जेल में रसूखदारों कैदियों के मजे, डेढ़ हजार में घी, पिटाई से बचना है तो दस हजार

जेल में रसूखदारों कैदियों के मजे, डेढ़ हजार में घी, पिटाई से बचना है तो दस हजार
X
जेल में दो प्रहरी सब पर हैं भारी

ग्वालियर,न.सं.। अगर आपकी केन्द्रीय कारागार में वहां के कर्ताधताओं से सांठगांठ है तो विशेष खान-पान से लेकर पिटाई से भी बचा जा सकता है। लेकिन इसके लिए उनको मनमाने पैसे देना होंगे। जैसे मांस-मछली के शौकीन है तो 500 रूपए प्लेट, शराब के लिए 500 रूपए और पिटाइे से बचने सुरक्षित रहने के लिए 10 से 15 हजार रूपए खर्च करना पड़ेंगे। यह दृश्य है ग्वालियर के केन्द्रीय कारागार का।

सूत्रों के मुताबिक जेल के रसूखदार बंदियों के लिए सब कुछ उपलब्ध है। उन्हें बीड़ी, सिगरेट, मोबाइल से लेकर बढिय़ा खानपान, जिसमें शराब से लेकर मास भी उपलब्ध कराया जा रहा है। बताते हैं कि एक किलो तेल एक हजार रुपए, एक किलो घी डेढ़ हजार रुपए, सिगरेट बीड़ी 100 से 200,शक्कर 200 रुपए किलो में उपलब्ध कराई जा रही है।

साहू की छुट्टी, खास की बोल रही तूती

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के जेल अधीक्षक के कक्ष में बंदी से मुलाकात के वीडियो और चित्र वायरल होने पर अधीक्षक मनोज साहू की तो छुट्टी कर दी गई है, लेकिन जेल में उनके खास दो प्रहरी (सिपाही) ऐसे हैं जिनकी वहां इतनी तूती बोल रही है कि उनके इशारे के बगैर पत्ता भी नहीं हिलता। इन पर कार्रवाई के लिए कई बार शिकायतें हो चुकीं लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने से उनके हौसले बुलंद हैं। वैसे साहू कार्य मुक्त होकर विदित को प्रभार मिल गया है ऐसे में इन दो कर्मचारियों का जेल में प्रभाव बना रहेगा या नहीं यह नए अधीक्षक पर निर्भर है।

सऊदी अरब करा देते है बात-

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जेल में बंदी आदित्य भदौरिया हत्याकांड में आरोपी रहे एक प्रहरी जहीर खान को मुख्य जमादार बना कर रखा गया है। इसके साथ ही एक अन्य प्रहरी सुनील शर्मा को स्थापना शाखा की कमान दे दी गई है जबकि इनके बारे में पूर्व महानिदेशक सुरेंद्र सिंह ने लिखा था कि कोई महत्वपूर्ण पद नहीं दिया जाए। यह दोनों प्रहरी जेल की कमान संभाले हुए हैं और अपने ऊपर के अधिकारियों की शह पर ऐसे ऐसे खेल कर रहे हैं जो जेल के भीतर नहीं किए जा सकते। सूत्रों ने तो यहां तक बताया कि सऊदी अरब के एक कैदी से मोबाइल पर रोजाना उनके परिजनों से बात कराई जाती है। इसके लिए बाहर से सिम मंगवाकर अपने मोबाइल में डाल ली जाती है।

सिगडिय़ां तुड़वाई

मजेदार बात यह है कि विशेष बंदियों के लिए अलग से खाना बनाने की व्यवस्था की गई है। यहां रसोईया का काम गुना के बंदी रंजीत रघुवंशी की देखरेख में चलता है लेकिन जेल अधीक्षक के हटने के बाद जिन सिगडिय़ों पर विशेष भोजन पकाया जाता था फिलहाल उन्हें तुड़वा दिया गया है।

इनका कहना है -

जेल मे कुछ कर्मचारियों द्वारा मनमनी करने और कैदियों को मैन्यूअल से हटकर सुविधाए दिए जाने की जानकारी आपसे मिली है इस मामले में जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

कौशलेन्द्र विक्रम सिंह

जिलाधीश

आप जिन प्रहरियों को विशेष ड्यूटी की बात कर रहे हैं उनके खिलाफ प्रमाण मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल जेल में किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं है सब कुछ ठीक चल रहा है। जहां तक विदेश के बंदी की बात है तो सऊदी अरब का एक बंदी है।

दीपक यादव

सहायक जेलर

Tags

Next Story