐसे क्षेत्रों में पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था करें। आगामी गर्मी के मौसम में कहीं पर भी पेयजल की समस्या नहीं आनी चाहिए।
थानों व चौकी सहित पुलिस के अन्य प्रयोजन के लिये जमीन आरक्षित कराएँ
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संभागीय समीक्षा बैठक में कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अन्य मार्गों के नजदीक पुलिस थानों, चौकियों व बटालियन सहित पुलिस के अन्य प्रयोजन के लिये जमीन अवश्य आरक्षित कराएँ। इस कार्य को विशेष प्राथमिकता दी जाए।
माँस-मछली की बिक्री पर नहीं खुले में बेचने के तरीके पर है रोक
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैठक में दोहराया कि माँस-मछली की बिक्री पर कोई प्रतिबंध नहीं है, बेचने के गलत तरीके पर जरूर रोक है। उन्होंने कहा लोगों के स्वास्थ्य व पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखकर खुले में माँस-मछली इत्यादि की बिक्री पर रोक लगाई गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि माँस-मछली बेचने वालों के लिये पक्के प्लेटफॉर्म बनवाकर सरकार देगी। साथ ही इनकी बिक्री के लिये वैकल्पिक स्थान उपलब्ध कराए जायेंगे।
रतनगढ़ बहुउद्देश्शीय परियोजना की बाधा दूर करने के दिए निर्देश
दतिया जिले में मूर्तरूप ले रही रतनगढ़ बहुउद्देश्यीय सिंचाई परियोजना को पूरा करने में आ रही रूकावट जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिए। भोपाल से ऑनलाइन जुड़ी प्रदेश की मुख्य सचिव श्रीमती वीरा राणा से उन्होंने कहा कि वन विभाग से संबंधित इस सिंचाई परियोजना की बाधा को दूर कराएँ। उन्होंने ग्वालियर – भिण्ड फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण को भी जल्द से जल्द धरातल पर लाने के लिये संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
किसी भी असहाय को खुले में न गुजारनी पड़े रात
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैठक में जोर देकर कहा कि सर्दी के मौसम में किसी भी व्यक्ति को खुले में रात गुजारने के लिये मजबूर न होना पड़े। फुटपाथ पर रात गुजारने वालों एवं अन्य जरूरतमंदों को आग्रहपूर्वक रैन बसेरों में आश्रय दिलाएँ। इस काम में सामाजिक संस्थाओं को भी सहभागी बनाएँ। साथ ही कहा कि रैन बसेरे मानवता की रक्षा के लिये होते हैं। इसलिए इनकी व्यवस्थाएँ सुदृढ़ रहें। उन्होंने कहा ठंड से किसी के भी जीवन में कोई कठिनाई नहीं आनी चाहिए।
स्वच्छता में अव्वल बनाकर ग्वालियर का मान-सम्मान बढ़ाएँ
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से कहा कि ग्वालियर को इंदौर की तर्ज पर स्वच्छता में अव्वल बनाकर अपने शहर का मान-सम्मान बढ़ाएँ। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। प्रदेश सरकार ने भी स्वच्छता को पहली पायदान पर रखा है।