पीपीई किट पहनकर कैसे काम करते हैं चिकित्सक, यह बहुत बड़ी बात है
ग्वालियर,न.सं.। संभाग आयुक्त एमबी ओझा ने सोमवार को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण कर चिकित्सकों से भर्ती मरीजों के संबंध में जानकारी ली। इस दौरान श्री ओझा जब पीपीई किट पहनकर वापस अस्पताल से बाहर आए, तो उन्होंने वहां मौजूद चिकित्सकों से कहा कि मैंने थोड़ी देर के लिए पीपीई किट पहनी, तो मुझे परेशानी होने लगी। लेकिन चिकित्सक आठ-आठ घंटे किट पहनकर कार्य कर रहे है, यह बहुत बड़ी बात है। सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. गिरिजाशंकर गुप्ता ने मरीजों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी दी। संभागायुक्त ने बताया कि वह चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ का हौसला बढ़ाने पहुंचे थे। उधर कोरोना संक्रमितों के मरीजों की जानकारी अब चिकित्सकों द्वारा परिजनों को दी जाएगी। अभी तक गंभीर मरीजों के परिजन यह आरोप लगाते हैं कि उन्हें उनके मरीज की पूरी जानकारी नहीं दी जाती है। जिसको लेकर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में हेल्प डेस्क बनाई गई है। जहां वेटीलेंटर और ऑक्सीजन पर रहने वाले मरीजों की जानकारी स्वयं चिकित्सकों द्वारा परिजनों को शाम के समय दी जाएगी।
जयारोग्य अधीक्षक से जिलाधीश बोले, यहां से तो मैं भी मरकर निकलूंगा
सोमवार को जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह जयारोग्य परिसर के टीबी अस्पताल का निरीक्षण करने जा पहुंचे। जहां पर श्री सिंह ने जयारोग्य अधीक्षक डॉ. आरकेएस धाकड़ से कहा कि आप इसे कोविड अस्पताल बनाना चाहते हो। लेकिन यहां की आप हालत देख रहे हो। यह बात सुन श्री धाकड़ कोई जबाव नहीं दे पाए। सोमवार को जिलाधीश के निशाने पर श्री धाकड़ रहे। निरीक्षण के दौरान श्री सिंह ने अस्पताल की हालत देखकर कहा कि यहां अगर मैं भर्ती हुआ, तो मैं यहां से मरकर निकलूंगा। उन्होंने निरीक्षण के बाद संभागीय आयुक्त एमबी ओझा के समक्ष टीबी अस्पताल को गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के स्थान पर जिला अस्पताल को देने का प्रस्ताव रखा। जिस पर श्री ओझा ने सहमति देते हुए आगे की कार्रवाई करने को कहा।