जांच का दायरा घटाने अधिकारियों ने क्वारेन्टाइन के दिए आदेश
ग्वालियर, न.सं.। जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा तीन हजार के पार पहुंच गया है। इसकी एक वजह यह भी है कि जांच का दायरा बढ़ाने से संक्रमित मरीज सामने आए हैं। लेकिन अब प्रशासन संक्रमितों की संख्या घटाने के लिए आए दिन नए-नए नियम बनाने में लगा हुआ है। इसी के चलते अब प्रशासन ने एक अनोखा आदेश जारी करते हुए तय किया है कि जो संक्रमित जांच कराएगा उसे रिपोर्ट आने तक क्वारेन्टाइन सेन्टर में रहना होगा। इसी के चलते अस्पतालों में शनिवार को जांच कराने के लिए पहुंचे कई संदिग्ध मरीज तो क्वारेन्टाइन की बात सुन बिना जांच कराए ही लौट गए। ऐसे में अब कई संदिग्ध मरीज अस्पताल जांच कराने नहीं पहुंच रहे हैं और सर्दी-जुखाम खांसी की दवा लेने झोलाछाप चिकित्सक या मेडिकल स्टोर पर पहुंच रहे हैं। जिस कारण अगर किसी को कोरोना है और वह क्वारेन्टाइन के डर से जांच नहीं करता तो वह व्यक्ति कई लोगों को संक्रमित कर सकता है। जिला चिकित्सालय मुरार की बात करें तो यहां शनिवार को मरीज जब जांच कराने पहुंचे तो उनका नमूना लेने से पहले साफ शब्दों में बता दिया जाता है कि अगर जांच करा रहे हैं तो क्वारेन्टाइन होना पड़ेगा। उसके बाद करीब 10 से 15 मरीजों को क्वारेन्टाइन सेन्टर भी भेजा गया। जबकि अभी तक लोगों को होम क्वारेन्टाइन ही किया जा रहा था।
अव्यवस्थाओं का करना पड़ता है सामना
प्रशासन द्वारा बनाए गए क्वारेन्टाइन सेन्टरों की बात करें तो यहां पहुंचने वाले संदिग्ध मरीजों को तमाम अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ता है। संदिग्ध को खाना से लेकर पानी तक के लिए परेशान होना पड़ता है।