महाविद्यालयों में नकल पर नकेल: भिंड-मुरैना के शिकायतों वाले परीक्षा केंद्रों में बदलाव, 4 परीक्षा केंद्र बदले गए…

भिंड-मुरैना के शिकायतों वाले परीक्षा केंद्रों में बदलाव, 4 परीक्षा केंद्र बदले गए…
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ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों की स्नातक द्वितीय वर्ष की परीक्षा के दौरान भिंड-मुरैना में नकल की लगातार शिकायतों के बाद जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन सक्रिय हुआ है। भिंड और मुरैना के दो-दो परीक्षा केंद्र निरस्त करते हुए सरकारी महाविद्यालयों में नए परीक्षा केंद्रों को बनाया है। इसके साथ ही केंद्राध्यक्षों को भी चेतावनी दी है कि वह नकल रहित परीक्षा कराएं।

इसके साथ ही अगर नकल जैसी शिकायतें आएंगी तो इस तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। अंचल में स्नातक द्वितीय वर्ष की परीक्षा में नकल को लेकर दैनिक स्वदेश ने अभियान चलाया था। इसके बाद ही जीवाजी विश्वविद्यालय प्रबंधन ने कार्रवाई शुरू की है।

भिंड और मुरैना के परीक्षा केंद्रों पर नकल की शिकायतों के बाद अब इन परीक्षा केंद्रों को बदलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 27 मार्च से यूजी सेकेंड ईयर की परीक्षा शुरू हुई थी, तब से ही भिंड और मुरैना के परीक्षा केंद्रों पर नकल की शिकायतें आ रही थीं।

इन शिकायतों के चलते कुलगुरु प्रो. राजकुमार आचार्य और कुलसचिव अरुण ङ्क्षसह चौहान ने मुरैना के परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया था। वहींं कलेक्टर भिंड ने भी गड़बड़ी वाले परीक्षा केंद्रों पर सख्ती दिखाई थी और इन्हें बदलने की सिफारिश की थी। इसके बाद अब मेहगांव में बनाए गए दैपुरिया महाविद्यालय और नाथूराम इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन के परीक्षा केंद्र को एमजेएस कॉलेज भिंड में स्थानांतरित कर दिया है। वहीं मुरैना में टीएसएस और एसडीएमजे महाविद्यालय मुरैना के परीक्षा केंद्र को विधि महाविद्यालय मुरैना में स्थानांतरित किया गया है।

अब सीसीटीवी को लेकर होगी कार्रवाई :

जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा केंद्रों का सीसीटीवी लिंक अग्रणी महाविद्यालयों तथा जीवाजी विश्वविद्यालय को देने के लिए केंद्राध्यक्षों को पत्र लिखा गया है, लेकिन अब तक यह ज्यादातर परीक्षा केंद्रों से लिंक नहीं दी गई है। वहीं यह जानकारी इक_ी नहीं हो पाई है कि कितने परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे हैं।

"जिन परीक्षा केंद्रों से नकल सहित अन्य अव्यवस्थाओं को लेकर शिकायतें आ रही थीं, उन्हें बदला गया है। आगे भी इस तरह की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।" - अरुण सिंह चौहान

कुलसचिव, जीवाजी विश्वविद्यालय

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