अंचल में सिंधिया के जाने से कांग्रेस पुर्नजीवित हो गई : दिग्विजय सिंह
`ग्वालियर। प्रदेश में विधानसभा की 27 रिक्त सीटों पर उपचुनाव की तैयारियों में जुटी प्रदेश की दोनों प्रमुख पार्टियों के नेता एक-दूसरे के खिलाफ जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में गए वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनके भाजपा में जाने के बाद ग्वालियर में कांग्रेस फिर से जीवित हो गई है। यहां कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में नई ऊर्जा आ गई है।
दरअसल, भाजपा द्वारा ग्वालियर में सदस्यता ग्रहण समारोह का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा की सदस्यता ले रहे हैं। इन समारोहों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार को आड़े हाथों लिया था। इसी क्रम में रविवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ग्वालियर पहुंचे और यहां मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में सिंधिया के उन वीडियो की रिकार्डिंग भी दिखाई, जिनमें उन्होंने कांग्रेस में रहते हुए भाजपा के खिलाफ बयान दिये थे। दिग्विजय सिंह ने सिंधिया के शनिवार के बयान को लेकर कहा कि हम उनकी चुनौती स्वीकार करते हैं। उनके जाने के बाद ग्वालियर अंचल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में नयी ऊर्जा और जान आ गयी है। कांग्रेस के कार्यकर्ता और जनता तय कर ले तो कांग्रेस को कोई पराजित नहीं कर सकता।
दिग्विजय सिंह रविवार को प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष बृजमोहन परिहार की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने के लिए ग्वालियर पहुंचे थे। यहां उन्होंने मीडिया से बात की और उनके सवालों के जवाब भी दिये। उन्होंने कहा कि वे लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास की राजनीति पसंद करते हैं। उन्होंने भाजपा के सदस्यता कार्यक्रम को लेकर कहा कि इसमें बड़ी बड़ी बातें की जा रही थीं, लेकिन ऐसी बातें करने वाले तो राजनीति में अपनी विश्वसनीयता खो चुके हैं और उनके भाजपा में जाने के बाद ग्वालियर में कांग्रेस जीवित हो गयी है।
दिग्विजय सिंह ने पंद्रह माह की कांग्रेस सरकार में 'दो मुख्यमंत्री' होने संबंधी आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में केवल एक ही मुख्यमंत्री थे कमलनाथ, लेकिन भाजपा में चार मुख्यमंत्री सरकार चला रहे हैं। उनमें से एक नरोत्तम मिश्रा तो कल यहां आए ही नहीं। उन्होंने पूर्व सीएम कमलनाथ की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने माफियाओं, मिलावटखोरों और अन्य घोटालेबाजों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी। ऐसे लोगों ने ही भय खाकर तत्कालीन सरकार को गिरा दिया।
इस दौरान उन्होंने प्रशासन पर भी भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा को सदस्यता अभियान करने के लिए प्रशासन ने अनुमति प्रदान कर दी, लेकिन कांग्रेस को किसी भी कार्यक्रम के लिए यहां अनुमति नहीं दी जा रही है। यहां तक कि श्रीगणेश पंडालों और धार्मिक आयोजनों की अनुमति नहीं है, तो सदस्यता अभियान को अनुमति क्यों दी गयी। उन्होंने विधानसभा उपचुनावों में कांग्रेस उम्मीदवारों के चयन को लेकर भी मीडिया के सवालों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अभी उपचुनाव की तारीख घोषित नहीं है, लेकिन पार्टी पूरी तरह से तैयार है। उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया जारी है। पहले चुनाव आयोग को भी तय कर लेना चाहिए कि उपचुनाव कब होंगे, कांग्रेस उम्मीदवार तो तय हो जाएंगे।