बन्हैरी में दहशत: आधा गांव हुआ खाली, डेढ़ सैकड़ा जवान तैनात
ग्वालियर। बन्हैरी गांव के सरपंच विक्रम रावत की दिन दहाडे हत्या करने के मामले में पुलिस ने इंदौर पीएफ आयुक्त मुकेश रावत सहित पांच लोगों पर 5 - 5 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया है। उधर हत्या के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी बन्हैरी में दहशत का माहौल बना हुआ है। गांव में जगह-जगह टूटे और जले हुए मकानों के साथ ही क्षतिग्रस्त वाहन पड़े हुए हैं। जिधर देखो उधर सिर्फ पुलिस जवान और अफसर दिखाई दे रहे हैं। मृतक परिवार के आक्रोश के चलते आगजनी, तोडफ़ोड़ और लूट के आरोप के बाद इनके गुस्से का शिकार आधा गांव खाली हो गया है और हर जगह दहशत के कारण सन्नाटा पसरा हुआ है।
दरअसल गत दिवस सोमवार को पड़ाव थाना क्षेत्र में सुबह 9.30 बजे बन्हेरी (आरोन) से कांग्रेस समर्थित सरपंच विक्रम रावत की हत्या कर दी गई थी। बाइक और एक्टिवा से आए हमलावरों ने 8 गोलियां चलाईं। 4 रावत के सिर में, एक रीढ़ की हड्डी में और 2 गोलियां लिवर व लंग्स में लगी थीं। सरपंच की हत्या के गुस्साए परिजनों ने गांव में जमकर हंगामा किया था। उधर सरपंच की हत्या का शड्यंत्र रचने और इसे अंजाम देने के पीछे इंदौर के पीएफ आयुक्त मुकेश रावत का नाम सामने आया है। पुलिस ने मुकेश रावत सहित अतेंद्र रावत, पुष्पेंद्र रावत, बंटी रावत और एक अन्य के खिलाफ प्रथमिकी दर्ज कराने के साथ ही सभी पर 5-5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। इसके अलावा गांव में तनाव को देखते हुए 300 से ज्यादा जवान तैनात किए गए हैं।
एसटीएफ, एसएएफ का पहरा
बीते रोज हुई आगजनी व तोडफ़ोड़ के बाद जिला पुलिस के साथ ही सुरक्षा के लिए गांव में चप्पे-चप्पे पर एसएएफ व एसटीएफ के जवान तैनात किए गए हैं, जिससे फिर से दहशत का माहौल ना बने। वहीं एसएसपी राजेश सिंह चंदेल स्वयं मॉनिटरिंग में जुट गए हंै। सुरक्षा में चूक ना हो इसके लिए एक एएसपी, एसडीओपी व तीन निरीक्षक के साथ ही यहां पर देहात के थाना प्रभारी बल के साथ तैनात किए गए हैं।
खेंतों पर बिताई रात, पुलिस ने खिलाया खाना
जिन लोगों के घर जल गए।, उनका सारा सामान आग मे जल गया। उन्होंने रात को अपने खेतों पर गुजारी। उनके यहां न तो आटा बचा था न दाल थी। खाना नहीं बना था। एसडीओपी बेहट संतोष पटेल और अन्य पुलिस अफसरों को पता चला तो तुरंत उनके लिए भोजन मंगाया। उस भोजन को उन लोगों को खिलाया गया। पुलिस ने उन्हें आश्वासन दिया कि पुलिस उनके साथ है, अब किसी प्रकार की चिंता न करें।
रिश्तेदारों पर कसा शिकंजा
आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी पुलिस ने हत्या में नामजद हुए लोगों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है और ताबड़तोड़ दबिश के बीच जो भी उनका नजदीकी मिला उसे थाने पहुंचा दिया है, जिससे आरोपियों का सुराग मिल सके