ईकोग्रीन पर दर्ज होगी प्राथमिकी, बंधेगा बोरिया-बिस्तर
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ग्वालियर,न.सं.। नगर निगम की गले की हड्डी बनी ईकोग्रीन कंपनी पर अब जहां प्राथमिकी दर्ज होगी वहीं कंपनी से पूरा सामान जब्त कर सफाई का ऑपरेशन शुरू किया जाएगा। यह निर्देश गुरुवार को जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने नगर निगम के अधिकारियों को दिए हैं।
अभी तक नगर निगम ईकोग्रीन कंपनी पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ मोहलत दे रहा था। जिसके चलते शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से गड़बड़ा गई थी। जबकि ईकोग्रीन कंपनी को लेकर शहर की कई संस्थाओं ने विरोध दर्ज करते हुए कहा था कि चीनी कंपनी का बहिष्कार किया जाए। लेकिन ईकोग्रीन की मनमानी का खमियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़। नगर निगम ने दिखावे के लिए नौ अक्टूबर को कंपनी को 24 घंटे का समय देते हुए एक नोटिस दिया था। लेकिन उसके बाद भी कंपनी ने अपने वाहनों को वार्डों में नहीं पहुंचाया। कंपनी पर सीधे कार्रवाई से बचने के लिए स्वास्थ्य व अन्य आवश्यक सेवाओं की तरह एस्मा कानून लगाकर जिलाधीश के माध्यम से कार्रवाई करवाने के लिए प्रस्ताव पहुंचा दिया तो जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने निगम को तुंरत कंपनी पर प्राथमिकी दर्ज करवाकर कंपनी के वाहनों को जब्त करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। यहां बता दें कि इकोग्रीन कंपनी के कर्मचारियों द्वारा वेतन को लेकर हड़ताल जारी है। कर्मचारियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के दौरान उन्होंने घरों से कूड़ा उठाया लेकिन अब उनकी समस्याओं को सुनने के लिए कोई आगे नहीं आ रहा है। इस समय पूरा देश कोरोना वायरस जैसी महामारी से जूझ रहा है। महामारी से लोगों की सुरक्षा व बचाव को प्रदेश व केंद्र सरकार ने सभी नगर निगम को साफ-सफाई रखने के लिए निर्देशित कर रखा है। ईकोग्रीन कंपनी के भरोसे में बैठी नगर निगम के कारण हालत सुधरते हुए नजर नहीं आ रहे हैं। शहर के कई वार्डों में गंदगी के ढेर लगे हुए हंै। लोगों का कहना है कि आम दिनों में शहर की सफाई व्यवस्था की क्या स्थिति रहती है यह तो जग जाहिर है लेकिन अभी कोरोना वायरस के बढ़ते खतरा के बावजूद यहां सफाई व्यवस्था ध्वस्त है।
कचरे के ढेर से संक्रमण फैलने का खतरा
जिले में इन दिनों संक्रमितों की संख्या में कमी आई है। लेकिन शहर में जगह-जगह लगे कचरे के ढेर से फिर से संक्रमण फैलने का खतरा पैदा हो गया है। पूर्व पार्षदों का कहना है कि लोगों ने सड़क किनारे कूड़ा डालना शुरू कर दिया है। इससे महामारी का खतरा बढ़ गया है। वार्ड 27 के पूर्व पार्षद बृजेश श्रीवास्तव का कहना है कि उनका पूरा वार्ड कूड़ाघर बन गया है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लग गए हैं। लोगों ने रास्तों के किनारे खाली स्थानों पर कूड़ा डालना शुरू कर दिया है।
शाम तक अधिकारी करते रहे गुमराह
जिलाधीश कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने नगर निगम को कंपनी पर प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए थे। लेकिन देर शाम तक निगम के किसी भी अधिकारी ने इस बात की पुष्टि नहीं कि कंपनी पर प्राथमिकी कब दर्ज होगी।
इनका कहना है
शहर में सफाई कराई जा रही है। ईकोग्रीन को लेकर अधिकारियों से चर्चा के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा।
आशीष सक्सेना,संभागायुक्त एवं प्रशासक नगर निगम
ईकोग्रीन कंपनी के लेकर हम निगम प्रशासक से चर्चा करेंगे। सफाई व्यवस्था के लिए निगम का अमला लगा हुआ है। अमले को निर्देशित किया गया है कि नियमित रूप से सफाई कराई जाए।
संदीप माकिन, आयुक्त, नगर निगम