चेम्बर और कैट के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा, दोनों आना चाहते हैं प्रशासन के नजदीक

चेम्बर और कैट के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा, दोनों आना चाहते हैं प्रशासन के नजदीक
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ग्वालियर। मध्य प्रदेश चेम्बर ऑफ कॉमर्स और कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट)व्यापारियों की दो बड़ी संस्थाएं हैं। इन दोनों के बीच न सिर्फ व्यापारिक हितों को लेकर प्रतिस्पर्धा है, बल्कि दोनों ही शासन और प्रशासन के नजदीक आना चाहती हैं। यही कारण है कि इन दोनों संस्थाओं के बीच आपस में कोई तालमेल नहीं है, बल्कि एक दूसरे को नीचा दिखाने के प्रयास अधिक किए जा रहे हैं, जिससे कई बार व्यापारिक हित टकरा जाते हैं। पिछले कुछ समय से दोनों संस्थाओं की अलग-अलग बैठकों में एक दूसरे की संस्था पर उंगलियां तक उठाई गईं हैं। टकराहट के बीच व्यापारी भी कहीं न कहीं फंस जाता है कि वह किस संस्था के बैनर तले कार्य करे। क्योंकि यदि वह एक संस्था से जुड़ता है तो दूसरी संस्था बुरा मानती है।

उल्लेखनीय है कि चेम्बर का नाम भले ही प्रदेश से जुड़ा हुआ है उसका कार्यक्षेत्र सिर्फ शहर तक ही सीमित है। जबकि कैट का सरोकार प्रदेश और देश भर के व्यापारियों से है। इसीलिए कैट की वीडिया कॉन्फे्रंसिंग में राष्ट्रीय स्तर की हस्तियां हिस्सा लेती हैं। कैट का दायरा भले ही फैला हुआ है किन्तु कैट के पदाधिकारियों की चाहत चेम्बर से जुड़कर किसी न किसी पद को पाने की रहती है। कैट के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र जैन ने पिछला चेम्बर अध्यक्ष का चुनाव लड़ा, वहीं जिला समन्वयक दीपक पमनानी भी कार्यकारिणी में आने के इच्छुक रहे। जबकि जिलाध्यक्ष रवि गुप्ता के पुत्र बिपुल गुप्ता कार्यकारिणी में चुने गए हैं। इस तरह दोनों संस्थाओं का उद्देश्य व्यापारिक हित है। फिर भी कहीं न कहीं राजनीति में उच्च स्थान हासिल करने इन संस्थाओं से जुड़े पदाधिकारी बड़े राजनेताओं के संपर्क में रहते हैं, जिससे चर्चाएं गर्म रहती है। स्वदेश ने दोनो ही संस्थाओं द्वारा किए जा रहे कार्य और उनके पदाधिकारियों से कोरोना काल में किए गए कार्यों पर चर्चा की है।

दो पदाधिकारियों में द्वंद

चेम्बर और कैट के दो पदाधिकारी एक ही हाउस से जुड़े हुए हैं। किन्तु अलग-अलग संस्थाओं में होने के कारण इनमें कुछ ज्यादा ही द्वंद रहता है। जिसमें दोनो ही बडे राजनेताओं के अलावा शासन और प्रशासन से नजदीकियों बनाने की कोशिश में रहते हैं।

चेम्बर द्वारा किए गए कार्य-

- लोगों को जागरूक करने का काम किया।

- पांच हजार राहत बैग तैयार कराकर प्रशासन की टीम के साथ मिलकर बंटवाएं।

- आम जन की सहूलियत के लिए कौन-कौन सी दुकानें खुलना है, इसके लिए प्रशासन से बात की।

- शासन से व्यापारियों को जो मदद की जरूरत है जैसे ब्याज माफी पर चर्चा की और ईएमआई को आगे दो माह बढ़ाने की बात कही।

- विद्युत वितरण कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं का शोषण किए जाने पर आवाज उठाई।

-एनडीएल कनेक्शन (व्यापारिक/औद्योगिक) से राज्य शासन की मंशा अनुसार फिक्स्ड चार्ज हटाए जाने हेतु मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र प्रेषित किया गया है।

- मंथन कार्यक्रम के अंतर्गत स्वदेश एप लॉन्च किया है।

- कोरोना वायरस से व्यापारियों व आमजन को जागरूक करने के लिए शहर में जगह-जगह होर्डिंग लगाए जा रहे हैं।

- जो संस्थान बंद हैं उन्हें प्रशासन की गाइड-लाइन के अंतर्गत खुलवाए जाने का प्रयास किया जा रहा है।

कैट द्वारा किए गए कार्य-

22 मार्च को जनता कफ्र्यू के बाद कैट ने तय किया कि समाज के सभी वर्गों को जोड़कर जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरण किया जाए और किया गया।

- कैट ने अपनी टीम और अन्य समाज के लोगों को जोड़कर फूड फोर नीडी के नाम से एक ग्रुप बनाया और हजारों लोगों को प्रतिदिन भोजन कराया।

- 64 वीडियो कॉन्फे्रंसिंग की गईं जिसमें जिले के व्यापारियों, केन्द्रीय मंत्रियों, राज्यपाल एवं भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारीगण शामिल हुए।

- लॉकडाउन के दौरान सब्जी मण्डी व्यवसायी एवं दाल बाजार व्यापारियों के साथ जिला प्रशासन की बैठक आयोजित की गई। इसमें एक प्रस्ताव तय किया कि सब्जी मण्डी को विभाजित किया जाए और सारे शहर को सब्जी मिले इसकी व्यवस्था की जाए।

- लोड ट्रकों को अनलोड करने की स्वीकृति व्यवसाईयों को दिलाई गई।

- इलेक्ट्रोनिक्स व्यवसाई गर्मी के सीजन को लेकर अपने व्यवसाय के लिए बहुत ही परेशान थे। दुकानें खुले और उनका विक्रय हो इस दिशा में काफी कार्य किया गया।

'चेम्बर ने कोरोना काल में व्यापारियों व आमजन हित के लिए कार्य किए हैं और आगे भी करते ही रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लॉकडाउन के दौरान लोगों को इस संक्रमण से बचाव के लिए जागरूक कर दिया है। इस दिशा में चेम्बर भी सभी को जागरूक करने का काम कर रहा है, जिससे लोग सुरक्षित रहें।Ó

डॉ. प्रवीण अग्रवाल

मानसेवी सचिव, चेम्बर ऑफ कॉमर्स

'कैट ने व्यापारिक क्षेत्र में जो भी कार्य किए हैं, उन्हें आगे भी ज्यादा सक्रियता से जारी रखेंगे। कैट ने विषय परिस्थितियों में मानव सेवा का धर्म निभाया है। कैट ने व्यापारियों के साथ-साथ सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग और बड़े उद्योगपतियों के साथ मिलकर उनकी हर संभव मदद की है। Ó

भूपेन्द्र जैन

प्रदेश अध्यक्ष, कैट

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