रिमझिम बारिश के चलते मौसम में घुली ठंडक, तिघरा अब केवल छह फीट खाली
ग्वालियर। शहर में बीते दो दिनों से जारी रिमझिम बारिश का सिलसिला आज गुरुवार को भी जारी है। पिछले कुछ दिनों से खिली तेज धूप और उमस के बाद मंगलवार की शाम मौसम बदला और ग्वालियर के आसमान पर बादल छाए और शाम होते ही बरस पड़े। थोड़ी देर बरसने के बाद बादल हवा में गायब हो गए। लेकिन बुधवार को सुबह से ही रुक रुक कर बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। इस बीच कभी तेज बारिश हुई तो कभी धीमी। रुक रुक कर हो रही बारिश का असर ये हुआ कि तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस गिरावट के साथ 31 डिग्री सेल्सियस रहा जो औसत से 2 डिग्री कम है और न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस बढ़त के साथ 24 डिग्री दर्ज किया गया जो औसत से 1.1 डिग्री सेल्सियस से कम है। स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार हालाँकि ग्वालियर के ऊपर मानसून का सिस्टम तो बना हुआ है लेकिन अब वो कमजोर पड़ चुका है इसलिए तेज बारिश के आसार नहीं है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार अब तक ग्वालियर जिले में 569.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जा चुकी है।
तिघरा जलाशय का जलस्तर पहुंचा 732 फीट पर
इस साल मानसून ने भले ही शहर में देर से आमद दर्ज कराई है लेकिन जाने से पहले हो रही लगातार बारिश ने तिघरा के सूखे कंठ को गीला कर दिया है। और उम्मीद की जा रही है कि ग्वालियर में चल रहा पेयजल संकट दूर हो जायेगा। विभागीय अधिकारियों के अनुसार बीते दो दिनों से तिघरा के कैचमेंट एरिया में लगातार हो रही बारिश से अब तक तिघरा में 2868 एमसीएफटी पानी पहुँच गया है। और तिघरा का जलस्तर बढ़कर 732 फीट पर पहुँच गया है. तिघरा का फुल टेंक लेवल 740 फीट है लेकिन पुराना होने के कारण इसे दो फीट कम भरा जाता है यानि अब तिघरा को भरने के लिए केवल छह फीट पानी की आवश्यकता है। अधिकारी लगातार बाँध के जलस्तर पर नजर बनाये हुए हैं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की माने तो कैचमेंट एरिया में हो रही बारिश से इसका जलस्तर और बढ़ने की संभावना है।