वार्ड-59 में कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक के लिए नाक का सवाल बना टिकट
ग्वालियर। ग्रामीण क्षेत्र से घिरे वार्ड क्रमांक 59 में नए पार्षद का फैसला बघेल और गुर्जर समाज के लोग करेंगे। यहां इन दोनों समाज के लोगों के मतदाता बहुतायत संख्या में है और इस बार यह वार्ड पिछड़ा पुरुष के लिए आरक्षित हुआ है। पिछली बार इस वार्ड से भाजपा की करुणा स्वतंत्र सक्सेना, कांग्रेस के पुरुषोत्तम भार्गव को हराकर विजयी हुई थीं तब यह वार्ड सामान्य था।
लगभग 7 हजार मतदाताओं वाले इस वार्ड में 50 फीसदी मतदाता ग्रामीण क्षेत्र से हैं और यह क्षेत्र चंद्रवदनी नाका, नहर वाली माता, आदिवासियों का पुरा, विक्की फैक्ट्री, छोटी मढ़ैया,बढ़ी मड़ैया, केदारपुर, बेला की बावड़ी तक फैला हुआ है।
कांग्रेस में घमासान
कांग्रेस में वार्ड 59 में टिकट देना अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा और विधायक डॉ सतीश सिंह सिकरवार की नाक का सवाल बन गया है। क्योंकि यह दोनों ही अपने-अपने समर्थक को टिकट दिलाना चाहते हैं। यहां से युवक कांग्रेस अध्यक्ष हेवरन सिंह कंसाना ने अपनी पत्नी सरोज कंसाना के लिए टिकट मांगा है। जो पिछला चुनाव वार्ड 29 से लडक़र पराजित हो चुकी हैं। इसके साथ ही पूर्व पार्षद ख्यालीराम बघेल के पुत्र राहुल बघेल एवं साहब सिंह बघेल भी दावेदार के रूप में उभरे हैं। इन तीनों दावेदारों के नाम कांग्रेस के पैनल में हैं। साहब बघेल इस वार्ड से दो बार निर्दलीय चुनाव लडक़र पराजित हुए हैं। उनका कहना है कि वह दोनों बार काफी कम मतों से पराजित हुए इसलिए इस बार मेरा दावा पुख्ता है। वहीं राहुल बघेल अपने पिताजी और संपर्क के कारण टिकट मांग रहे हैं। पता लगा है कि हेवरन के लिए जिला अध्यक्ष और प्रदेश के एक वरिष्ठ नेता प्रयासरत हैं जबकि साहब सिंह को विधायक ने हरी झंडी दी हुई है, जिससे यह टिकट अध्यक्ष और विधायक के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गया है।
भाजपा में भी कई दावेदार
उधर भाजपा में भी टिकट के लिए कई दावेदारों के नाम उभरे हैं। इनमें जगदीश बघेल, अतिवल सिंह गुर्जर, राजेंद्र गुर्जर, शेरू गुर्जर, ओम प्रकाश बघेल, महीपत गुर्जर, नारायण पटेल प्रमुख हैं।