क्रिएटिव हाउस दो फाड़, रामनिवास सहित चार सदस्यों का इस्तीफा
ग्वालियर,न.सं.। मप्र चेंबर ऑफ कॉमर्स के 18 जनवरी को होने वाले चुनाव को लेकर क्रिएटिव हाउस दो फाड़ हो गया है। हालांकि हाउस के वरिष्ठ सदस्यों में यह मतभेद काफी लंबे समय से चल रहा था जो बार-बार सामने भी आ रहा था लेकिन बुधवार को जिस तरह से चुनाव अधिकारी पद के मामले में क्रिएटिव हाउस की ओर से रामनिवास अग्रवाल को प्रत्याशी घोषित करने के बाद संजीव अग्रवाल कुक्कू का नाम इसी हाउस से आया तो रही सही कसर भी पूरी हो गई। इसका लाभ व्हाइट हाउस ने उठाया और ऐन समय पर रामनिवास अग्रवाल से हाथ खींचते हुए सीए अशोक विजयवर्गीय को चुनाव अधिकारी बनाने का प्रस्ताव रख दिया। इस घटनाक्रम के बाद गुरुवार को वरिष्ठ सदस्य रामनिवास अग्रवाल, किशन मुदगल, दीपक जैन, रामनिवास माहेश्वरी ने हाउस से इस्तीफे की घोषणा की है। इनके द्वारा सोशल मीडिया पर अपने इस्तीफे की घोषणा के साथ ही हाउस में रहकर गद्दारी सहन नहीं करेंगे की बात लिखी गई है। इसके पहले रघुनंदन अग्रवाल की पोस्ट में पद के लालच में कुछ भी करने की बात कही गई थी। वहीं इस हाउस से जगदीश मित्तल पहले ही अलग हो चुके हैं। जबकि गोकुल बंसल अभी निर्णय नहीं ले सके हैं। इस तरह क्रिएटिव हाउस में फिलहाल वरिष्ठ नेता विष्णु प्रसाद गर्ग, विजय गोयल, हेमंत गुप्ता, सुरेश बंसल, संदीप नारायण अग्रवाल, संजीव अग्रवाल कुक्कू ,मयंक गर्ग,प्रमोद अग्रवाल, राधा किशन खेतान आदि हैं।
सहायक निर्वाचन अधिकारी से भी दूंगा इस्तीफा
पूर्व कोषाध्यक्ष रामनिवास अग्रवाल ने कहा कि क्रिएटिव हाउस के कुछ वरिष्ठ लोगों ने उनके साथ विश्वासघात किया है इसलिए उन्होंने हाउस से इस्तीफा दे दिया है और शीघ्र ही एक नया हाउस बनाकर जितने भी प्रत्याशी खड़े करेंगे उसकी घोषणा करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि उन्हें क्रिएटिव हाउस के नाम पर सहायक निर्वाचन अधिकारी बनाया गया है इसलिए चुनाव अधिकारी द्वारा अधिकृत पत्र आने के बाद इस पद से भी इस्तीफा दे देंगे। इस तरह अग्रवाल द्वारा तीसरे हाउस से प्रत्याशी खड़े होते हैं तो कुछ पदों पर त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है।
व्हाइट हाउस में खामोशी
उधर क्रिएटिव हाउस की गतिविधियों और फूटन पर पैनी नजर रख रहे व्हाइट हाउस ने चुप्पी ओढ़ रखी है। उसके द्वारा एक-दो दिन के भीतर बैठक कर प्रत्याशियों के नामों पर निर्णय लिया जाएगा। मोहन माहेश्वरी हाउस को अलविदा कह चुके हैं।