ग्वालियर : 10 लाख जरूरतमंद लोगों को बंटे भोजन के पैकेट

ग्वालियर : 10 लाख जरूरतमंद लोगों को बंटे भोजन के पैकेट
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प्रशासन ने अब कराया बंद

ग्वालियर। कोरोना वायरस के चलते ग्वालियर जिले में अनेक संस्थाओं ने गरीब एवं जरूरतमंदों का ध्यान रखते हुए प्रतिदिन अलग-अलग संख्या में भोजन पैकेट एवं राशन का वितरण किया। इस एक महीने में लगभग 10 लाख से अधिक लोगों को यह सुविधा मुहैया कराई गई। इसके लिए शहर की 50 से अधिक संस्थाएं न सिर्फ सक्रिय रहीं बल्कि स्वयं के वाहनों से भोजन वितरण करने के लिए निकलती रहीं। इसके अलावा जिला प्रशासन ने भी अपने कन्ट्रोल रूप में जरिए भोजन पैकेट एवं राशन का वितरण कराया। किन्तु यह सामाग्री प्रशासन की जगह सामाजिक संस्थाओं ने उपलब्ध कराई। इस तरह शहर की 10 लाख 56 हजार की आबादी पर 10 लाख से अधिक भोजन पैकेट का वितरण अपने आप में एक बड़ी मानव सेवा है। जिला प्रशासन के प्रयास इसमें कारगर साबित हुए। यद्यपि पीडीएस के जरिए जो राशन और आटा वितरण किया गया, वह पर्याप्त नहीं था। इसलिए अब एक मई से इसका वितरण शुरू किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि सबसे पहले 22 मार्च को देश की भांति शहर में भी जनता कफ्र्यू लगाया गया इसके बाद 25 मार्च से लगातार लॉकडाउन चला आ रहा है। इस दौरान सभी तरह की गतिविधियां ठप हो जाने के कारण रोज कमाकर खाने वालो के लिए नया संकट आ खड़ा हुआ, जिसके लिए शहर की सामाजिक संस्थाएं आगे आईं। जिन्होंने असली समाजसेवा की भूमिका निभाते हुए किसी भी भूखे को भूखा नहीं रहने दिया। इसका परिणाम यह रहा कि ग्वालियर में किसी भी गरीब एवं जरूरतमंद की कोई जनहानि नहीं हुई। बाद में जब पर्याप्त मात्रा में भोजन पैकेट वितरित हो गए और इसका दुरउपयोग अथवा बर्बादी दिखाई दी तो प्रशासन ने इस पर रोक लगाकर सूखे राशन वितरण को बढ़ावा दिया।

75 हजार को बंटता रहा भोजन:-

जिला प्रशासन के सामाजिक न्याय विभाग द्वारा शहर में 14 से अधिक मलिन बस्तियां और अन्य स्थान चिन्हित कर यह पाया कि कुल लगभग 75 हजार लोगों को भोजन की आवश्यकता है जिनके घरों में चूल्हे नहीं जल पा रहे हैं। इसी तरह राशन की व्यवस्था के लिए भी परिवार चिन्हित किए गए।

पीडीएस से यह बंटा:-

संकटकाल में जिला आपूर्ति द्वारा पीडीएस दुकानों के माध्यम से बीपीएल कार्डधारियों को राशन वितरित कराया गया जिनकी संख्या लगभग 22 हजार रही। उसके बाद पात्रता पर्ची के अलावा अन्य लोगों को 66 हजार के करीब 10 किलो के आटा पैकेट बांटे गए। अब यह व्यवस्था बंद है। इसे एक मई से प्रधानमंत्री अन्न कल्याण योजना के तहत चावल एवं अन्य योजनाओं तहत राशन का वितरण शुरू होगा।

विभिन्न सामाजिक संस्थाओं द्वारा किया गया सूखे एवं भोजन के पैकेटों का वितरण:-

- पूर्व मंत्री श्रीमती माया सिंह द्वारा 3000 सूखे पैकेटों का वितरण किया गया है।

- पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर द्वारा 10 हजार से अधिक भोजन के पैकेट एवं राशन का वितरण कराया गया।

- विधायक मुन्नालाल गोयल द्वारा 10 हजार राशन पैकेट एवं रोजाना लंगर में भोजन कराया गया।

- गायत्री परिवार गायत्री शक्ती पीठ के डॉ. प्रदीप गुप्ता ने बताया कि उनके द्वारा अब तक 500 सूखे और 18 हजार गीले भोजन के पैकेट वितरण किए जा चुके हैं।

- ग्वालियर सेवा भाव समिति के रमेशचन्द्र गोयल (लल्ला) ने बताया कि उनकी समिति द्वारा अब तक एक लाख से ऊपर भोजन के पैकेटों का वितरण किया गया है।

- सेवा भारती ग्वालियर के सामाजिक कार्यकर्ता दिनेश शर्मा, प्रांतीय सह सचिव नबल किशोर शुक्ला, सेवा भारती ग्वालियर के कोषाध्यक्ष श्रीकांत विट्वेकर, सेवा भारती महिला मण्डल की महानगर संयोजिका श्रीमती स्वराज माथुर, सेवा भारती लश्कर जिले की महिला संगठन संयोजिका श्रीमती अर्चना शर्मा ने बताया कि सभी के सहयोग से पैकेट 72,300 एवं सूखे पैकेट 14,260 का वितरण किया गया है।

- जन उत्थान न्यास के अध्यक्ष डॉ. सतीश सिंह सिकरवार ने बताया कि उनकी संस्था द्वारा 40 हजार सूखे एवं 10 हजार भोजन के पैकेटों का वितरण किया गया है। यह पैकेट 15 वार्डों में बांटे गए हैं।

- जीवाजी क्लब के अध्यक्ष संग्राम सिंह कदम एवं सचिव तरूण गोयल द्वारा 70 हजार भोजन के पैकेटों का वितरण जिला प्रशाासन के माध्यम से किया गया।

- श्री अचलेश्वर महादेव न्यास के अध्यक्ष हरीदास अग्रवाल एवं सचिव भुवनेश्वर वाजपेयी ने बताया कि न्यास द्वारा अब तक 1 लाख 80 हजार भोजन के पैकेटों का वितरण किया गया है।

- जेसीआई ग्वालियर एवं लॉयन्स क्लब के वैभव सिंघल ने बताया कि उनकी संस्था द्वारा सूखे 1100 पैकेटों का वितरण किया गया है।

- मथुरा देवी शिक्षा प्रसार एवं समाज कल्याण समिति के ओ.पी. दीक्षित ने बताया कि अब तक भोजन के 215 पैकेटों का वितरण किया जा चुका है।

- मित्र समाज के मीडिया प्रभारी निशिकांत सुरंगे ने बताया कि संस्था द्वारा अब तक 50 पैकेटों का वितरण किया गया है।

- ब्राह्मण यूथ ब्रिगेड के सोनू वाजपेयी, शिवकांत दुबे, नितिन मिश्रा, सतीश शर्मा, आशु पाठक, हरीओम शर्मा द्वारा 3000 सूखे एवं 21000 हजार गीले भोजन के पैकेटों का वितरण किया गया है। साथ ही 18 हजार चाय के कपों का भी वितरण किया है।

- मिसहिल स्कूल के प्राचार्य आर.एस. भदौरिया द्वारा 21 लोगों को भोजन के पैकेटों का वितरण किया गया है।

- सरस्वती शिशु मन्दिर के आचार्यों एवं दीदियों द्वारा भी प्रतिदिन भोजन के पैकेटों का वितरण किया जा रहा है।

- सरस्वती शिशु मन्दिर केदारधाम द्वारा 13 हजार परिवारों को सूखे भोजन के पैकेटों का वितरण किया गया है।

- जैन मिलन ग्वालियर के विनय कासलीवाल द्वारा 40 हजार भोजन और 520 सूखे पैकेटों का वितरण किया गया है।

- अग्रवाल परिचय सम्मेलन के अध्यक्ष राजेश ऐरन ने बताया कि उनके द्वारा अब तक 30 हजार भोजन के पैकेट बांटे गए।

- सिंधिया फाउण्डेशन के पुनीत शर्मा ने बताया अभी तक 36 हजार भोजन के पैकेट बांटे गए हैं।

- मानव सेवा समिति के बृजेश गोयल एवं दीपक अग्रवाल ने 35 हजार भोजन के पैकेट वितरण किए।

- कैट के प्रदेश अध्यक्ष एवं जिला प्रशासन के भोजन प्रभारी भूपेन्द्र जैन द्वारा अलग-अलग दो रसोई में तैयार कराए गए 3.50 लाख पैकेट वितरित कराए गए।

- माधवराव सिंधिया स्वास्थ्य सेवा मिशन पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल ने बताया कि उनके द्वारा 1200 पैकेट का वितरण किया गया।

- म.प्र. चेम्बर ऑफ कॉमर्स के कोषाध्यक्ष वसंत अग्रवाल ने बताया कि चेम्बर द्वारा प्रशासन के माध्यम से 3500 राशन पैकेटों का वितरण कराया जा चुका है।

'शहर की समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से भोजन एवं राशन का वितरण कराया गया, जिसमें अब भोजन का वितरण बंद करा दिया गया है। एक मई से पीडीएस की दुकानों से राशन का वितरण कराया जाएगा। '

कौशलेन्द्र विक्रम सिंह

जिलाधीश, ग्वालियर

'गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले 22 हजार एवं 66 हजार सफेद राशन कार्डधारियों को 10 किलो आटे का पैकेट का वितरण किया गया है। गेहूँ आने पर आगे भी आटे का वितरण किया जा सकता है। '

चन्द्रभान सिंह जादौन

जिला आपूर्ति अधिकारी

' हमारे द्वारा दो रसोईघरों से शुरू में 11 हजार प्रतिदिन और अब 4 हजार प्रतिदिन भोजन पैकेट वितरित कराए जा रहे हैं। अब तक विभिन्न संस्थाओं की मदद से 3.5 लाख भोजन पैकेट वितरण कराए जा चुके हैं।'

भूपेन्द्र जैन

प्रदेश अध्यक्ष कैट एवं भोजन प्रभारी जिला प्रशासन

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