ग्वालियर में तीस हजार का ईनामी बदमाश 15 वर्ष बाद दबोचा
ग्वालियर। पन्द्रह वर्ष पहले हत्या करके भागे डकैत को देहात थाना पुलिस ने पकडऩे में सफलता अर्जित की है। आरोपी पर तीस हजार का ईनाम था और वह पुलिस को चकमा देकर फरारी काट रहा था। पुलिस ने डकैत को गोली चलाने से पहले ही दबोच लिया जिसके पास से कट्टा व कारतूस बरामद किए गए है। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है।
ग्रामीण एएसपी निरंजन शर्मा ने बताया कि पुलिस केा मुखबिर से सूचना मिली थी कि पवाया सिंध नदी के पास लम्बे समय से फरार डकैत देखा गया है। सूचना मिलते ही भितरवार पुलिस को मौके पर भेजा गया। टीम जब मौके पर पहुंची तो बदमाश की नजर उस पर पड़ गई। पुलिस को देखते ही बदमाश ने कट्टा निकाल लिया और वह जब तक पुलिस के ऊपर गोली चला पाता पुलिस ने उसे दबोच लिया। पकड़ा गया बदमाश बादामसिंह उर्फ खैली पुत्र रामप्रसाद कमरिया निवासी बांसोड़ी निकला। बादाम सिंह ने वर्ष 2008 में बांसोड़ी मे हत्या को अंजाम दिया था। उसके ऊपर डकैती लूट सहित आधा दर्जन से ज्यादा अपराध पंजीबद्ध हैं। पन्द्रह वर्ष से फरार तीस हजार का ईनामी बादामसिंह के बारे में बतााय गया है कि पुलिस को दो घंटे तक जंगल में जमकर छकाया जब कहीं जाकर वह पुलिस के हाथ आया। पुलिस अब उससे अपराधिक घटनाओं के बारे में पूछताछ कर रही है।
कट्टे के साथ बदमाश पकड़ा
गिरवाई थाना प्रभारी प्रीती भार्गव ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि गड्डा वाला मौहल्ला में एक युवक अवैध हथियार लेकर किसी घटना के इरादे से घूम रहा है। सूचना मिलतेही पुलिस मौके पर पहुंची और एक युवक को दबोच लिया। पकड़े गए युवक की पहचान अभिषेक उर्फ अनमोल पुत्र घनश्याम उर्फ बंटी माहौर निवासी इमली नाका सिंकदर कम्पू के रुप में हुई। तलाशी लेने पर अनमोल के पास से अवैध कट्टा बरामद किया गया।
मंदिर से चोरी करने वाले दबोचे
मोहना थाना प्रभारी रशिद खान ने बताया कि 6 मार्च को ग्राम जितौली माता के मंदिर में शातिर चोरों ने घंटे मोटर साइकिल सहित अन्य सामान चोरी कर लिया था। घटना के बाद से ही पुलिस चोरों की तलाश में जुटी हुई थी। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि चोर सुरसुला चीनौर में देखे गए। मौके पर पुलिस पहुंची पुलिस केा देखकर दोनों संदेहियों ने भागने का प्रयास किया पुलिस ने उनका पीछा करदबोच लिया। पकड़े गए युवकों की पहचान चीनौर के रहने वाले राकेश और ग्राम सुरसुला करहिया के निवासी प्रमोद के रुप में हुई। जब पुलिस ने दोनों संदेहियों से पूछताछ की तो वह पहले चोरी की घटना से मना करने लगे बाद में उन्होंने मंदिर से सोलह घंटे मोटरसाकिल गैस सिलेण्डर सहित अन्य सामान चोरी करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने चोरों ने माल बरामद कर अन्य घटनाओं के बारे में पूछताछ प्रारंभ कर दी है।