कोरोना वायरस हर उम्र के लोगों को बना रहा शिकार, 85 प्रतिशत में नहीं दिख रहे लक्षण
ग्वालियर, न.सं.। जिले में कोरोना मरीजों की संख्या पांच हजार के पार पहुंच गई है। सबसे ज्यादा वायरस ने 21 से 40 व 40 से 60 साल के लोगों को अपना शिकार बनाया है। कोरोना संक्रमितों की संख्या थमने का नाम नहीं ले रही है। लगातार मरीज संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि 80 से 85 प्रतिशत मरीज बिना लक्षणों वाले हैं। ऐसे में मरीज संक्रमित तो होते हैं लेकिन उन्हें कोई परेशानी महसूस नहीं होती है। नतीजतन वह सभी जगह घूम रहे हैं। ऐसे में गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीज संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं।
जन्म के तुरंत बाद से लेकर 10 साल की उम्र तक भी काफी बच्चे वायरस की चपेट में आ चुके हैं। 100 से अधिक बच्चे संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। चिकित्सकों के मुताबिक बच्चों में संक्रमण कई तरह से नुकसानदेह है। बच्चे बड़े-बुजुर्गों के पास अधिक रहते हैं। ऐसे में संक्रमण बुजुर्गों तक पहुंचने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं जुलाई के बाद अगस्त में भी ग्वालियर में कोरोना संक्रमण कम होने का नाम नहीं ले रहा। आंकड़ों पर नजर डालें तो मई के शुरुआती दिनों में जहां हर 219वां नमूना जांच में संक्रमित निकल रहा था। वहीं अगस्त में स्थिति ज्यादा चिंताजनक हो गई है। अगस्त में अभी तक के आंकड़ों के अनुसार जांच में आने वाला हर 15वां नमूना संक्रमित आया है। हालांकि राहत की बात यह है कि मई में जहां मरीजों का रिकवरी रेट काफी कम था। लेकिन जैसे-जैसे संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। ठीक हो रहे मरीजों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि इन सबके बीच चिंताजनक बात यह है कि कोरोना संक्रमण के चलते मरने वालों की संख्या बढ़ रही है। 27 अगस्त तक ग्वालियर में कोरोना संक्रमण से 61 लोगों की मौत हो चुकी है।
फैक्ट फाइल
-21 से 40 साल तक के सबसे ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आए हैं। इस उम्र के दो हजार लोग संक्रमित हो चुके हैं।
-41 से 60 साल की उम्र के लगभग 2500 लोग संक्रमित मिल चुके हैं।
-60 से अधिक उम्र के लगभग 1000 लोग संक्रमित हो चुके हैं।
-11 से 20 साल के लगभ्ग 500 युवक-युवतियों में वायरस मिल चुके हैं।
किसी भी उम्र के लोग हो सकते हैं कोरोना से संक्रमित
जैसे-जैसे कोरोना संक्रमण का प्रसार हो रहा है। इसको लेकर अफवाहें भी तेजी से फैल रहीं है। लोगों के मन में कई तरह की भ्रांतियां है। युवाओं में भी यह भ्रम फैल गया है कि कोरोना वायरस से युवाओं को डरने की जरूरत नहीं है। यह बुजुर्गों और बच्चों के लिए खतरनाक है। अगर युवाओं को लगता है कि उन्हें कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है तो वो गलत हैं। यह किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। यह कहना है चिकित्सक डॉ अजय पाल का। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ इस जंग में हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि हमें अपने और दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखना होगा और हमें इसी वायरस के साथ अब जीना सीखना होगा।