मूक बधिर एवं नि:शक्तों ने हाथ से बनाया दीपावली का सामान, चीन को दे रहे हैं मात
ग्वालियर, न.सं.। चीन के कारण कोरोना से संक्रमित भारतवासियों ने चीन को व्यापारिक क्षेत्र में मात देने की ठान ली है। पहले रक्षाबंधन पर बहनों ने हाथ से बनी राखी बनाकर चीन का राखी बाजार ही खत्म कर दिया। इससे जहां चीन को करोड़ों का नुकसान हुआ वहीं हमारे देश का स्वदेशी रोजगार भी बढ़ गया और हमारे देश के लोगों को रोजगार भी मिला और पैसा भी कमाया। वहीं भारतवासियों ने दीपावली पर भी चीन को मात देने की ठान ली है और स्वदेशी दीपक, झालर आदि वस्तुओं की बिक्री की जा रही है। इसी कड़ी में हमारे शहर के मूक बधिर एवं निशक्त लोगों ने इस दीपावली पर हाथ से बनी वस्तुओं को बनाकर उनकी बिक्री करना शुरू कर दिया है। इनके हाथ से बनी वस्तुओं को शहरवासियों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है।
श्रेष्ठ कानून सेवा संस्थान जो कि एक चैरिटेबल ऑर्गेनाइजेशन है, जो कि मूक-बधिर बच्चों के लिए काम करती है। वहीं मानवता और समाजिक कल्याण का काम करने वाले स्वर्ग सदन के संयुक्त तत्वावधान में ग्रीन गार्डन स्टेट सिटी सेंटर में दीपावली के इस अवसर पर मूक बधिर एवं नि:शक्त लोगों द्वारा हाथ से बनाए हुए दिए, लिफाफे, मास्क, मसाले चॉकलेट एवं अन्य सामान की प्रदर्शनी लगाकर उसकी बिक्री की जा रही है। शहरवासी भी इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं और सामान की खरीदारी कर रहे हैं। बिक्री से प्राप्त धनराशि का उपयोग संबंधित संस्था द्वारा अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किया जाएगा, जिससे संस्था के लोग आत्मनिर्भर बनेंगे। इन पैसों से यह लोग रोजगार मांगने वाले नहीं रोजगार देने वाले बनेंगे। साथ ही स्वदेशी वस्तुओं का प्रचार-प्रसार कर सकेंगे। यह कार्य एक नहीं शहर की कई संस्थाएं काम कर रही है। शहरवासी भी अब स्वदेशी वस्तुओं की मांग कर रहे हैं। मांग बढऩे से स्वदेशी बाजार भी चमकने लगा है।
सस्ते में दे रहे सामान
स्वदेशी निर्मित जो सामग्री बनाई जा रही है वह काफी सस्ती होने के साथ ही देखने में भी सुंदर लग रही है। इन्हें बनाने के दौरान सुंदरता का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। दीपक, झालर आदि वस्तुएं काफी सस्ती हैं। बाजार में जो मूल्य चल रहा है उससे काफी सस्ती बेच रहे हैं।