ग्वालियर-खजुराहो वंदे भारत को मिल रहा अच्छा रिस्पांस, 67 यात्री निजामुद्दीन से आए
ग्वालियर। निजामुद्दीन-खजुराहो के बीच पहले दिन वंदे भारत एक्सप्रेस को यात्रियों का अच्छा रिस्पांस मिला। पहले दिन वंदे भारत को मिले रिस्पांस से रेलवे अधिकारी भी उत्साहित हैं। शुक्रवार को निजामुद्दीन से ग्वालियर 67 यात्री आए। जबकि ग्वालियर से खजुराहो के लिए 39 यात्री इस ट्रेन में रवाना हुए। सुविधा को देखते हुए ज्यादा से ज्यादा यात्री ट्रेन में सफर कर रहे हैं।
शुक्रवार को जब इस ट्रेन में लोग यात्रा करने पहुंचे तो सफर करने वाले यात्रियों काफी उत्साह था। ट्रेन की सुरक्षा के लिए आरपीएफ के एक अधिकारी और तीन जवान तैनात थे। निजामुद्दीन से ग्वालियर आए देवेन्द्र कुमार ने बताया कि ट्रेन बहुत आराम दायक है। उन्होंने कहा कि वह भारत सरकार के शुक्र गुजार हैं, जिन्होंने ग्वालियरवासियों के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस जैसी सुविधा दी।वहीं एक यात्री पुष्पेंद्र कुमार ने बताया कि ट्रेन की सीट की डिजाइन ऐसी है कि थकान महसूस नहीं हुई। ट्रेन में बैठने के बाद हवाई जहाज की फिलिंग आ रही है। ट्रेन के अंदर का इंटीरियर भी उसी तरह से बनाया गया है।
यात्री बोले- हवाई जहाज से भी ज्यादा मजा आ रहा है
ट्रेन में बैठे ऐसे यात्री, जो हवाई यात्रा कर चुके हैं, ने कहा कि वंदे भारत ट्रेन एक हवाई जहाज की तुलना में कई गुना कम शोर करता है। हमारा अनुभव है कि हवाई जहाज में यात्रा करने वाले अन्य लोग भी इस ट्रेन को निश्चित रूप से पसंद करेंगे। वहीं, वंदे भारत में यात्रा करने वाले यात्री मनीष ने कहा कि इससे शानदार और क्या होगा। भारतीय रेलवे का यह कदम सराहनीय है। इससे पर्यटकों को भी लाभ होगा।
हर कोच की अलग पैंट्री, पैंट्री बॉय देंगे सर्विस
-ट्रेन में हर कोच में अलग पेंट्री है।
-यात्रियों को सर्व करने के लिए हर कोच में 2 पैंट्री बॉय रहेंगे।
चाय और बिस्किट से शुरु
गाड़ी जब सुबह निकलेगी तो मॉर्निंग टी और बिस्किट यात्रियों को दिए जाएंगे। इसके बाद ब्रेकफास्ट होगा। इसमें कॉर्नफ्लेक्स, पोहा जैसे तमाम रीजनल फूड आइटम सर्व किए जाएंगे।। ट्रेन में यात्रियों के लिए मसाला टी, ग्रीन टी, नॉर्मल टी, मसाला कॉफी, नॉर्मल कॉफी की सुविधा भी है।
लेट हुई तो आएगी भी लेट
वंदे भारत एक्सप्रेस का निजामुद्दीन-खजुराहो को एक ही रैक मिला है। यानी यदि निजामुद्दीन से जाने वाली ट्रेन लेट हुई तो आने वाली ट्रेन भी लेट होगी।
इस तरह के है कोच
चेयर: चेयर रिवॉल्विंग होगी यानी जिस दिशा में ट्रेन चल रही होगी उसी दिशा में आप अपनी चेयर को घुमा सकेंगे। यह चेयर 180 डिग्री घूम सकेगी।
ऑटोमेटिक स्लाइड डोर: मेट्रो की तरह डोर ऑटोमेटिक है। स्टेशन आने पर खुलेंगे और बंद हो जाएंगे। खुलने से पहले बीप बजेगी और बंद होने से पहले भी ताकि उतरने चढऩे वाले अलर्ट हो जाए।
टेम्परेचर कंट्रोलर: हर कोच में टेंपरेचर को कंट्रोल करने के लिए कंट्रोल बटन है, इसके साथ ही अपनी सीट के पास कूलिंग को कंट्रोल करने के लिए स्विच दिया गया है।
मिनी पेंट्री: यात्रियों के लिए ट्रेन में नाश्ते की व्यवस्था होगी। फ्लाइट की तरह एग्जीक्यूटिव क्लास के टिकट में ही पेंट्री व फूड का रेट शामिल होगा।
प्लेटफार्म की तरफ ही खुलता है गेट
वंदे भारत ट्रेन की खासियत है भी कि जिस तरफ प्लेटफार्म होगा, उसी तरफ का गेट खुलेगा, विपरीत दिशा में गेट नहीं खुलेगा। ट्रेन में यात्री पूरी तरह से सुरक्षित हैं। ट्रेन के एक कोच की लंबाई 24 मीटर है।