दिल्ली की कंपनी करेगी ग्वालियर में एलिवेटेड रोड के दूसरे चरण का निर्माण
ग्वालियर। 926 करोड़ रुपए की लागत से बनने जा रही एलिवेटेड रोड के दूसरे चरण में यानी लक्ष्मीबाई समाधि से लेकर गिरवाई चौकी तक के लिए पीडब्ल्यूडी ने कंपनी का नाम तय कर लिया है। दिल्ली की कंपनी दूसरे चरण के निर्माण का काम करेगी। दूसरे चरण में लक्ष्मीबाई समाधि से गिरवाई चौकी तक बनने वाले एलिवेटेड रोड़ को अब पहले से ज्यादा चौड़ा बनाया जाएगा। इसके बनने से लश्कर क्षेत्र में यातायातं का दबाव कम होगा साथ ही गति भी मिलेगी।
एलिवेटेड रोड की कुल लागत 926.21 करोड़ रुपए होगी। इसमें 818.43 करोड़ केंद्र सरकार ने स्वीकृत किया है। यह फोरलेन एलिवेटेड रोड प्रदेश में किसी भी नदी के ऊपर बनाए जाने वाला पहला एलिवेटेड रोड होगा। दूसरे चरण में 7.42 किमी लंबे मार्ग पर 200 से 225 पिलर तैयार किए जाएंगे। मेट्रो की तर्ज पर एलिवेटेड रोड का निर्माण किया जाएगा, जिसमें पिलर खड़े होते ही सडक़ बिछाई जाएगी। पूरे 14.7 किलोमीटर लंबे इस एलिवेटेड रोड पर विद्युत की व्यवस्था भी होगी। एलिवेटेड रोड में फोरलेन सडक़ का निर्माण किया जाएगा। रोड में सडक़ के बीच डिवाइडर भी लगाए जाएंगे।
सुरक्षा के लिए एलिवेटेड रोड के दोनों ओर मजबूत दीवार भी बनाई जाएगी। हनुमान बांध के ऊपर से होते हुए एलिवेटेड रोड सीधे गिरवाई से निकलकर सीधे हाइवे से मिलाई जाएगी। इसके लिए ढाई-ढाई मीटर की दूरी पर पिलर खड़े किए जाएंगे।
बजट में हरि को कोई आपत्ति नहीं
वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए बजट में संशोधन के लिए हरि भाई को कोई आपत्ति ही नहहीं है। जबकि उनके ही पार्षदों ने कई आपत्तियां दर्ज कराई है। ऐसे में सभी जगह चर्चा है कि आखिर ऐसा क्या हो गया जो हरि भाई नहीं एक भी आपत्ति नहीं लगाई। खबरियों की मानें तो जब से हरि भाई को पार्षद जी ने सवालों के घेरे में खड़ा किया है तब से उनका मन विपक्षी पार्षद की तरफ से उचट गया है, अब देखते है कि बैठक में हरि भाई क्या रोल निभाते है।