चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा ग्वालियर का बिरला नगर प्रसूति गृह

Birla nagar prasuti grah
X

File Photo

रात में मरीजों को कर दिया जाता है रैफर

ग्वालियर/सिटी रिपोर्टर। बिरला नगर प्रसूति गृह में भले ही मरीजों के उपचार के लिए तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। लेकिन इन दिनों अस्पताल चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा है। जिस कारण मरीजों को उपचार के लिए परेशान तो होना ही पड़ रहा है। साथ ही रात के समय मरीजों को रैफर किया जा रहा है।

दरअसल बिरला नगर प्रसूति गृह में प्रतिदिन की ओपीडी 300 तक पहुंच जाती है। इसमें से कई मरीजों को भर्ती भी किया जाता है। लेकिन वर्तमान में अस्पताल में प्रथम श्रेणी स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अमित सक्सैना, डॉ. रानी कुशवाह एवं डॉ. ऊषा चौरसिया के अलावा द्वितीय श्रेणी में डॉ. सालिनी खान ही पदस्थ हैं। जबकि अस्पताल में प्रतिदिन चार से पाच ऑपरेशन होने के अलावा सामान्य ओपीडी संचालित होती है। इतना ही नहीं स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों को खुद ही अल्ट्रासाउण्ड भी करने पड़ते हैं। ऐसे में अस्पताल की व्यवस्थाएं बिगड़ती जा रही है। उधर रात के समय स्वास्थ्य सुविधाओं की बात करें तो यहां पहुंचने वाले गम्भीर मरीजों को सीधा रैफर कर दिया जाता है। क्योंकि रात के समय यहां चिकित्सक सिर्फ ऑन कॉल ही रहते हैं और मरीज नर्सिंग स्टाफ के भरोसे भर्ती रहते हैं। अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि अगर अस्पताल में चार अन्य स्त्री रोग विशेषज्ञ मिल जाए तो मरीजों को उपचार के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।

निश्चेतना के भी एक ही चिकित्सक

अस्पताल में प्रतिदिन ऑपरेशन होने के बाद भी वर्तमान में यहां सिर्फ एक ही निश्चेतना विशेषज्ञ चिकित्सक ही काम कर रहे हैं। क्योंकि यहां पदस्थ डॉ. संध्या बांगर एवं डॉ. विनोद चौरसिया स्वास्थ्य ठीक न होने के चलते अवकाश पर चल रहे हैं। इसलिए वर्तमान में यहां सिर्फ डॉ. वरूण पाठक ही काम कर रहे हैं। ऐसे में यहां होने वाले ऑपरेशनों पर भी प्रभाव पड़ रहा है।

पैथोलॉजी में भी नहीं होती जांचे

बिरला नगर प्रसूति गृह में ऑपरेशन की सुविधा होने के बाद भी रात के समय पैथोलॉजी में जांचे नहीं होती। जिस कारण अगर किसी गम्भीर मरीज की जांचे करानी होती हैं तो उसे सीधा जिला अस्पताल या कमलाराजा अस्पताल के लिए रैफर कर दिया जाता है।

Tags

Next Story