ग्वालियर संभाग के बांध हुए लबालब, जल्द खुल सकते हैं गेट
ग्वालियर। ग्वालियर संभाग में बने बांधों के कैचमेंट एरिया में जोरदार बारिश होने से सभी बाँध लबालब होने की कगार पर पहुंच गए है। हालत यह है की एक-दो तेज बारिश के साथ ही सभी बांधों के गेटों को खोला जा सकता है। अंचल में पानी आपूर्ति करने वाले ककैटो, पेहसारी, तिघरा और हरसी चार प्रमुख बांध है। तिघरा जहां शहर में पेयजल की आपूर्ति करता है, वही अन्य तीनों बांध खेतों में सिंचाई के काम आते है। हालांकि जब भी तिघरा में होती है, ककैटो एवं पेहसारी से नहर व नदी के रास्ते पानी तिघरा तक लाया जाता है। इस साल राहत भरी खबर यह है की पिछले एक सप्ताह से हुई लगातार बारिश में सभी बांध 90 प्रतिशत भर चुके है।
तिघरा-मड़ीखेड़ा
प्रशासन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार तिघरा महज दो फीट ही खाली बचा है।जोकि कैचमेंट एरिया में एक-दो तेज बारिश के साथ ही पूरा हो जायेगा। बारिश के मौसम में शहर की सीमा में स्थित वीरपुर और हनुमान बांंध में भी अच्छा खासा पानी जमा हो गया है।वही शिवपुरी में बना अटल सागर ( मड़ीखेड़ा बांध ) 9 फीट खाली बचा है। अटल सागर मड़ीखेड़ा डैम की कुल क्षमता 1135.7 फिट है, जोकि वर्तमान में 1126,35 भरा हुआ है। वही शहर से सटा मोहिनी सागर बांध भी भरने की कगार पर पहुंच गया है। इस बांध की कुल क्षमता 906.1 फीट शेष रह गया है।
ककैटो- अपर ककैटो
पार्वती नदी पर बने दोनों बांध जुलाई माह में हुई कम बारिश के चलते खाली पड़े थे। लेकिन अगस्त में हुई बारिश से 95 प्रतिशत भर चुके है। अपर ककैटो डैम की कुल क्षमता 1213,6 फीट हैं। जोकि वर्तमान में 1205.56 भर चुका है।वहीँ ककैटो डैम भी अपनी क्षमता से महज 6 खाली बचा है। ककेटो डैम की कुल क्षमता 1124,18 फीट है। जोकि 1118,90 फीट भरा हुआ है।
पेहसारी - हरसी
डबरा स्थित हरसी बांध की कुल क्षमता 869 फीट है।जिसमें वर्तमान में 856.60 फीट भरा हुआ है। वहीँ पेहसारी बांध का जल स्तर 1092. 89 फीट है, जोकि अपनी क्षमता से सिर्फ चार फीट खाली है। इन बांधों के पूरा होते ही पानी को नहर के जरिए अन्य बांधों में छोड़ा जायेगा। पेहसारी बांध के भरते ही उसका पानी नहर के जरिए छोटा रायपुर और बड़ा रायपुर में भेजा जाएगा। इन दोनों बांधों के भरते ही नहर के जरिए पानी को मामा के बांध में छोड़ा जाएगा।
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले एक सप्ताह में ग्वालियर संभाग में तेज बारिश होने का अनुमान लगाया गया है। जिसके चलते उम्मीद की जा रही है की इस माह के अंत तक सभी बांधों के गेट खुल सकते है। अंचल के सभी जिलों में लगातार हो रही बारिश के चलते प्रशासन ने अलर्ट जारी कर रखा है एवं बांधों पर निगरानी बनाये हुए है। बांधों का जलस्तर बढ़ते ही गेटों को खोलकर खाली किया जायेगा।