कांग्रेस में ग्वालियर-चंबल की 34 सीट्स पर दिग्विजय की फौज हावी, कमलनाथ गायब, केपी को लेकर सर्वे पर उठे सवाल
ग्वालियर। मप्र में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भले ही जय जय कमलनाथ कर रहे हो लेकिन आज घोषित उम्मीदवारों की पहली सूची को अगर ग्वालियर -चंबल क्षेत्र के लिहाज से देखें तो दिग्विजय सिंह का एकछत्र प्रभाव इस सूची पर स्पष्ट दिखाई दे रहा है। क्षेत्र की 34 विधानसभा सीटों में 26 पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं।इस सूची में सामाजिक सन्तुलन भी बुरी तरह से गड़बड़ाया हुआ नजर आ रहा है। सर्वाधिक 9 टिकट क्षत्रीय बिरादरी को दिए गए हैं। इनमें लगभग सभी टिकट दिग्विजय सिंह के ताबेदारों को मिले हैं। दो टिकट तो उनके घर में ही गये है । राहुल भदौरिया मेहगांव, गोविन्द सिह लहार, सतीश सिकरवार ग्वालियर पूर्व,घनश्याम सिह सेंवढ़ा, केपी सिंह शिवपुरी, शेलेन्द्र सिंह बुंदेला पिछोर, लक्ष्मण सिंह चांचौड़ा, जयवर्धन सिंह राधौगढ़, गोपाल सिंह चौहान चन्देरी घोषित रूप से दिग्विजय सिंह के अनुयायी ही हैं।
जाहिर है अंचल में कांग्रेस की क्षत्रपी दिग्विजय सिंह के हाथों में ही रहने वाली है। इस सूची के साथ भाजपा की अब तक घोषित सूचियों से तुलना की जाए तो स्पष्ट है कि कांग्रेस ने विशुद्ध जातीय आधार पर उम्मीदवार चयन को प्राथमिकता दी है वहीं भाजपा ने सामाजिक समरसता को ध्यान में रखकर उम्मीदवार चयन का प्रयास किया है। बहुसंख्यक जातिगत आंकड़ो को दरकिनार कर भाजपा ने कार्यकर्ताओं को श्योपुर, सेंवढ़ा, गोहद, करैरा जैसी सीट्स पर अपनी टिकट दी हैं।
कांग्रेस ने टिकट वितरण में केवल जातियों की संख्या को प्राथमिकता पर रखा है।
- कांग्रेस सूची में चार ब्राह्मण जगह बनाने में सफल रहे हैं। जौरा से पंकज उपाध्याय,अटेर से हेमंत कटारे,ग्वालियर दक्षिण से प्रवीण पाठक, दतिया से अवधेश नायक शामिल हैं।
- दो उम्मीदवार रावत/मीणा बिरादरी के हैं जिनमें बाबू जंडेल मीणा श्योपुर एवं रामनिवास रावत विजयपुर शामिल हैं।
- दो यादव उम्मीदवार कोलारस से बेजनाथ यादव एवं मुंगावली से यादवेंद्र सिंह टिकट पाने में सफल रहे हैं।
- ग्वालियर ग्रामीण से साहब सिह गुर्जर को इकलौती टिकट मिली हैं।
- किरार समाज से लाखन सिह यादव भितरवार से पुन: टिकट पा गए हैं।
- वैश्य वर्ग से एकमात्र टिकट ऋषि अग्रवाल को गुना की बमौरी सीट से मिला है।
- कुशवाहा बिरादरी के दो टिकट सबलगढ़ से बैजनाथ कुशवाहा एवं पोहरी से कैलाश कुशवाहा को मिले हैं।
- तीन टिकट जाटव जाति के उम्मीदवार पाने में सफल रहे हैं। भांडेर से फूल सिह बरैया, करैरा से प्रागीलाल जाटव एवं डबरा से सुरेश राजे।
- एक टिकट बेडिय़ा जाति से अशोकनगर सुरक्षित सीट पर हरिबाबू राय को दिया गया है।
इस तरह कांग्रेस ने इस अंचल में 26 सीट पर 09 जातियों को साधने का काम किया हैं। अभी ग्वालियर, अंबाह, मुरैना, दिमनी, सुमावली, गुना, गोहद, भिंड सीट्स से उम्मीदवार घोषित किये जाने शेष हैं।
भाजपा के 18 प्रत्याशियों में 08 जातियों को टिकट
भाजपा ने अपनी चार सूचियों में अब तक इस अंचल में कुल 18 उम्मीदवार तय किये हैं। जिनमें 8 जातियों को प्रतिनिधित्व दिया है। पार्टी अभी 16 उम्मीदवार ओर घोषित करने जा रही है।
- भाजपा की सूची में कांग्रेस की तरह अनारक्षित वर्ग में बहुमत ठाकुर जाति का ही है। भाजपा के 18 उम्मीदवार में से 6 इसी वर्ग के हैं जिनमें केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, दिमनी, केबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया अटेर, प्रद्युम्न सिह तोमर ग्वालियर, मोहन सिंह राठोड़ भितरवार, बंटी बना राधौगढ़ एवं जगन्नाथ सिंह चन्देरी से।
- भाजपा की सूची में अभी तक दो ब्राह्मण टिकट हुए है दतिया से नरोत्तम मिश्रा और लहार से अंबरीश शर्मा।
- दो वैश्य उम्मीदवार दुर्गालाल विजय श्योपुर एवं सेंवढ़ा से प्रदीप अग्रवाल टिकट पाने में सफल रहे हैं।
- मुरैना जिले से दो गुर्जर उम्मीदवार को उतारा गया है जिनमें एदल सिंह कंषाना सुमावली एवं रघुराज गुर्जर मुरैना शामिल हैं।
- रावत मीणा जाति से दो महिलाओं को पार्टी ने टिकट दी है। सबलगढ़ से सरला रावत एवं चांचौड़ा से प्रियंका मीणा।
- पार्टी ने 2 जाटव उम्मीदवार अभी तक अंचल में दिए हैं जिनमें लाल सिह आर्य गोहद एवं इमरती देवी डबरा शामिल हैं।
- खटीक समुदाय से रमेश खटीक करैरा से उम्मीदवार बनाये गए हैं।
- मंत्री भारत सिंह कुशवाहा ग्वालियर ग्रामीण से फिर टिकट पाने में सफल रहे हैं।
इस तरह जातीय संख्या के लिहाज से भाजपा ने 18 टिकटों में 08 जातियों को वहीं कांग्रेस ने 26 टिकटों में 09 जातियों को जगह दी हैं। भाजपा की ओर से अभी 16 टिकट इस अंचल में घोषित किया जाना शेष है जाहिर है जातिगत आधार पर भाजपा कांग्रेस की तुलना में अधिक जातियों को ग्वालियर चंबल में प्रतिनिधित्व दे सकती है।
केपी को लेकर सर्वे पर उठे सवाल
कमलनाथ के सर्वे बेस्ड टिकट वितरण के दावों की पोल भी इस सूची में खुलती हुई नजर आई। शिवपुरी सीट पर केपी सिंह एवं पिछोर से शेलेन्द्र बुंदेला के नाम किस सर्वे से उठाकर फाइनल किये गए है। यह बात किसी कांग्रेस कार्यकर्ता को समझ नही आ रही है। दोनों सीट्स पर शायद ही किसी ने इन दोनों उम्मीदवार के नाम का जिक्र तक किया हो।
इसी तरह पोहरी में कांग्रेस के टिकट में किरार जाति के प्रद्युम्न वर्मा का नाम सभी कार्यकर्ताओं ने लिया था। हाल ही में बैजनाथ सिह यादव को पीसीसी ने फिर से रायशुमारी के लिए भेजा था लेकिन इसे दरकिनार कर कैलाश कुशवाहा को टिकट दी गई है। कोलारस में भी कमोबेश इसी तरह का निर्णय हुआ।