हेलो, मैं मुख्यमंत्री बोल रहा हूँ... मनोरमा बोली - सर मेरा ट्रांसफर करा दीजिये
ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ग्वालियर प्रवास के दौरान ने कोरोना आपदा के इस दौर में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम और आपदा प्रबंधन कंट्रोल सेंटर के रूप में कार्य कर रहें स्मार्ट सिटी कार्यालय का दौरा किया। यहाँ उन्होंने विडियो कॉलिंग के जरिए कोरोना संक्रमित मरीज मनोरमा बाथम से चर्चा कर उनका हालचाल जाना ।
सीएम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से की बात -
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने मनोरमा से कहा की आप जल्द ही स्वस्थ होकर अपने बच्चे व परिजनों के साथ घुल-मिलकर रह सकेंगी। मुख्यमंत्री से अपनत्व पाकर मनोरमा की खुशी देखते ही बन रही थी। फिर क्या उन्होंने बेझिझक अपने स्थानांतरण की माँग मुख्यमंत्री के सामने रख दी। बाबा कपूर निवासी मनोरमा बाथम मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी में पदस्थ हैं।उनकी रिपोर्ट 4 जुलाई को पॉजिटिव आई थी। बच्चे छोटे होने के कारण उन्हें होम आइसोलेशन की सुविधा मुहैया कराई गई है।
कंट्रोल कमांड सेंटर के कार्यों की ली जानकारी-
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कमाण्ड एण्ड कंट्रोल सेंटर द्वारा किये जाने वाले कार्यों की जानकारी ली। सीएम ने विशेष रूप से कंट्रोल सेंटर में आने वाली शिकायतों, लॉकडाउन हटने के बाद मॉनीटरिंग व्यवस्था एवं संक्रमित मरीजों का फॉलोअप आदि की जानकारी ली। उन्हें कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह एवं स्मार्ट सिटी सीईओ जयति सिंह ने जानकारी दी।
कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने सीएम को जानकारी देते हुए बताया की कंट्रोल कमाण्ड सेंटर के माध्यम से जिले के बॉर्डर की निगरानी भी की जाती है। उन्होंने बताया की लॉकडाउन हटने के बाद नाकों पर हो रही स्क्रीनिंग एवं बाहर से आए लोगों पर निगरानी इस सेंटर के जरिए रखी जा रही है। साथ ही यह भी पता लगाया जाता है कि किन मरीजों ने निजी अस्पतालों में इलाज कराया एवं मेडीकल स्टोर से दवाएं ली। इस नियंत्रण कक्ष से सहायता प्राप्त करने के लिए 24X7 हेल्पलाइन नम्बर भी जारी किये गये हैं। इन नम्बरों पर हर दिन नागरिक कोरोना से सम्बंधित ज़रूरी जानकारी, सूचना और सहायता के लिये संपर्क करते हैं। कंट्रोल रूम में प्राप्त शिकायतों का वर्गीकरण किया जाता है। उन शिकायतों का निराकरण सबसे पहले किया जाता है जो लोगों के जीवन से संबंधित है।
बता दें की शहर में कोविड 19 के मरीजो के आधार पर कन्टेनमेंट जोन की 24 घंटे निगरानी इस सेंटर के जरिए हो रही है। कमांड सेंटर पर उपलब्ध कराये गये डेटा के आधार पर उचित कार्यवाही के लिये कंट्रोल कमांड सेंटर से दिशानिर्देश प्राप्त कर संबंधित इंसिडेंट कमांडर द्वारा कार्यवाही की जाती है।
ये रहे मौजूद -
लोक स्वास्थ्य, परिवार कल्याण एवं गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, राज्य सरकार के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह एवं सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, पूर्व मंत्री अनूप मिश्रा, पूर्व मंत्री माया सिंह, पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल व मदन कुशवाह, आदि उपस्थित रहें।