चिकित्सक से किया फ्लैट का सौदा, बिल्डर्स ने किसी और को बेचा
ग्वालियर, न.सं.। बिल्डर्स ने फ्लैट का सौदा करने के बाद अग्रिम के रूप में लाखों रुपए लेने के बाद उसे किसी और को बेचने का मामला प्रकाश में आया है। जब बिल्डर्स के फर्जीबाड़े का पता चला तो फरियादी ने अपनी रकम वाापस मांगी। बिल्डर्स पहले गुमराह करता रहा लेकिन बाद में उसने रकम लौटाने से मना कर दिया और धमकी देकर भगा दिया। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश प्रारंभ कर दी है।
पुलिस के अनुसार जनकगंज अस्पताल जिंसी नाला मार्ग क्रमांक 3 निवासी डॉ. रजत पुत्र प्रकाश लोहिया ने बिल्डर्स चन्द्रप्रकाश उर्फ रामबाबू पुत्र लक्ष्मणदास शर्मा निवासी सिटी सेंटर पीताम्बरा कन्सट्रक्शन कम्पनी से एक फ्लैट का 20 फरवरी 2013 को 44 लाख 22 हजार 600 सौ रुपए में सौदा तय किया था। जिस समय फ्लैट का अनुबंध किया गया, उस समय 31 लाख रुपए बिल्डर्स ने यह कहकर लिए थे कि वह जल्दी ही रजिस्ट्री करा देगा। इस दरिम्यान फ्लैट का निर्माण हो रहा था और डॉ. रजत लोहिया यह सोचकर स्वतंत्र हो गए कि जल्दी ही उनको फ्लैट मिल जाएगा। बिल्डर्स चन्द्रप्रकाश की नियत में खोट आ गया और उसने चोरी-छिपे उक्त फ्लैट का सौदा 11 मई 2018 को किसी नकवी उर्फ विल्कीस से करते हुए उसे बेच दिया। जब उक्त फ्लैट के बेचे जाने का चिकित्सक को पता चला तो बिल्डर्स के कार्यालय में सम्पर्क किया गया। लेकिन उस समय आश्वासन दिया गया है कि जितनी भी रकम दी गई वह समय सीमा में वापस कर दी जाएगी।
डॉ. रजत के पिता प्रकाश लोहिया ने कई बार चन्द्रप्रकाश से सम्पर्क किया लेकिन हर बार रकम लौटाने के लिए आज-कल में दे देंगे, ऐसे बहाने बनाकर उनको कार्यालय से चलता कर दिया जाता। बिल्डर्स ने पहले चिकित्सक से लाखों रुपए की रकम फ्लैट के नाम पर ले ली और फिर रकम लौटाने में आनाकानी से परेशान करने लगा। अभी कुछ दिन पहले ही रजत के पिता प्रकाश लोहिया के उस समय होश उड़ गए, जब बिल्डर्स चन्द्रप्रकाश ने रकम लौटाने से साफ मना कर दिया और रकम मांगने पर जान से मारने की धमकी दे दी। प्रकाश लोहिया बिल्डर्स के कार्यालय से घर लौटकर आए और मुम्बई में चिकित्सक अपने बेटे रजत लोहिया को रकम नहीं लौटाने की कहानी सुनाई। चिकित्सक रजत ने कम्पू थाना पुलिस को बिल्डर्स की शिकायत की। पुलिस ने आवेदन की जांच करने के बाद उसके खिलाफ धारा 420 के तहत प्रकरण दर्ज कर उसकी सरगर्मी से तलाश प्रारंभ कर दी है।