ग्वालियर में कांग्रेस पर गरजे मुख्यमंत्री शिवराज, कहा - कांग्रेस ने कभी बाबा साहेब को सम्मान नहीं दिया
- ग्वालियर में आयोजित अंबेडकर महाकुंभ के आयोजन में शामिल हुए मुख्यमंत्री
- सिंधिया ने कहा - मेरी पत्नी के पूर्वजों ने बाबा साहेब को पढ़ने विदेश भेजा
ग्वालियर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह आज ग्वालियर पहुंचे। वह यहां आयोजित अंबेडकर महाकुंभ में शामिल हुए। उन्होंने कहा बाबा साहब के बनाए संविधान पर मोदी जी और हम सरकार चला रहे हैं। जिसने संविधान बनाया, उसे हरवाने का काम कांग्रेस ने किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी बाबा साहेब को सम्मान नहीं दिया। कांग्रेस ने परिवार के लोगों के स्मारक बनाये, लेकिन बाबा साहब का स्मारक नहीं बनाया, कांग्रेस ने उन्हें चुनाव में हराने का पाप किया।इतिहास कांग्रेस को कभी माफ नहीं करेगा।बाबा साहेब के पंच तीर्थ को हमने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना में शामिल किया है। हमने तय किया है कि 100 करोड़ की लागत से सागर में संत रविदास महाराज का भव्य मंदिर बनाया जाएगा, जिसमें हर गांव की ईंट लगेगी।
उन्होंने कहा हमने तय किया है कि "लाड़ली बहना योजना" के माध्यम से बहनों को प्रति माह 1 हजार रुपये दिये जायेंगे। मेरी बहनों, यह योजना तुम्हारी जिंदगी बदलने का अभियान है। बहनें सशक्त होंगी तो परिवार, समाज, प्रदेश और देश सशक्त होगा।आज हम तय कर रहे हैं अनुसूचित जाति की उपजातियों के अलग-अलग कल्याण बोर्ड बनाये जाएंगे। बोर्ड में अध्यक्ष और सदस्य नियुक्त किये जाएंगे। यह सभी सदस्य क्षेत्रों में दौरे करके अनुसूचित जाति के हित की योजनाएं बनाएंगे।
मेरी पत्नी के पूर्वजों ने बाबा साहेब को पढ़ने विदेश भेजा -
कार्यक्रम में शामिल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि एक मराठा होने के नाते बाबा साहेब के आगे शीष झुकाकर मुझे गर्व है। इसके पीछे कारण है। महार समाज में बाबा साहब का जन्म हुआ। छत्रपति शिवाजी का हिंदवी स्वराज का सपना था। उनकी सेना में सबसे वीर सेनापति महार समाज के होते थे। एक और रिश्ता बाबा साहब के साथ सिंधिया परिवार का बन चुका है। मेरी पत्नी का परिवार, उनके पूर्वज सयाजीराव गायकवाड़ महाराज ने बाबा साहब को विदेश पढ़ाई के लिए भेजा था। बाबा साहब अंबेडकर पूरे भारतवर्ष के संत - महात्मा हैं।
उन्होंने आगे कहा कि क्रांति, बलिदान और न्याय की माटी ग्वालियर-चंबल संभाग की भूमि पर आज यह महाकुंभ हो रहा है। भारत को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है, इसका श्रेय भी बाबा साहेब अंबेडकर को जाता है। बाबा साहेब अंबेडकर पूरे विश्व के पथ प्रदर्शक बन चुके हैं।देश में कई नेता है जो चुनाव के समय बाबा साहेब को याद करते हैं, दलितों का मसीहा बनते हैं। उन नेताओं से पूछना चाहता हूँ उन्होंने 75 वर्षों तक दलितों के लिए क्या किया? बाबा साहेब को 75 वर्षों तक सम्मान का इंतजार करना पड़ा।श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने भाजपा सरकार में बाबा साहेब को भारत रत्न देकर उनका सम्मान किया। प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान दिवस की घोषणा करके बाबा साहेब को सम्मान दिया। "बाबा साहेब का मिशन अधूरा, बीजेपी कर रही है पूरा"
कांग्रेस को बाबा साहेब ने यह सौभाग्य नहीं दिया -
कार्यक्रम में शामिल केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि वर्षों तक देश पर राज करने और बाबा साहेब के नाम पर अपनी राजनीति चमकाने वाली कांग्रेस को बाबा साहेब ने यह सौभाग्य नहीं दिया कि उनकी यादों को चिरस्थायी बना सकें।ग्वालियर में अंबेडकर महाकुंभ आयोजित करने के लिए सीएम शिवराज का धन्यवाद। बाबा साहेब और अनुसूचित जाति के बिना देश की कल्पना अधूरी है। भाजपा सरकार हमेशा अनुसूचित जाति के भाई-बहनों के जीवन स्तर में बदलाव लाने के लिए प्रयत्नशील रही है।सबकों न्याय मिले, इसके लिए पीएम मोदी जी का जीवन समर्पित है।
इंदिरा गांधी ने संविधान को को कुचला -
भाजपा अनुसूचित मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्या ने कहा कि दशकों तक देश व मप्र में कांग्रेस की सरकार रहीं लेकिन कभी ग्वालियर-चंबल की धरती पर अंबेडकर महाकुंभ नहीं हुआ। बाबा साहेब अंबेडकर और संत रविदास को सम्मान देने का काम सीएम शिवराज सिंह के नेतृत्व में भाजपा सरकार कर रही है। कांग्रेस ने सदैव बाबा साहेब के सपनों का अपमान किया। इंदिरा गांधी ने अपनी सरकार बचाने के लिए बाबा साहेब के संविधान को कुचलकर देश में आपातकाल लगाया।कांग्रेस ने दलितों के अधिकारों को खत्म करने का काम किया।
योजनाओं के केंद्र में सदैव जनजातिय वर्ग
इस अवसर पर ग्वालियर के लोकसभा सांसद विवेक शेजवलकर ने कहा कि पीएम मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र एवं सीएम शिवराज के नेतृत्व में प्रदेश भाजपा सरकार जनजातिय वर्ग के कल्याण हेतु संकल्पित है।भाजपा सरकार की योजनाओं के केंद्र में सदैव जनजातिय वर्ग रहा है।