ग्वालियर में भाजपा महिला नेत्रियों ने देखी फिल्म ‘द केरल स्टोरी’, साझा किए अनुभव

ग्वालियर में भाजपा महिला नेत्रियों ने देखी फिल्म ‘द केरल स्टोरी’, साझा किए अनुभव
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‘द केरल स्टोरी’ फिल्म देश और समाज में जागरूकता लाने के लिए महत्त्वपूर्ण संदेश देती है

ग्वालियर/वेब डेस्क। भाजपा महिला मोर्चा की नेत्रियों ने फिल्म द केरला स्टोरी देखी। फिल्म देखने के बाद भाजपा नेत्रियों ने अपने अनुभव साझा किए। रेखा धौलाखंडी ने बताया कि इस फिल्म को दिखाने का यह भी उद्देश्य है कि लव जिहाद, धर्मांतरण को लेकर समाज इकट्टा हों और ऐसी बुराई के खिलाफ खड़ा हों, और जो कुछ केरल में हुआ है उसे देखे और समझे। करूणा सक्सेना ने बताया कि महिलाओं को टूल की तरह किस तरह इस्तेमाल कर एक राज्य में जेहादी तैयार किए जा रहे थे। यह फिल्म उन छद्मबेशियों पर करारी चोट है। मैं कहना चाहती हूं कि महिला किसी के बहकावे में ना आए शक्तिशाली बने संस्कारी बने और देश की सेवा में अपना योगदान दें। नीलिमा शिंदे ने बताया कि युवा हिंदू महिलाओं को लव जिहाद के चंगुल से बचाना बहुत जरूरी है ताकि वह एक धर्म विशेष के युवकों के झांसे में न आएं।

रेशू राजावत ने बताया कि यह एक फिल्म बस नही बल्कि एक प्रत्यक्ष प्रमाण है कि देश में किस तरह से हमारी हिंदू बहनें और बेटियों को लव जिहाद में फंसाकर उनके धर्मांतरण का कैसा सुनियोजित षडय़ंत्र होता है, जिसका कि इस फिल्म में सजीव चित्रण दिखाया गया है। उन्होंने बताया कि इस फिल्म का अधिक से अधिक जन-जागरण हों, खास तौर पर हमारी बहन-बेटियां ज्यादा इस फिल्म को देखें और समझे कि कैसे धर्मांतरण कर लव जिहाद में फंसाया जाता है।

रेखा प्रजापति ने दी केरला स्टोरी देखने के बाद अपने अनुभव सुनाते हुए कहा सिनेमा समाज का आईना होता है। बहुत कम फिल्में ऐसी होती है, जो देश, समाज में जागरूकता लाने के लिए महत्त्वपूर्ण संदेश देती हैं। द केरला स्टोरी फिल्म ने सनातन धर्म में जन्म लेने वाली महिलाओं को लव जेहाद जैसी स्थिति से बचाने के लिए संदेश दिया है, जो अद्भुत और काबिले तारीफ है।श्रीमती गिरिजा गर्ग ने कहा कि महिला मोर्चा की बहनों द केरला स्टोरी फिल्म से जो समझा है, इससे फिल्म के माध्यम से होने वाली परेशानियां और सच्चाई जानकर हमारी बहिन बेटियां जागरूक होगी।

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